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केरल सीएम के भाषण के दौरान माइक में गड़बड़ी पर दर्ज मामला, विजयन के दखल के बाद खत्म

केरल के पूर्व सीएम ओमन चांडी की शोक सभा के मुख्‍यमंत्री पिनाराई विजयन के बोलते समय कुछ सेकेंड के लिए माइक में गड़बड़ी आ जाने पर माइक सेट मालिक के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कर ली गई थी. लेकिन बाद में सीएम के निर्देश पर आगे की कार्रवाई पर रोक लगा दी गई.

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Published : Jul 26, 2023, 10:39 PM IST

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तिरुवनंतपुरम : दिवंगत कांग्रेस नेता और केरल के पूर्व मुख्यमंत्री ओमन चांडी की याद में आयोजित एक कार्यक्रम में मुख्यमंत्री पिनराई विजयन के भाषण के दौरान माइक (माइक्रोफोन) में गड़बड़ी आने को लेकर पुलिस द्वारा मामला दर्ज किये जाने पर विवाद उत्पन्न हो गया है. सूत्रों के मुताबिक, कैंट पुलिस ने माइक्रोफोन ऑपरेटर का बयान दर्ज किया और कार्यक्रम के दौरान इस्तेमाल किए गए एम्पलीफायर और केबल सहित उसके उपकरण जब्त कर लिए थे. हालांकि, बाद में मुख्यमंत्री के निर्देश के आगे की कार्रवाई रोक दी गई. उच्च पदस्थ सूत्र ने बताया कि जब मुख्यमंत्री विजयन को मामले पर पुलिस के स्वत: संज्ञान लेने की जानकारी हुई तो उन्होंने पुलिस से आगे की कार्रवाई रोकने का निर्देश दिया. इसके बाद पुलिस ने स्थानीय माइक्रोफोन ऑपरेटर को उसके उपकरण वापस कर दिए.

इससे पहले, एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने कहा कि माइक्रोफोन की खराबी के बारे में कोई शिकायत नहीं मिली है, लेकिन उच्च अधिकारियों के निर्देश के अनुसार मामला दर्ज किया गया है. चांडी की याद में केरल प्रदेश कांग्रेस कमेटी (केपीसीसी) द्वारा सोमवार शाम अय्यंकाली हॉल में स्मृति कार्यक्रम का आयोजन किया गया था. कांग्रेस नेता का पिछले सप्ताह बेंगलुरु में निधन हो गया था. अधिकारी ने कहा कि जनता को खतरा पैदा करने या सार्वजनिक सुरक्षा में विफलता के लिए केरल पुलिस अधिनियम की धारा 118 (ई) के तहत मामला दर्ज किया गया.

पुलिस ने कहा कि मामले में प्राथमिकी महज एक तकनीकी पहलु है. पुलिस ने कहा कि उसे वरिष्ठ अधिकारियों ने यह पुष्टि करने का निर्देश दिया था कि क्या मुख्यमंत्री के भाषण के दौरान माइक्रोफोन की खराबी किसी तकनीकी गड़बड़ी के कारण आई थी. एक पुलिस अधिकारी ने कहा कि यह सिर्फ एक तकनीकी प्रक्रिया थी और किसी विवाद की कोई जरूरत नहीं थी. उन्होंने कहा था, "अगर जांच के दौरान यह पाया जाता है कि माइक्रोफोन की खराबी एक तकनीकी खराबी थी, तो मामला वहीं खत्म हो जाएगा."

अधिकारी ने मीडिया के एक धड़े में प्रकाशित उन खबरों को भी खारिज कर दिया कि विजयन के भाषण के दौरान दिवंगत चांडी के समर्थन में नारे लगाने वाले कांग्रेस कार्यकर्ताओं के खिलाफ भी मामला दर्ज किया गया है. उन्होंने कहा कि आज सुबह तक ऐसा कोई मामला दर्ज नहीं किया गया था. इस बीच, कार्यक्रम के दौरान उपकरण की आपूर्ति करने वाले स्थानीय माइक्रोफोन ऑपरेटर रेनजिथ ने कहा कि माइक्रोफोन से गर्जन की आवाज आना सामान्य बात है (जब माइक्रोफोन लाउडस्पीकर के बहुत करीब हो या जब ध्वनि बहुत अधिक हो तब तेज आवाज आती है) और इसे कुछ सेकंड के भीतर ठीक कर दिया गया था. उन्होंने यह जानकर आश्चर्य व्यक्त किया कि इस मामले में प्राथमिकी दर्ज की गई थी. रेनजिथ ने पुष्टि की कि कैंट पुलिस ने उसका बयान दर्ज किया है और उन्होंने उपकरण वापस करने का वादा किया. इस मामले की सोशल मीडिया पर व्यापक आलोचना हो रही है.

मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा) के राज्य सचिव एम वी गोविंदन और केंद्रीय समिति के सदस्य ए.के. बालन ने मामले को खारिज किए बिना सावधानी से जवाब दिया, तो विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष वी.डी. सतीसन और वरिष्ठ कांग्रेस नेता एम.एम. हसन ने इसकी कड़ी आलोचना की. गोविंदन ने कहा कि मामला प्रक्रिया के तहत अंजाम पर पहुंचेगा जबकि सतीसन ने पुलिस से पूछा कि क्या वे मजाक कर रहे हैं. सतीसन ने ट्वीट किया, "केरल पुलिस क्या मजाक कर रही है? आपको गर्व होना चाहिए कि केरल पुलिस स्वत:संज्ञान लेकर ‘माइक’ के खिलाफ मामला दर्ज करने वाली दुनिया की पहली पुलिस है. बेशक यह जन व्यवस्था का सबसे गंभीर उल्लंघन है अगर पिनराई विजयन बोल रहे हों तो माइक में 10 सेकंड की तकनीकी खराबी आ जाए."

