रुद्रप्रयाग: पहाड़ों में बारिश (rudraprayag heavy rain) और भूस्खलन का दौर जारी है. धीरे-धीरे पहाड़ अब बिना बारिश के ही दरकने लग गये हैं. स्थिति इतनी विकराल हो रही है कि लोग डर के कारण अपने घरों को खाली करने के लिये विवश हैं. रुद्रप्रयाग जनपद के चोपता-तड़ाग मोटरमार्ग पर भी भयावह भूस्खलन (rudraprayag landslide ) हुआ है. यहां मोटरमार्ग का लगभग तीस मीटर हिस्सा पूरी तरह से भूस्खलन की भेंट चढ़ गया है.
पहाड़ों में बारिश और बारिश के बाद भूस्खलन होने का सिलसिला थमने का नाम नहीं ले रहा है. रुद्रप्रयाग में बारिश के कारण अभी भी 15 से अधिक मोटरमार्ग बंद पड़े हुये हैं. जबकि 80 पेयजल योजनाएं क्षतिग्रस्त चल रही हैं. ग्रामीण क्षेत्रों में आवाजाही बाधित होने के साथ ही पानी की आपूर्ति भी ठप है. ऐसे में ग्रामीण जनता की दिक्कतें बढ़ गई हैं. जनपद के दूरस्थ क्षेत्र चोपता-तड़ाग मोटरमार्ग पर भयावह भूस्खलन हुआ है. मोटरमार्ग पर एक साथ भारी मात्रा में भूस्खलन हो गया है. जिस कारण मोटरमार्ग का लगभग तीस मीटर हिस्सा पूरी तरह से ध्वस्त हो गया है.
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पहाड़ी से यहां पर एक साथ कई टन मलबा गिरा है. इस भूस्खलन के कारण लोगों के घर भी खतरे की जद में आ गये हैं. ग्राम प्रधान बृजमोहन सिंह नेगी ने बताया कि चोपता-तड़ाग मोटरमार्ग पर लगातार भूस्खलन हो रहा है. भूस्खलन के कारण ग्रामीण रात भर सो नहीं पा रहे हैं. कई आवासीय घर भी भूस्खलन के कारण खतरे की जद में आ गये हैं.