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सुखविंदर सिंह सुक्खू होंगे हिमाचल के सातवें CM, अब तक 6 मुख्यमंत्री संभाल चुके हैं प्रदेश की कमान - हिमाचल का सीएम कौन

सुखविंदर सिंह सुक्खू हिमाचल प्रदेश के नए मुख्यमंत्री होंगे और मुकेश अग्निहोत्री को डिप्टी सीएम की जिम्मेदारी मिली है. आज दोपहर 1 बजकर 30 मिनट पर सुखविंदर सुक्खू मुख्यमंत्री पद की शपथ लेंगे. शपथ ग्रहण समारोह शिमला के रिज मैदान पर होगा. सुखविंदर सिंह सुक्खू हिमाचल के मुख्यमंत्री का 7वां चेहरा होंगे. (HP CM SUKHVINDER SINGH SUKHU)

HIMACHAL PRADESH CM LIST
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Published : Dec 11, 2022, 1:30 PM IST

शिमला: हिमाचल प्रदेश को नया सीएम मिल गया है. नादौन सीट से चौथी बार विधायक जीत कर आए सुखविंदर सिंह सुक्खू हिमाचल प्रदेश के सीएम होंगे. कुछ ही देर में सुक्खू सीएम पद के लिए शपथ ग्रहण करेंगे. बता दें कि हिमाचल सुखविंदर सिंह सुक्खू हिमाचल के सीएम का 7वां चेहरा होंगे. कांग्रेस विधायक दल का नेता चुने गए सुखविंदर सुक्खू हमीरपुर जिले की नादौन सीट से विधायक हैं. इस बार चौथा चुनाव जीते हैं. (HP CM SUKHVINDER SINGH SUKHU) (HIMACHAL PRADESH CM LIST)

सुक्खू होंगे मुख्यमंत्री का 7वां चेहरा: सुखविंदर सिंह सुक्खू हिमाचल के मुख्यमंत्री का 7वां चेहरा होंगे. हिमाचल प्रदेश के अब तक 6 मुख्यमंत्री रहे हैं. हिमाचल निर्माता यशवंत परमार प्रदेश के पहले मुख्यमंत्री रहे. उन्होंने 4 बार सूबे की कमान संभाली. इसके बाद रामलाल ठाकुर दो बार मुख्यमंत्री रहे. वहीं, शांता कुमार ने 2 बार मुख्यमंत्री पद की शपथ ली. जबकि कांग्रेस के वीरभद्र सिंह ने 6 बार और बीजेपी के प्रेम कुमार धूमल ने दो बार हिमाचल के मुख्यमंत्री पद की शपथ ली. वहीं, साल 2017 में जयराम ठाकुर प्रदेश के मुख्यमंत्री बने. अब हिमाचल को सीएम का नया चेहरा मिल गया है. सुखविंदर सिंह सुक्खू समेत इनमें से 6 मुख्यमंत्री राजपूत हैं जबकि शांता कुमार इकलौते ब्राह्मण मुख्यमंत्री रहे हैं.

हिमाचल के पहले सीएम थे डॉ. वाईएस परमार: हिमाचल निर्माता के साथ साथ डॉ. परमार हिमाचल प्रदेश के पहले सीएम थे. वह 3 मार्च 1952 से 31 अक्टूबर 1956 तक हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री रहे. वर्ष 1956 में जब हिमाचल यूनियन टेरिटरी बना तो परमार 1956 से 1963 तक संसद सदस्य रहे. हिमाचल विधानसभा गठित होने के बाद वे जुलाई 1963 में फिर से मुख्यमंत्री बने और 1977 तक मुख्यमंत्री पद पर रहे इस तरह डॉ. वाईएस परमार ने 4 बार बतौर सीएम हिमाचल प्रदेश की कमान संभाली.

