नई दिल्ली : पिछले साल से तीनों कृषि कानूनों (agri laws) के खिलाफ दिल्ली की सीमाओं पर आंदोलन के दौरान जान गंवाने वाले किसानों का रिकॉर्ड नहीं होने के केंद्र के बयान के बाद कांग्रेस नेता प्रियंका गांधी (Congress leader Priyanka Gandhi) ने रविवार को आरोप लगाया कि सरकार लगातार किसानों का अपमान कर रही है और कहा कि कानूनों को निरस्त करना चाहिए.
कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने शुक्रवार को संसद को बताया कि केंद्र के तीन नए कृषि कानूनों के खिलाफ वर्ष 2020 से दिल्ली की सीमाओं पर आंदोलन के दौरान मृत किसानों के बारे में सरकार के पास कोई रिकॉर्ड नहीं है.
कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने ट्वीट किया कि भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के नेतृत्व वाली केंद्र सरकार ने संसद में कहा कि न तो उसने काले कृषि कानूनों पर किसानों की मंशा जानने की कोई कोशिश की और न ही उसके पास शहीद किसानों का कोई आंकड़ा है. अपने खरबपति मित्रों का चश्मा लगाकर आंखों का पानी मार चुकी यह सरकार बस किसानों का अपमान किए जा रही है. प्रियंका ने काले कृषि कानून वापस लो हैशटैग का इस्तेमाल करते हुए यह टिप्पणी की.
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भाजपा सरकार ने संसद में कहा कि न तो उसने काले कृषि कानूनों पर किसानों की मंशा जानने की कोई कोशिश की और न ही उसके पास शहीद किसानों का कोई आंकड़ा है।
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— Priyanka Gandhi Vadra (@priyankagandhi) July 25, 2021
अपने खरबपति मित्रों का चश्मा लगाकर आंखों का पानी मार चुकी ये सरकार बस किसानों का अपमान किए जा रही है।#काले_कृषि_कानून_वापस_लोभाजपा सरकार ने संसद में कहा कि न तो उसने काले कृषि कानूनों पर किसानों की मंशा जानने की कोई कोशिश की और न ही उसके पास शहीद किसानों का कोई आंकड़ा है।
— Priyanka Gandhi Vadra (@priyankagandhi) July 25, 2021
अपने खरबपति मित्रों का चश्मा लगाकर आंखों का पानी मार चुकी ये सरकार बस किसानों का अपमान किए जा रही है।#काले_कृषि_कानून_वापस_लो
मुख्य रूप से पंजाब, हरियाणा और पश्चिमी उत्तर प्रदेश के किसान तीनों कृषि कानूनों के विरोध में पिछले साल नवंबर से दिल्ली की सीमाओं पर प्रदर्शन कर रहे हैं. आंदोलनकारी किसानों में से 200 किसानों का एक समूह विशेष अनुमति मिलने के बाद अब मध्य दिल्ली के जंतर मंतर पर प्रदर्शन कर रहा है.
(पीटीआई भाषा)