रेवाड़ी: कृषि कानून के विरोध में किसानों ने देशभर में जोरदार विरोध प्रदर्शन किया था. वहीं किसान आंदोलन के दौरान रेवाड़ी और बावल से राजस्थान के अजरका रेलवे स्टेशन पहुंच ट्रेन को रोकने वाले किसान नेताओं को अब जीआरपी राजस्थान ने नोटिस थमाने (Grp police notice to Farmers) शुरू कर दिए हैं. रविवार को रेवाड़ी में भारतीय किसान यूनियन के प्रदेश महासचिव रामकिशन महलावत के बावल स्थित निवास पर जीआरपी पुलिस पहुंची और उसके घर के बाहर नोटिस चस्पा किया.
गौरतलब है कि 18 अक्तूबर को देशभर में किसानों ने रेल रोको आंदोलन का ऐलान किया था. इस दौरान किसान नेताओं ने भुज से बरेली जा रही एक्सप्रेस ट्रेन को विरोध प्रदर्शन करते हुए पांच घंटे रोके रखा था. जिसे लेकर चिन्हित किसानों के घरों पर जीआरपी पुलिस नोटिस थमा रही है. सभी को 24 फरवरी को अलवर की अदालत में पेश होने के लिए निर्देश दिए गए हैं. रामकिशन महलावत ने बताया कि जिस समय जीआरपी नोटिस देने आई थी, वे घर पर नहीं थे.
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उन्हें पता चला है कि उनके रेवाड़ी जिले के बावल के साथी किसान नवीन कुमार, महेंद्र, प्रभुदयाल नेहरा, रामकुमार, अतरसिंह नेहरा आदि को भी जीआरपी की तरफ से नोटिस दिए गए हैं. उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार अपने वायदे से मुकर रही है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा तीनों कृषि कानूनों को रद्द किए जाने के बाद केंद्र व राज्य सरकारों ने दर्ज मुकदमें वापस लेने का आश्वासन दिया था. तभी किसानों ने आंदोलन वापस लेने की घोषणा की थी, लेकिन अब सरकार की तरफ से किसानों के घर नोटिस पहुंचाये जा रहे हैं. उन्होंने सरकार चेतावनी दी कि इन नोटिसों से वे पीछे हटने और डरने वाले नहीं हैं. केंद्र की सरकार किसानों को पुन: सड़कों पर उतरने के लिए मजबूर कर रही है.