नई दिल्ली: हरियाणा के मुख्यमंत्री (Haryana Chief Minister Manohar Lal Khattar) ने दिल्ली में सांसदों (MPs of Haryana) के साथ बैठक की. बैठक में राज्य के मुद्दों पर चर्चा की गई. बैठक केंद्रीय राज्य मंत्री कृष्ण पाल गुर्जर के आवास पर हुई. नई दिल्ली में राज्य से संबंधित मुद्दों पर चर्चा की. बैठक में हरियाणा भाजपा प्रमुख ओपी धनखड़ और संगठन सचिव रविंदर राजू भी मौजूद थे. बैठक पहले संसद सत्र के समापन के बाद शुक्रवार शाम को होने वाली थी. लेकिन बाद में दोपहर के लिए निर्धारित की गई थी. क्योंकि गुरुवार को सदन अनिश्चित काल के लिए स्थगित कर दिया गया. पंजाब राज्य विधानसभा द्वारा राजधानी चंडीगढ़ पर पंजाब के पूर्ण दावे से संबंधित प्रस्ताव पारित होने के बाद इस बैठक को काफी महत्वपूर्ण माना जा रहा है.
पढ़ें : हरियाणा ने भी जताया चंडीगढ़ पर हक, विधानसभा में संकल्प सर्वसम्मति से पारित
भाजपा हरियाणा अध्यक्ष ओम प्रकाश धनखड़ ने कहा कि पंजाब और हरियाणा के बीच दूसरा प्रमुख मुद्दा सतलुज यमुना लिंक का है. यह मुद्दा दोनों राज्यों के बीच खींचतान का कारण रहा है. मुख्यमंत्री और सांसदों के बीच 3 घंटे से अधिक समय तक कई सत्रों में चली बैठक के दौरान कई मुद्दों पर विस्तार से चर्चा की गई. सांसदों ने अपने संसदीय क्षेत्र में लंबित कार्यों से संबंधित मुद्दों पर चर्चा की. चल रही परियोजनाओं और आगामी विकास कार्यों पर भी चर्चा हुई. उन्होंने कहा कि अन्य मुद्दों में राज्य में आगामी नगरपालिका और पंचायत चुनावों के साथ-साथ गुड़गांव में नवनिर्मित पार्टी कार्यालय के उद्घाटन के लिए भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा के कार्यक्रम पर भी चर्चा हुई.
धनखड़ ने कहा कि आगामी नगर निकाय चुनावों के लिए संगठनात्मक विस्तार और रणनीति तैयार करने के अलावा, भाजपा राज्य में आम आदमी पार्टी के बढ़ते नेटवर्क का मुकाबला करने की भी तैयारी कर रही है. पंजाब में प्रचंड बहुमत हासिल करने के बाद आप ने हरियाणा में सदस्यता अभियान शुरू कर दिया है. और आगामी चुनाव की तैयारी भी कर रही है. पंजाब में नवगठित आप सरकार और हरियाणा में एनडीए सरकार के बीच हालिया मुद्दा राजधानी शहर चंडीगढ़ और एसवाईएल लिंक का रहा है.
पढ़ें: हरियाणा के पूर्व मंत्री निर्मल सिंह अपनी बेटी के साथ AAP में हुए शामिल
धनखड़ ने कहा कि हरियाणा विधानसभा पहले ही इस मामले पर एक विशेष सत्र आयोजित कर चुकी है. और पार्टी ने अपना रुख स्पष्ट कर दिया है कि पहला मुद्दा 19 लाख एकड़ फीट पानी का है. जहां तक चंडीगढ़ का सवाल है, यह हरियाणा का हिस्सा है. आम आदमी पार्टी यह सब सिर्फ लोगों का ध्यान भटकाने के लिए कर रही है. धनखड़ ने कहा कि जब 'आप' पंजाब में प्रचार कर रही थी तो उन्होंने दावा किया था कि वह 34 हजार करोड़ के भ्रष्टाचार को रोकेंगे. साथ ही अवैध रेत खनन को रोक कर 20 हजार करोड़ रुपए बचाएंगे. इस तरह देखा जाए तो उनके पास पहले ही 54 हजार करोड़ रुपए हैं. लेकिन सरकार बनाने के कुछ दिनों बाद, वे दिल्ली आए और अपने वादों को पूरा करने के लिए केंद्र सरकार से और धन की मांग की.