नई दिल्ली : स्वास्थ्य मंत्रालय के संयुक्त सचिव लव अग्रवाल ने कहा कि हमें अभी एहतियात बरतने की जरूरत है. उन्होंने बताया कि यूनाइटेड किंगडम, रूस और बांग्लादेश में कोरोना संक्रमण के मामलों में उछाल देखा गया है, अभी कोरोनी की दूसरी लहर खत्म नहीं हुई है, ऐसे में कोरोना प्रोटोकॉल का पालन किया जाना चाहिए.
सरकार ने कहा है कि हिलस्टेशनों में कोरोना प्रोटोकॉल का उल्लंघन चिंताजनक है. ऐसी ही लापरवाही जारी रही तो प्रतिबंध लगाए जा सकते हैं.
लव अग्रवाल ने कहा कि भारत में पिछले हफ्ते आए कोविड-19 के आधे से अधिक मामले दो राज्यों महाराष्ट्र (21 प्रतिशत) और केरल (32 प्रतिशत) से. सत्रह राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों के 66 जिलों में कोविड-19 संक्रमण दर आठ जुलाई को खत्म हुए हफ्ते में 10 प्रतिशत से अधिक रही.
संयुक्त सचिव ने कहा कि भारत में कोविड-19 के 80 प्रतिशत नए मामले 15 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों के 90 जिलों से आए, जो इन इलाकों में ध्यान केंद्रित करने की आवश्यकता की ओर इशारा कर रहे हैं.
उन्होंने कहा कि हमारे देश में 90 ज़िले ऐसे हैं, जहां देश में कोरोना वायरस के 80% मामले आ रहे हैं. देश में कोरोना वायरस के 53% मामले दो राज्यों महाराष्ट्र और केरल में आ रहे हैं. अभी भी देश में 66 ज़िले ऐसे हैं, जहां 8 जुलाई को पॉजिटिविटी रेट 10% से ज़्यादा था.
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नीति आयोग के सदस्य वीके पाल ने कहा कि बाज़ारों और पर्यटन स्थलों पर लापरवाही हो रही है. इसलिए वहां(पर्यटन स्थलों) एक नया खतरा दिखाई दे रहा है, वायरस के लिए एक व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति तक पहुंचना आसान हो रहा है.
उन्होंने कहा कि गर्भवती महिलाओं में कोविड की गंभीरता बढ़ जाती है, इसलिए जरूरी है कि हम गर्भवती महिलाओं को वैक्सीन लगवाएं अगर गर्भवती महिलाओं को कोरोना होता है तो समय से पहले डिलीवरी होने की संभावना बढ़ जाती है.