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हिमाचल में बारिश का कहर: नदी-नाले उफान पर, आवाजाही बाधित - जनजीवन अस्त-व्यस्त

हिमाचल प्रदेश के कई हिस्सों में भारी बारिश के चलते नुकसान हुआ है. प्रदेश में बारिश से जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है. मूसलाधार बारिश के चलते बाढ़ जैसे हालात हो गए हैं. पर्यटन नगरी धर्मशाला के भागसूनाग में पानी के तेज बहाव में गाड़ियां बह गईं. नाले के आए उफान की वजह से होटल और घरों को काफी नुकसान हुआ है.

हिमाचल में बारिश का कहर
हिमाचल में बारिश का कहर
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Published : Jul 13, 2021, 9:34 AM IST

शिमला: हिमाचल प्रदेश में बारिश ने जमकर तबाही मचाई है. प्रदेश के कई हिस्सों में हुई भारी बारिश के चलते बाढ़ जैसे हालात हैं. जगह-जगह भारी बारिश होने और बादल फटने की कई घटनाएं सामने आई हैं. प्रदेश में 16 जुलाई तक मौसम खराब रहेगा. आज प्रदेश में भारी बारिश हो सकती है. भारी बारिश को लेकर मौसम विभाग की ओर से ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है.

मौसम विभाग की ओर से चंबा, कांगड़ा, मंडी, शिमला, बिलासपुर, सिरमौर में भारी बारिश की संभावना जताई गई है. प्रदेश में 14, 15, 16 जुलाई को भी मौसम खराब रहेगा, लेकिन इस दौरान कोई चेतावनी जारी नहीं की गई है. प्रदेश में बारिश होने से तापमान में भी कमी आई है.

प्रदेश सरकार की ओर से सभी जिला के डिप्टी कमिश्नरों को अलर्ट कर दिया गया है, ताकि लोगों को कम से कम दिक्कतों का सामना करना पड़े. मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने कहा कि पर्यटकों का हिमाचल प्रदेश में स्वागत है और उन्हें कोई दिक्कत न हो इसके लिए प्रदेश सरकार हर संभव प्रयास करेगी. मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने कहा कि पर्यटकों को इस बात का ध्यान रखना चाहिए कि वे पानी के तेज बहाव वाले क्षेत्रों में न जाएं.

प्रदेश में बारिश से जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है. सोमवार को हुई बारिश के चलते 184 सड़कें यातायात के लिए बाधित हो गईं हैं. लोकनिर्माण विभाग ने डोजर, जेसीबी मशीनें समेत अन्य मशीनरी सड़कों को बहाल करने में लगा दी है. हालांकि सोमवार देर शाम 100 से ज्यादा सड़कें यातायात के लिए बहाल की गई है. मंगलवार तक अधिकांश सड़कें बहाल कर दी जाएंगी. इसके अलावा बिजली के पोल और तारें टूटने से प्रदेश में 137 बिजली ट्रांसफॉर्मर ठप हो गए. कई जगह बिजली सप्लाई ठप है. कई क्षेत्रों में गाद आने से पेयजल योजनाएं प्रभावित हो गई हैं.

पढ़ें: भारी बारिश से जनजीवन अस्त-व्यस्त, चंबा तीसा मुख्य मार्ग बंद होने से लोग परेशान

बता दें कि कांगड़ा जिले में मूसलाधार बारिश के चलते बाढ़ जैसे हालात हो गए हैं. पर्यटन नगरी धर्मशाला के भागसूनाग में पानी के तेज बहाव में गाड़ियां बह गईं. नाले के आए उफान की वजह से होटल और घरों को काफी नुकसान हुआ है. धर्मशाला के चैतरू गांव में पानी के तेज बहाव की वजह से एक मकान नदी में समा गया. सोमवार को धर्मशाला में पानी के तेज बहाव में एक 9 साल की बच्ची बह गई. सोमवार देर शाम के समय नगरोटा से कुछ दूरी पर बच्ची का शव मिला. शाहपुर के हर बोह में एनडीआरएफ की टीम को रेस्क्यू के दौरान एक शव मिला है. भारी बारिश के कारण नालों के किनारे बने मकानों और बाजार में दुकानों को भी काफी नुकसान पहुंचा है.

