श्रीनगर: हुर्रियत कॉन्फ्रेंस ने बुधवार को कहा कि उज्बेकिस्तान में शंघाई सहयोग संगठन (एससीओ) का शिखर सम्मेलन भारत और पाकिस्तान के प्रधानमंत्रियों के लिए एक अवसर है कि वे बातचीत कर आपसी मुद्दों को हल करने की दिशा में आगे बढ़ें. हुर्रियत कॉन्फ्रेंस ने एक बयान में कहा, भारतीय और पाकिस्तानी प्रधानमंत्री समरकंद में होंगे. यह उनके लिए आपसी संबंधों को सुधारने और एक-दूसरे से बात करने तथा कश्मीर संघर्ष के समाधान सहित अपने अन्य मतभेदों को सुलझाने की दिशा में आगे बढ़ने का अवसर है.
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एससीओ का शिखर सम्मेलन बृहस्पतिवार को उज्बेकिस्तान के समरकंद में होगा जो कोविड महामारी के कारण दो साल के अंतराल के बाद प्रत्यक्ष उपस्थिति वाला होगा. साल 2020 में कोविड महामारी सामने आने के बाद यह पहला मौका है जब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ, चीन के राष्ट्रपति शी चिनफिंग और रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन दो दिवसीय सम्मेलन में भाग लेंगे.
पीटीआई-भाषा