(अतिरिक्त इनपुट-एजेंसी)

तिरुवनंतपुरम : दिवंगत कांग्रेस नेता और केरल के पूर्व मुख्यमंत्री ओमन चांडी की याद में आयोजित एक कार्यक्रम में मुख्यमंत्री पिनराई विजयन के भाषण के दौरान माइक (माइक्रोफोन) में गड़बड़ी आने को लेकर पुलिस द्वारा मामला दर्ज किये जाने पर विवाद उत्पन्न हो गया है. सूत्रों के मुताबिक, कैंट पुलिस ने माइक्रोफोन ऑपरेटर का बयान दर्ज किया और कार्यक्रम के दौरान इस्तेमाल किए गए एम्पलीफायर और केबल सहित उसके उपकरण जब्त कर लिए थे. हालांकि, बाद में मुख्यमंत्री के निर्देश के आगे की कार्रवाई रोक दी गई. उच्च पदस्थ सूत्र ने बताया कि जब मुख्यमंत्री विजयन को मामले पर पुलिस के स्वत: संज्ञान लेने की जानकारी हुई तो उन्होंने पुलिस से आगे की कार्रवाई रोकने का निर्देश दिया. इसके बाद पुलिस ने स्थानीय माइक्रोफोन ऑपरेटर को उसके उपकरण वापस कर दिए.

इससे पहले, एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने कहा कि माइक्रोफोन की खराबी के बारे में कोई शिकायत नहीं मिली है, लेकिन उच्च अधिकारियों के निर्देश के अनुसार मामला दर्ज किया गया है. चांडी की याद में केरल प्रदेश कांग्रेस कमेटी (केपीसीसी) द्वारा सोमवार शाम अय्यंकाली हॉल में स्मृति कार्यक्रम का आयोजन किया गया था. कांग्रेस नेता का पिछले सप्ताह बेंगलुरु में निधन हो गया था. अधिकारी ने कहा कि जनता को खतरा पैदा करने या सार्वजनिक सुरक्षा में विफलता के लिए केरल पुलिस अधिनियम की धारा 118 (ई) के तहत मामला दर्ज किया गया.

पुलिस ने कहा कि मामले में प्राथमिकी महज एक तकनीकी पहलु है. पुलिस ने कहा कि उसे वरिष्ठ अधिकारियों ने यह पुष्टि करने का निर्देश दिया था कि क्या मुख्यमंत्री के भाषण के दौरान माइक्रोफोन की खराबी किसी तकनीकी गड़बड़ी के कारण आई थी. एक पुलिस अधिकारी ने कहा कि यह सिर्फ एक तकनीकी प्रक्रिया थी और किसी विवाद की कोई जरूरत नहीं थी. उन्होंने कहा था, "अगर जांच के दौरान यह पाया जाता है कि माइक्रोफोन की खराबी एक तकनीकी खराबी थी, तो मामला वहीं खत्म हो जाएगा."

अधिकारी ने मीडिया के एक धड़े में प्रकाशित उन खबरों को भी खारिज कर दिया कि विजयन के भाषण के दौरान दिवंगत चांडी के समर्थन में नारे लगाने वाले कांग्रेस कार्यकर्ताओं के खिलाफ भी मामला दर्ज किया गया है. उन्होंने कहा कि आज सुबह तक ऐसा कोई मामला दर्ज नहीं किया गया था. इस बीच, कार्यक्रम के दौरान उपकरण की आपूर्ति करने वाले स्थानीय माइक्रोफोन ऑपरेटर रेनजिथ ने कहा कि माइक्रोफोन से गर्जन की आवाज आना सामान्य बात है (जब माइक्रोफोन लाउडस्पीकर के बहुत करीब हो या जब ध्वनि बहुत अधिक हो तब तेज आवाज आती है) और इसे कुछ सेकंड के भीतर ठीक कर दिया गया था. उन्होंने यह जानकर आश्चर्य व्यक्त किया कि इस मामले में प्राथमिकी दर्ज की गई थी. रेनजिथ ने पुष्टि की कि कैंट पुलिस ने उसका बयान दर्ज किया है और उन्होंने उपकरण वापस करने का वादा किया. इस मामले की सोशल मीडिया पर व्यापक आलोचना हो रही है.

मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा) के राज्य सचिव एम वी गोविंदन और केंद्रीय समिति के सदस्य ए.के. बालन ने मामले को खारिज किए बिना सावधानी से जवाब दिया, तो विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष वी.डी. सतीसन और वरिष्ठ कांग्रेस नेता एम.एम. हसन ने इसकी कड़ी आलोचना की. गोविंदन ने कहा कि मामला प्रक्रिया के तहत अंजाम पर पहुंचेगा जबकि सतीसन ने पुलिस से पूछा कि क्या वे मजाक कर रहे हैं. सतीसन ने ट्वीट किया, "केरल पुलिस क्या मजाक कर रही है? आपको गर्व होना चाहिए कि केरल पुलिस स्वत:संज्ञान लेकर ‘माइक’ के खिलाफ मामला दर्ज करने वाली दुनिया की पहली पुलिस है. बेशक यह जन व्यवस्था का सबसे गंभीर उल्लंघन है अगर पिनराई विजयन बोल रहे हों तो माइक में 10 सेकंड की तकनीकी खराबी आ जाए."

(अतिरिक्त इनपुट-एजेंसी)

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