हैदराबाद : तेलंगाना राज्य में लगातार हो रही बारिश से जन-जीवन संकट में पड़ गया है. लगभग सभी जिलों में बारिश का गंभीर असर देखा जा रहा है. वहीं, उत्तरी तेलंगाना में भारी बारिश के कारण बाढ़ से काफी नुकसान हो रहा है.
बाढ़ से निजामाबाद, राजन्ना सिरसिला जिला, वारंगल, मनचेरियल, करीमनगर जिले काफी प्रभावित हैं. करीब दस हजार एकड़ फसल बाढ़ के पानी से प्रभावित हुई है. धान, कपास की फसल पूरी तरह क्षतिग्रस्त हो गई है. झीलें और तालाब उफान पर हैं. इससे किसानों को फसल की खरीद और बिक्री की चिंता सताने लगी है.
उत्तरी तेलंगाना के जिलों में बारिश के चलते आई बाढ़ से सड़कें बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो गई हैं. सड़कों पर जलजमाव हो रहा है. पुलों पर बाढ़ का पानी आने से कई पुल डूब गए हैं. आवाजाही रोक दी गई है.
निजामाबाद जिले में एक पुल के टूट जाने से ट्रैफिक अवरुद्ध हो गया है. निजामाबाद में प्रतिष्ठित परियोजना श्री राम सागर परियोजना है. परियोजना से छोड़े गए पानी के कारण बाढ़ का प्रभाव ज्यादा देखने को मिल रहा है. जो फसलें एसआरएसपी परियोजना के अंतर्गत हैं, उन्हें काफी नुकसान हो रहा है. निजामाबाद जिले में बारिश से करीब 900 तालाब भर गए हैं. कुछ इलाकों में बाढ़ से घर और कॉलोनियां भी बुरी तरह प्रभावित हैं. बाढ़ का पानी घरों में घुस गया है. नगर निगम, स्थानीय प्रतिनिधि पीड़ितों को पुनर्वास केंद्रों में शिफ्ट कर रहे हैं और भोजन मुहैया करा रहे हैं.
कई इलाकों में एनडीआरएफ बचाव कार्य में जुटी हुई है. पीड़ितों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया जा रहा है.
महाराष्ट्र के मराठवाड़ा में बारिश से संबंधित घटनाओं में 31 की मौत
महाराष्ट्र के मराठवाड़ा में पिछले एक सप्ताह में भारी बारिश के कारण हुई घटनाओं में 31 लोगों की मौत हो गई है. एक अधिकारी ने बुधवार को यह जानकारी दी. उन्होंने बताया कि 31 लोगों में से 12 की मौत मंगलवार को दर्ज की गई.
मंडलीय आयुक्त कार्यालय के एक अधिकारी ने बताया, 'मराठवाड़ा इलाके में पिछले एक हफ्ते से भारी बारिश हो रही है. मंगलवार शाम तक बारिश से संबंधित घटनाओं में 31 लोगों की मौत हुई. इनमें से 12 मौतें सात सितंबर को दर्ज की गई जबकि 19 लोगों की मौत एक सितंबर से छह सितंबर के बीच हुई.'
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उन्होंने कहा कि मराठवाड़ा के 145 सर्कल के आठ जिलों में पिछले 24 घंटे में मंगलवार तक 65 मिलीमीटर से अधिक वर्षा हुई. अधिकारी ने कहा कि 31 में से चार लोगों की मौत औरंगाबाद में हुई.
इसके अलावा हिंगोली और जालना में भी चार-चार लोगों की मौत हुई. परभणी और उस्मानाबाद में दो-दो, नांदेड़ में सात, बीड में पांच और लातूर में तीन लोगों की मौत हुई.
अधिकारी ने कहा कि भारी बारिश के कारण एक सितंबर से लेकर अब तक, जालना जिले में 598 पोल्ट्री पक्षियों समेत 687 पालतू पशुओं की मौत हो चुकी है. इसके अलावा क्षेत्र के 64 घरों को भारी नुकसान हुआ है.