2 बार ठाकुर राम लाल ने संभाली प्रदेश की कमान: स्वर्गीय ठाकुर राम लाल हिमाचल की राजनीति का एक बड़ा चेहरा रहे हैं. वह दो बार हिमाचल के मुख्यमंत्री रहे. वह 28 जनवरी 1977 से 30 अप्रैल 1977 तक पहली बार सीएम बने और उसके बाद 1980 में फिर से सीएम बने. इसके अलावा 1957 से 1962 तक यह क्षेत्रीय परिषद के लिए चुने गए. वहीं, वह 1957, 1962, 1967, 1977, 1980 और 1982 में जुब्बल-कोटखाई निर्वाचन क्षेत्र से विधायक चुने गए. बाद में वह आंध्र प्रदेश के राज्यपाल के रूप में 15 अगस्त 1983 से 29 अगस्त 1984 तक पद पर बने रहे.

शांता कुमार ने भी 2 बार संभाली हिमाचल की बागडोर: आपातकाल के बाद 1977 में विधानसभा चुनाव होने पर जनसंघ की सरकार बनी. शांता कुमार ने सुलह विधानसभा से चुनाव लड़ा और फिर प्रदेश के मुखिया बने, लेकिन सरकार का कार्यकाल पूरा नहीं कर सके. इसके बाद 1979 में पहली बार कांगड़ा लोकसभा के चुनाव जीते और सांसद बने. 1990 में वह फिर प्रदेश के मुख्यमंत्री बने, लेकिन 1992 में बाबरी मस्जिद घटना के बाद हिमाचल में बीजेपी सरकार को बर्खास्त कर दिया और शांता कुमार एक बार फिर अपना कार्यकाल पूरा नहीं कर सके. शांता कुमार को पानी वाला सीएम भी कहा जाता है.

वीरभद्र सिंह 6 बार रहे हिमाचल के सीएम: हिमाचल की राजनीति (Politics of Himachal) की चर्चा वीरभद्र सिंह के बिना अधूरी है. कहा जाता है कि प्रदेश की नींव हिमाचल निर्माता डॉ. वाईएस परमार ने रखी और उस पर वीरभद्र सिंह ने विकास का मजबूत ढांचा खड़ा किया है. 6 बार किसी राज्य के मुख्यमंत्री की कुर्सी संभालना अपने आप में बड़ी बात है. वीरभद्र सिंह नौ बार विधायक रहे थे. इसके साथ ही वह पांच बार सांसद (five times MP) भी चुने गए थे. उन्होंने छह बार सीएम के रूप में हिमाचल प्रदेश की बागडोर भी संभाली. वीरभद्र सिंह पहली बार 1983 से 1985, दूसरी बार 1985 से 1990, तीसरी बार 1993 से 1998, चौथी बार 1998 में, फिर पांचवी बार 2003 से 2007 और 2012 से 2017 के बीच राज्य के मुख्यमंत्री रहे. वीरभद्र सिंह सांसद, केंद्रीय मंत्री और मुख्यमंत्री समेत कई पदों अहम पदों पर रह चुके हैं.

2 बार हिमाचल की सत्ता की कुर्सी पर बैठे धूमल: प्रेम कुमार धूमल हमीरपुर जिले से संबंध रखने वाले मुख्यमंत्री थे. जो दो बार हिमाचल प्रदेश के सीएम बने. प्रेम कुमार धूमल साल 1998 में पहली बार मुख्यमंत्री बने थे जब बीजेपी और कांग्रेस दोनों पार्टियों को 31-31 सीटें मिली थी लेकिन कांग्रेस से अलग होकर पंडित सुखराम की बनाई हिमाचल विकास कांग्रेस पार्टी ने अपने 5 विधायकों का समर्थन बीजेपी को दे दिया और हमीरपुर जिले को पहली बार सरदारी मिली. साल 2007 के विधानसभा चुनाव में 41 सीटें जीतकर बीजेपी ने फिर से सरकार बनाई थी. जिसके बाद प्रेम कुमार दूसरी बार हिमाचल के मुख्यमंत्री बने थे.

2017 में मंडी के जयराम ठाकुर बने सीएम: वर्ष 2017 में जयराम ठाकुर ने कांग्रेस के चेत राम को 11254 मतों से हराया और हिमाचल के मुख्यमंत्री बने. जयराम ठाकुर ने वर्ष 2018 में 27 दिसंबर को शिमला के ऐतिहासिक रिज मैदान पर मुख्यमंत्री पद की शपथ ली थी. इस अवसर पर पीएम नरेंद्र मोदी से लेकर पार्टी अध्यक्ष अमित शाह व भाजपा के तमाम बड़े नेता मौजूद थे. जयराम ठाकुर साधारण ग्रामीण पृष्ठभूमि से आते हैं और उनका राजनीतिक जीवन संघर्षों से भरा हुआ है. छात्र राजनीति से तप कर निकले जयराम ठाकुर ने संगठन में भी सक्रियता से काम किया. इस बार वे छठी दफा चुनाव जीते हैं.

