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Covid-19 : त्योहार पर भीड़ एकत्र न करें- स्वास्थ्य मंत्रालय

स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा कि पिछले हफ्ते कोविड-19 के कुल मामलों में 59.66 प्रतिशत केरल में सामने आए, यहां एक लाख से अधिक उपचाराधीन मरीज हैं. इसके अलावा कोविड-19 जांच की संख्या नहीं घटी है, प्रतिदिन 15-16 लाख जांच की जा रही है.

केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव राजेश भूषण
केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव राजेश भूषण
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Published : Sep 30, 2021, 5:26 PM IST

Updated : Sep 30, 2021, 9:24 PM IST

नई दिल्ली : सरकार ने कहा कि जायडस कैडिला के स्वदेशी रूप से विकसित सुई-मुक्त कोविड-19 रोधी टीके जायकोव-डी को बहुत जल्द राष्ट्रव्यापी कोरोनावायरस रोधी टीकाकरण अभियान में शामिल किया जाएगा और वर्तमान में उपयोग किए जा रहे टीकों की तुलना में इसका अलग मूल्य होगा. केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव राजेश भूषण ने एक संवाददाता सम्मेलन में कहा कि जहां तक इसके खरीद मूल्य का सवाल है, उसे लेकर सरकार निर्माता के साथ बातचीत कर रही है.

उन्होंने कहा, जहां तक वैक्सीन की कीमत का सवाल है, जिस पर इसे खरीदा जाएगा, हम निर्माता के साथ बातचीत कर रहे हैं. चूंकि यह तीन-खुराक वाला टीका है और एक सुई रहित वितरण प्रणाली के साथ आता है, इसलिए इसकी कीमत में मौजूदा समय में कोविड टीकाकरण कार्यक्रम में उपयोग किए जा रहे टीकों की कीमत से अंतर होगा भूषण ने कहा, इसे बहुत जल्द कोविड टीकाकरण अभियान में शामिल किया जाएगा.

कोवैक्सीन के लिए विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) की मंजूरी के संबंध में भारतीय आयुर्विज्ञान अनुसंधान परिषद (आईसीएमआर) के महानिदेशक डॉ. बलराम भार्गव ने कहा, हम जानते हैं कि वैज्ञानिक आंकड़ा, सार्वजनिक स्वास्थ्य संबंधी विचार और अंतर्राष्ट्रीय स्वास्थ्य आवश्यकताओं पर विचार किया जाता है, जिस पर डब्ल्यूएचओ द्वारा मंजूरी दी जाती है. ये सभी उपलब्ध कराए गए हैं और उन पर गौर किया जा रहा है. डब्ल्यूएचओ उसी के अनुरूप फैसला करेगा.

आपको बता दें कि स्वास्थ्य मंत्रालय ने जानकारी देते हुए बताया कि पिछले हफ्ते कोविड-19 के कुल मामलों में 59.66 प्रतिशत केरल में सामने आए, यहां एक लाख से अधिक उपचाराधीन मरीज हैं. इसके अलावा कोविड-19 जांच की संख्या नहीं घटी है, प्रतिदिन 15-16 लाख जांच की जा रही है.

सरकार ने जानकारी दी कि देश के 18 जिलों में कोरोना वायरस की साप्ताहिक संक्रमण दर पांच से 10 प्रतिशत है, 30 जिलों में यह 10 प्रतिशत से अधिक है. मंत्रालय ने कहा कि बढ़े जनसंख्या घनत्व ने कोविड के प्रसार की गुंजाइश बढ़ा दी है इसलिए अनावश्यक यात्रा टालने, त्योहार पर भीड़ एकत्र नहीं करने की जरूरत है.

जायकोव-डी को भारत के औषधि महानियंत्रक (डीसीजीआई) से आपातकालीन उपयोग की मंजूरी प्राप्त हो चुकी है और इसे 12 वर्ष और उससे अधिक आयु के लोगों को दिया जाएगा. कोविशील्ड, कोवैक्सीन और स्पूतनिक-वी टीके केवल 18 वर्ष से अधिक उम्र के लोगों को दिए जा रहे हैं इनकी दो खुराक दी जाती हैं जबकि इसके विपरीत जायकोव-डी तीन-खुराक वाला टीका है.

