जूनागढ़ : गुजरात के जूनागढ़ में फर्जी विधायक के बाद अब फर्जी डीवाईएसपी पकड़ा गया है. गिरफ्तार किए गए आरोपी विनीत दवे ने पुलिस विभाग के अलावा अन्य वरिष्ठ अधिकारियों से अच्छी जान पहचान का फायदा उठाते हुए 17 से अधिक लोगों को नौकरी लगवाने का झांसा दिया. इस दौरान उसने लोगों को 2 करोड़ रुपये से अधिक की चपत लगाई.
बताया जाता है कि फैमिली कोर्ट का ड्राइवर खुद को डीवाईएसपी बताकर लोगों को ठग रहा था. गिरफ्तार किया गया आरोपी मूल रूप से अहमदाबाद का रहने वाला है और इन दिनों वडोदरा में रह रहा था. इतना ही नहीं आरोपी विनीत दवे जूनागढ़ फैमिली कोर्ट में ड्राइवर के पद पर कार्यरत था और उसके खिलाफ जांच भी चल रही थी. इसी बीच विनीत दवे जूनागढ़ से भाग गया और वडोदरा में रह रहा था.
इस संबंध में जूनागढ़ के एसपी हर्षद मेहता ने बताया कि गिरफ्तार किए गए विनीत दवे के पास से फर्जी गुजरात पुलिस डीवाईएसपी रैंक कार्ड के अलावा जूनागढ़ का आधार कार्ड, फैमिली कोर्ट कर्मचारी आईकार्ड, प्रिंसिपल सीनियर सिविल जज जूनागढ़ व एक्सिस बैंच के नाम का फोटोकापी किया हुआ आईकार्ड बरामद किया गया है. साथ ही पुलिस ने उसके पास से एक और बैंक का डेबिट कार्ड, ड्राइविंग लाइसेंस भी बरामद किया गया है. जांच के दौरान पुलिस ने आरोपी के पास से अलग-अलग लोगों के नाम से डुप्लीकेट कॉल लेटर भी बरामद किए हैं.
अब तक की जांच में यह भी पता चला है कि उसने सौराष्ट्र के अलग-अलग जिलों के कुल 17 लोगों से सरकारी नौकरी या अन्य विभागों में काम कराने के बदले करीब 2 करोड़ 11 लाख 50 हजार रुपये की ठगी की है. विनीत मुख्य रूप से जूनागढ़-राजकोट सोमनाथ जिले के नौकरी चाहने वालों और सरकारी विभागों में काम करने आने वाले लोगों को शिकार बनाता था. फिलहाल पुलिस की जांच जारी है.
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