कांगड़ा जिले के उपायुक्त डॉ. निपुण जिंदल ने पर्यटकों से 13 जुलाई तक धर्मशाला में ना आने की अपील की है. जिला प्रशासन की ओर से हिदायतें भी दी गई हैं ताकि पर्यटकों को किसी भी तरह की असुविधा नहीं झेलनी पड़े. पूरे कांगड़ा जिले में आपदा प्रबंधन एक्ट 2005 को लागू कर दिया गया है. जिसके तहत सभी विभागों को अलर्ट रहने के साथ-साथ जिला प्रशासन के संपर्क में रहने के आदेश जारी किए गए हैं. किसी भी आपात स्थिति में कंट्रोल रूम के टोल फ्री नंबर 1077 या दूरभाष नंबर 01892 229050 पर संपर्क कर सकते हैं.

वहीं, भारी बारिश के चलते चंबा-तीसा मुख्य मार्ग कंदला नाले के पास बंद हो गया. पहाड़ों पर हो रही भारी बारिश के बाद नाले में एकाएक पानी का तेज बहाव देखने को मिला. देखते ही देखते सड़कें चंद मिनटों में जमींदोज हो गईं. हालांकि जब नाले में सैलाब आया तो उस समय कुछ गाड़ियां गुजर रही थीं लेकिन, लोगों की सूझबूझ के चलते बड़ा हादसा होने से टल गया, हालांकि चंबा तीसा मुख्य मार्ग बुरी तरह से प्रभावित हुआ है.

लंबे अंतराल के बाद बहाल हुई पठानकोट-जोगिंद्रनगर रेल लाइन पहली बरसात के दिन ही प्रभावित हो गई है. जगह-जगह गिरे ल्हासों के बाद इस लाइन पर रेलों के आवागमन पर कुछ समय तक रोक लगा सकता है.

पढ़ें: कांगड़ा जिले में भारी बारिश ने मचाई तबाही, अगले 48 घंटे हिमाचल पर भारी

शिमला: हिमाचल प्रदेश में बारिश ने जमकर तबाही मचाई है. प्रदेश के कई हिस्सों में हुई भारी बारिश के चलते बाढ़ जैसे हालात हैं. जगह-जगह भारी बारिश होने और बादल फटने की कई घटनाएं सामने आई हैं. प्रदेश में 16 जुलाई तक मौसम खराब रहेगा. आज प्रदेश में भारी बारिश हो सकती है. भारी बारिश को लेकर मौसम विभाग की ओर से ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है.

मौसम विभाग की ओर से चंबा, कांगड़ा, मंडी, शिमला, बिलासपुर, सिरमौर में भारी बारिश की संभावना जताई गई है. प्रदेश में 14, 15, 16 जुलाई को भी मौसम खराब रहेगा, लेकिन इस दौरान कोई चेतावनी जारी नहीं की गई है. प्रदेश में बारिश होने से तापमान में भी कमी आई है.

प्रदेश सरकार की ओर से सभी जिला के डिप्टी कमिश्नरों को अलर्ट कर दिया गया है, ताकि लोगों को कम से कम दिक्कतों का सामना करना पड़े. मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने कहा कि पर्यटकों का हिमाचल प्रदेश में स्वागत है और उन्हें कोई दिक्कत न हो इसके लिए प्रदेश सरकार हर संभव प्रयास करेगी. मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने कहा कि पर्यटकों को इस बात का ध्यान रखना चाहिए कि वे पानी के तेज बहाव वाले क्षेत्रों में न जाएं.