शिमला: हिमाचल प्रदेश को नया सीएम मिल गया है. नादौन सीट से चौथी बार विधायक जीत कर आए सुखविंदर सिंह सुक्खू हिमाचल प्रदेश के सीएम होंगे. कुछ ही देर में सुक्खू सीएम पद के लिए शपथ ग्रहण करेंगे. बता दें कि हिमाचल सुखविंदर सिंह सुक्खू हिमाचल के सीएम का 7वां चेहरा होंगे. कांग्रेस विधायक दल का नेता चुने गए सुखविंदर सुक्खू हमीरपुर जिले की नादौन सीट से विधायक हैं. इस बार चौथा चुनाव जीते हैं. (HP CM SUKHVINDER SINGH SUKHU) (HIMACHAL PRADESH CM LIST)

सुक्खू होंगे मुख्यमंत्री का 7वां चेहरा: सुखविंदर सिंह सुक्खू हिमाचल के मुख्यमंत्री का 7वां चेहरा होंगे. हिमाचल प्रदेश के अब तक 6 मुख्यमंत्री रहे हैं. हिमाचल निर्माता यशवंत परमार प्रदेश के पहले मुख्यमंत्री रहे. उन्होंने 4 बार सूबे की कमान संभाली. इसके बाद रामलाल ठाकुर दो बार मुख्यमंत्री रहे. वहीं, शांता कुमार ने 2 बार मुख्यमंत्री पद की शपथ ली. जबकि कांग्रेस के वीरभद्र सिंह ने 6 बार और बीजेपी के प्रेम कुमार धूमल ने दो बार हिमाचल के मुख्यमंत्री पद की शपथ ली. वहीं, साल 2017 में जयराम ठाकुर प्रदेश के मुख्यमंत्री बने. अब हिमाचल को सीएम का नया चेहरा मिल गया है. सुखविंदर सिंह सुक्खू समेत इनमें से 6 मुख्यमंत्री राजपूत हैं जबकि शांता कुमार इकलौते ब्राह्मण मुख्यमंत्री रहे हैं.

हिमाचल के पहले सीएम थे डॉ. वाईएस परमार: हिमाचल निर्माता के साथ साथ डॉ. परमार हिमाचल प्रदेश के पहले सीएम थे. वह 3 मार्च 1952 से 31 अक्टूबर 1956 तक हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री रहे. वर्ष 1956 में जब हिमाचल यूनियन टेरिटरी बना तो परमार 1956 से 1963 तक संसद सदस्य रहे. हिमाचल विधानसभा गठित होने के बाद वे जुलाई 1963 में फिर से मुख्यमंत्री बने और 1977 तक मुख्यमंत्री पद पर रहे इस तरह डॉ. वाईएस परमार ने 4 बार बतौर सीएम हिमाचल प्रदेश की कमान संभाली.

2 बार ठाकुर राम लाल ने संभाली प्रदेश की कमान: स्वर्गीय ठाकुर राम लाल हिमाचल की राजनीति का एक बड़ा चेहरा रहे हैं. वह दो बार हिमाचल के मुख्यमंत्री रहे. वह 28 जनवरी 1977 से 30 अप्रैल 1977 तक पहली बार सीएम बने और उसके बाद 1980 में फिर से सीएम बने. इसके अलावा 1957 से 1962 तक यह क्षेत्रीय परिषद के लिए चुने गए. वहीं, वह 1957, 1962, 1967, 1977, 1980 और 1982 में जुब्बल-कोटखाई निर्वाचन क्षेत्र से विधायक चुने गए. बाद में वह आंध्र प्रदेश के राज्यपाल के रूप में 15 अगस्त 1983 से 29 अगस्त 1984 तक पद पर बने रहे.