(पीटीआई-भाषा)

नई दिल्ली : सरकार ने कहा कि जायडस कैडिला के स्वदेशी रूप से विकसित सुई-मुक्त कोविड-19 रोधी टीके जायकोव-डी को बहुत जल्द राष्ट्रव्यापी कोरोनावायरस रोधी टीकाकरण अभियान में शामिल किया जाएगा और वर्तमान में उपयोग किए जा रहे टीकों की तुलना में इसका अलग मूल्य होगा. केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव राजेश भूषण ने एक संवाददाता सम्मेलन में कहा कि जहां तक इसके खरीद मूल्य का सवाल है, उसे लेकर सरकार निर्माता के साथ बातचीत कर रही है.

उन्होंने कहा, जहां तक वैक्सीन की कीमत का सवाल है, जिस पर इसे खरीदा जाएगा, हम निर्माता के साथ बातचीत कर रहे हैं. चूंकि यह तीन-खुराक वाला टीका है और एक सुई रहित वितरण प्रणाली के साथ आता है, इसलिए इसकी कीमत में मौजूदा समय में कोविड टीकाकरण कार्यक्रम में उपयोग किए जा रहे टीकों की कीमत से अंतर होगा भूषण ने कहा, इसे बहुत जल्द कोविड टीकाकरण अभियान में शामिल किया जाएगा.

कोवैक्सीन के लिए विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) की मंजूरी के संबंध में भारतीय आयुर्विज्ञान अनुसंधान परिषद (आईसीएमआर) के महानिदेशक डॉ. बलराम भार्गव ने कहा, हम जानते हैं कि वैज्ञानिक आंकड़ा, सार्वजनिक स्वास्थ्य संबंधी विचार और अंतर्राष्ट्रीय स्वास्थ्य आवश्यकताओं पर विचार किया जाता है, जिस पर डब्ल्यूएचओ द्वारा मंजूरी दी जाती है. ये सभी उपलब्ध कराए गए हैं और उन पर गौर किया जा रहा है. डब्ल्यूएचओ उसी के अनुरूप फैसला करेगा.

आपको बता दें कि स्वास्थ्य मंत्रालय ने जानकारी देते हुए बताया कि पिछले हफ्ते कोविड-19 के कुल मामलों में 59.66 प्रतिशत केरल में सामने आए, यहां एक लाख से अधिक उपचाराधीन मरीज हैं. इसके अलावा कोविड-19 जांच की संख्या नहीं घटी है, प्रतिदिन 15-16 लाख जांच की जा रही है.

सरकार ने जानकारी दी कि देश के 18 जिलों में कोरोना वायरस की साप्ताहिक संक्रमण दर पांच से 10 प्रतिशत है, 30 जिलों में यह 10 प्रतिशत से अधिक है. मंत्रालय ने कहा कि बढ़े जनसंख्या घनत्व ने कोविड के प्रसार की गुंजाइश बढ़ा दी है इसलिए अनावश्यक यात्रा टालने, त्योहार पर भीड़ एकत्र नहीं करने की जरूरत है.

जायकोव-डी को भारत के औषधि महानियंत्रक (डीसीजीआई) से आपातकालीन उपयोग की मंजूरी प्राप्त हो चुकी है और इसे 12 वर्ष और उससे अधिक आयु के लोगों को दिया जाएगा. कोविशील्ड, कोवैक्सीन और स्पूतनिक-वी टीके केवल 18 वर्ष से अधिक उम्र के लोगों को दिए जा रहे हैं इनकी दो खुराक दी जाती हैं जबकि इसके विपरीत जायकोव-डी तीन-खुराक वाला टीका है.

(पीटीआई-भाषा)

Last Updated : Sep 30, 2021, 9:24 PM IST
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