प्रदेश में बारिश से जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है. सोमवार को हुई बारिश के चलते 184 सड़कें यातायात के लिए बाधित हो गईं हैं. लोकनिर्माण विभाग ने डोजर, जेसीबी मशीनें समेत अन्य मशीनरी सड़कों को बहाल करने में लगा दी है. हालांकि सोमवार देर शाम 100 से ज्यादा सड़कें यातायात के लिए बहाल की गई है. मंगलवार तक अधिकांश सड़कें बहाल कर दी जाएंगी. इसके अलावा बिजली के पोल और तारें टूटने से प्रदेश में 137 बिजली ट्रांसफॉर्मर ठप हो गए. कई जगह बिजली सप्लाई ठप है. कई क्षेत्रों में गाद आने से पेयजल योजनाएं प्रभावित हो गई हैं.

पढ़ें: भारी बारिश से जनजीवन अस्त-व्यस्त, चंबा तीसा मुख्य मार्ग बंद होने से लोग परेशान

बता दें कि कांगड़ा जिले में मूसलाधार बारिश के चलते बाढ़ जैसे हालात हो गए हैं. पर्यटन नगरी धर्मशाला के भागसूनाग में पानी के तेज बहाव में गाड़ियां बह गईं. नाले के आए उफान की वजह से होटल और घरों को काफी नुकसान हुआ है. धर्मशाला के चैतरू गांव में पानी के तेज बहाव की वजह से एक मकान नदी में समा गया. सोमवार को धर्मशाला में पानी के तेज बहाव में एक 9 साल की बच्ची बह गई. सोमवार देर शाम के समय नगरोटा से कुछ दूरी पर बच्ची का शव मिला. शाहपुर के हर बोह में एनडीआरएफ की टीम को रेस्क्यू के दौरान एक शव मिला है. भारी बारिश के कारण नालों के किनारे बने मकानों और बाजार में दुकानों को भी काफी नुकसान पहुंचा है.

कांगड़ा जिले के उपायुक्त डॉ. निपुण जिंदल ने पर्यटकों से 13 जुलाई तक धर्मशाला में ना आने की अपील की है. जिला प्रशासन की ओर से हिदायतें भी दी गई हैं ताकि पर्यटकों को किसी भी तरह की असुविधा नहीं झेलनी पड़े. पूरे कांगड़ा जिले में आपदा प्रबंधन एक्ट 2005 को लागू कर दिया गया है. जिसके तहत सभी विभागों को अलर्ट रहने के साथ-साथ जिला प्रशासन के संपर्क में रहने के आदेश जारी किए गए हैं. किसी भी आपात स्थिति में कंट्रोल रूम के टोल फ्री नंबर 1077 या दूरभाष नंबर 01892 229050 पर संपर्क कर सकते हैं.

वहीं, भारी बारिश के चलते चंबा-तीसा मुख्य मार्ग कंदला नाले के पास बंद हो गया. पहाड़ों पर हो रही भारी बारिश के बाद नाले में एकाएक पानी का तेज बहाव देखने को मिला. देखते ही देखते सड़कें चंद मिनटों में जमींदोज हो गईं. हालांकि जब नाले में सैलाब आया तो उस समय कुछ गाड़ियां गुजर रही थीं लेकिन, लोगों की सूझबूझ के चलते बड़ा हादसा होने से टल गया, हालांकि चंबा तीसा मुख्य मार्ग बुरी तरह से प्रभावित हुआ है.

लंबे अंतराल के बाद बहाल हुई पठानकोट-जोगिंद्रनगर रेल लाइन पहली बरसात के दिन ही प्रभावित हो गई है. जगह-जगह गिरे ल्हासों के बाद इस लाइन पर रेलों के आवागमन पर कुछ समय तक रोक लगा सकता है.

पढ़ें: कांगड़ा जिले में भारी बारिश ने मचाई तबाही, अगले 48 घंटे हिमाचल पर भारी

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