शांता कुमार ने भी 2 बार संभाली हिमाचल की बागडोर: आपातकाल के बाद 1977 में विधानसभा चुनाव होने पर जनसंघ की सरकार बनी. शांता कुमार ने सुलह विधानसभा से चुनाव लड़ा और फिर प्रदेश के मुखिया बने, लेकिन सरकार का कार्यकाल पूरा नहीं कर सके. इसके बाद 1979 में पहली बार कांगड़ा लोकसभा के चुनाव जीते और सांसद बने. 1990 में वह फिर प्रदेश के मुख्यमंत्री बने, लेकिन 1992 में बाबरी मस्जिद घटना के बाद हिमाचल में बीजेपी सरकार को बर्खास्त कर दिया और शांता कुमार एक बार फिर अपना कार्यकाल पूरा नहीं कर सके. शांता कुमार को पानी वाला सीएम भी कहा जाता है.

वीरभद्र सिंह 6 बार रहे हिमाचल के सीएम: हिमाचल की राजनीति (Politics of Himachal) की चर्चा वीरभद्र सिंह के बिना अधूरी है. कहा जाता है कि प्रदेश की नींव हिमाचल निर्माता डॉ. वाईएस परमार ने रखी और उस पर वीरभद्र सिंह ने विकास का मजबूत ढांचा खड़ा किया है. 6 बार किसी राज्य के मुख्यमंत्री की कुर्सी संभालना अपने आप में बड़ी बात है. वीरभद्र सिंह नौ बार विधायक रहे थे. इसके साथ ही वह पांच बार सांसद (five times MP) भी चुने गए थे. उन्होंने छह बार सीएम के रूप में हिमाचल प्रदेश की बागडोर भी संभाली. वीरभद्र सिंह पहली बार 1983 से 1985, दूसरी बार 1985 से 1990, तीसरी बार 1993 से 1998, चौथी बार 1998 में, फिर पांचवी बार 2003 से 2007 और 2012 से 2017 के बीच राज्य के मुख्यमंत्री रहे. वीरभद्र सिंह सांसद, केंद्रीय मंत्री और मुख्यमंत्री समेत कई पदों अहम पदों पर रह चुके हैं.

2 बार हिमाचल की सत्ता की कुर्सी पर बैठे धूमल: प्रेम कुमार धूमल हमीरपुर जिले से संबंध रखने वाले मुख्यमंत्री थे. जो दो बार हिमाचल प्रदेश के सीएम बने. प्रेम कुमार धूमल साल 1998 में पहली बार मुख्यमंत्री बने थे जब बीजेपी और कांग्रेस दोनों पार्टियों को 31-31 सीटें मिली थी लेकिन कांग्रेस से अलग होकर पंडित सुखराम की बनाई हिमाचल विकास कांग्रेस पार्टी ने अपने 5 विधायकों का समर्थन बीजेपी को दे दिया और हमीरपुर जिले को पहली बार सरदारी मिली. साल 2007 के विधानसभा चुनाव में 41 सीटें जीतकर बीजेपी ने फिर से सरकार बनाई थी. जिसके बाद प्रेम कुमार दूसरी बार हिमाचल के मुख्यमंत्री बने थे.

2017 में मंडी के जयराम ठाकुर बने सीएम: वर्ष 2017 में जयराम ठाकुर ने कांग्रेस के चेत राम को 11254 मतों से हराया और हिमाचल के मुख्यमंत्री बने. जयराम ठाकुर ने वर्ष 2018 में 27 दिसंबर को शिमला के ऐतिहासिक रिज मैदान पर मुख्यमंत्री पद की शपथ ली थी. इस अवसर पर पीएम नरेंद्र मोदी से लेकर पार्टी अध्यक्ष अमित शाह व भाजपा के तमाम बड़े नेता मौजूद थे. जयराम ठाकुर साधारण ग्रामीण पृष्ठभूमि से आते हैं और उनका राजनीतिक जीवन संघर्षों से भरा हुआ है. छात्र राजनीति से तप कर निकले जयराम ठाकुर ने संगठन में भी सक्रियता से काम किया. इस बार वे छठी दफा चुनाव जीते हैं.

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