नई दिल्ली : भारतीय विमानन क्षेत्र में आने वाले समय में रोजगार के कई अवसर आ गए हैं. हाल ही में जेट एयरवेज के सीईओ संजीव कपूर ने ट्वीट किया कि पांच घंटे के अंदर 700 से ज्यादा सीवी उन्हें प्राप्त हुए थे. इससे पहले मीडिया में प्रकाशित खबरों के मुताबिक, जब एयर इंडिया ने अपने यहां नियुक्तियां निकाली तो इंडिगो के केबिन क्रू सदस्य काम छोड़कर वहां पहुंच गये. इससे ऐसा लग रहा है कि महामारी के दो साल बाद विमानन क्षेत्र में नौकरियों का सूखा खत्म हो रहा है. नई एयरलाइन आकाश एयर और फिर से परिचालन शुरू कर रहे जेट एयरवेज के मैदान में आने के कारण नियुक्तियों और रोजगार के अवसर बढ़े हैं.
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आकाश एयर, जो जुलाई के अंत तक अपना परिचालन शुरू कर सकता है, ने हाल ही में 400 नियुक्तियां की हैं. मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, अकाश एयर अगले कुछ महीने में हर महीने करीब 175 और भर्तियां करेगा. ये भर्तियां मार्च 2023 तक जारी रहेंगी. वहीं, आकाश एयर मार्च 2023 तक 18 विमानों की बेड़े वाली कंपनी होने का लक्ष्य रखती है. भारतीय विमानन कंपनियों को पश्चिम एशिया और अन्य क्षेत्रों के एयर लाइनों की वजह से पायलटों और चालक दल के सदस्यों के चले जाने की समस्या का सामना करना पड़ रहा है, क्योंकि कई देशों में एयरलाइनों ने विस्तार के लिए स्टाफ की पुन: नियुक्ति की है. पिछले तीन महीनों में, विययनाम और गल्फ एयर जैसी एयरलाइनों ने पायलट नियुक्तियों पर जोर दिया है.
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मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, हाल के महीनों में ग्रीन कार्ड वाले कम से कम चार भारतीय कैप्टन को अमेरिका में एयरलाइनों में फर्स्ट ऑफीसर की जिम्मेदारी मिली. ऐसा 2020 के पहले कभी नहीं हुआ था. विमानन क्षेत्र के जानकारों का कहना है कि अभी एयरलाइन पूरी क्षमता के साथ नहीं उड़ रहे हैं इसलिए मैन पावर की कोई कमी नहीं है. लेकिन 2023 में ऐसे हालात नहीं रहेंगे. 2023 में 40 नए विमान विभिन्न भारतीय एयरलाइन कंपनियों के बेड़े में आ सकते हैं. हालांकि, शुद्ध विमानों की संख्या में ज्यादा बढ़ोतरी नहीं होगी.