सूरत: महिला प्रोफेसर सुसाइड मामले में सूरत पुलिस ने आखिरकार आंध्र प्रदेश से जूही शेख नाम की महिला को गिरफ्तार किया है. पुलिस का कहना है कि शेख ब्लैकमेलिंग के पैसे से अपना कमीशन काटकर बिटकॉइन के जरिए पाकिस्तान के लाहौर में रहने वाले जुल्फिकार नाम के शख्स को भेजती थी. जूही शेख को पकड़ने के लिए पुलिस ने जाल बिछाया था. गौरतलब है कि मोराभगल में रहने वाली एक महिला प्रोफेसर की ट्रेन से गिरकर आत्महत्या करने का मामला सामने आया था.
इस मामले में रांदेर पुलिस ने बिहार में नक्सली क्षेत्र माने जाने वाले केवली और जम्मू से तीन लोगों को हिरासत में लिया और उनसे पूछताछ की, जिसमें पता चला कि पाकिस्तान से पूरा रैकेट संचालित किया जा रहा था. इसे लेकर सूरत पुलिस ने आंध्र प्रदेश में एक ऑपरेशन चलाया, जिसमें पता चला कि आंध्र प्रदेश की जूही शेख ब्लैकमेलिंग के पैसे से अपना कमीशन काट कर बिटकॉइन के माध्यम से पाकिस्तान के लाहौर में बैठे जुल्फिकार को ट्रासंफर कर रही थी.
आपको बता दें कि 16 मार्च को एक 25 वर्षीय विवाहिता ने ट्रेन से कूदकर आत्महत्या कर ली थी. महिला प्रोफेसर की मौत के बाद पाकिस्तान के वर्चुअल नंबर से उसके अकाउंट और मोबाइल डिटेल्स वेरिफाई करने वाले धमकी भरे मैसेज आ रहे थे. साथ ही प्रोफेसर की मॉर्फ्ड और अश्लील फोटो भी उसके मोबाइल पर मिली थी. पुलिस ने जब मामले की जांच की तो पता चला कि इस बैंक अकाउंट से बिहार में चार अलग-अलग लोगों के खातों में 47,500 रुपये ट्रांसफर किए गए थे.
जांच के बाद पुलिस ने पटना के राधोपुर से अभिषेक रवींद्र प्रसाद सिद्धू, रोशन कुमार, विजय प्रसाद सिंह और सौरभ राज गजेंद्र कुमार को नक्सल प्रभावित क्षेत्र से गिरफ्तार किया है. पुलिस ने जूही के पास से सात बैंक खातों की जानकारी हासिल की और इनमें से यूनियन बैंक के दो और एसबीआई के दो पासबुक बरामद किए हैं. इनका उपयोग फ्रॉड करने के लिये होता था. बिहार और अन्य राज्यों में उनके एजेंट अपना कमीशन काटकर पैसा इन खातों में जमा कर देते थे.
इसके बाद यह सारा पैसा जूही शेख के खाते में जमा किया जाता था. पुलिस ने बताया कि रोजाना एक लाख रुपये खाते में जमा किए जाते थे, जिसमें से जूही अपना कमीशन काटकर बाकी का पैसा बाइनेंस ऐप के जरिए बिटकॉइन में बदल देती थी और उन बिटकॉइन्स को लाहौर में जुल्फिकार की ई-मेल आईडी पर ट्रांसफर कर दिया जाता था. पुलिस ने बताया कि जूही एक ब्यूटीशियन है, लेकिन एक हाई प्रोफाइल जीवन जीने के लिए वह साइबर बुलिंग नेटवर्क का हिस्सा बन गईं.
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पूछताछ में सामने आया कि यह गिरोह लोन देने के नाम पर पीड़ित का ब्योरा और फोटो हासिल करता था, जिसके बाद ग्राहक की फोटो से छेड़छाड़ कर उन्हे बदनाम करने की धमकी देता था और ब्लैकमेल कर पैसे वसूलता था. इस पूरे नेटवर्क को लाहौर, पाकिस्तान का रहने वाला मिनाहिल जुल्फिकार नाम का एक व्यक्ति संचालित कर रहा है.