कानपुर : कोरोना की तीसरी लहर (Covid Third Wave) की आशंका के बीच कानपुर के बप्पी लहरी के नाम से मशहूर मनोज सिंह उर्फ गूगल गोल्डन बाबा ने एक ऐसा मास्क धारण किया है. जो चर्चा का विषय बन गया है. बाबा ने ऐसा मास्क बनवाया है जो सोने से निर्मित है. जिसका वजन 101 ग्राम है और इसे मुंबई के कारीगारों ने बनाया है. बाबा ने इस अनोखे मास्क का नाम शिव स्वर्ण कोरोना रक्षक यंत्र रखा है.
दो साल तक कोरोना से बचाव
इस मास्क की खासियत उसकी खूबसूरती तक ही सीमित नहीं है. बाबा का दावा है कि मास्क में सैनिटाइजर जेल की लेयर लगी हुई है जो सभी प्रकार के वायरस को अंदर जाने से रोकता है. जिसके कारण लगभग दो साल तक कोरोना से बचाव करने में यह मददगार होगा. उनका कहना है यह एक कवच की तरह कोरोना से उनकी रक्षा करेगा. उन्होंने वैदिक मंत्रोच्चारण करने के बाद इस शिव स्वर्ण नाम के मास्क को धारण किया. उन्होंने बताया कि सोने की कोई कीमत नहीं होती और जब उससे प्रभु का नाम जुड़ जाए तो वह अमूल्य होता है.
अक्सर चर्चा में रहते हैं बाबा
कानपुर के काकादेव के रहने वाले मनोज सिंह उर्फ गूगल गोल्डन बाबा अपने सोने के प्रेम के चलते अक्सर चर्चा में बने रहते हैं. चाहे उनका सोने का शंख हो, चाहे उनकी रिवाल्वर की बट. हर चीज अपने आप में अनोखी है. वह हर वक्त लगभग 2 किलो सोना पहने रहते हैं. उनके पास सोने के कई आभूषण है. जिनमें सोने की मछली, सोने की दुर्गा मां, सोने के शिव, सोने के और कई भगवान. वहीं 7 से 8 सोने की चैन उनके गले की शोभा बढ़ाती है. बाबा की दसों अंगुलियों में अंगूठियां और चांदी के लगभग पांच किलो वजन के जूते वे हमेशा पहने रहते हैं. यही वजह है कि उन्हें गूगल गोल्डन बाबा के नाम से जाना जाता है.
कैसे आया सोने के मास्क का आइडिया
कोरोना महामारी के बीच मास्क हर आदमी के साथ जुड़ गया. हर व्यक्ति मास्क इस्तेमाल करने लगा. तभी गूगल गोल्डन बाबा को सोने का मास्क बनवाने का आइडिया आया. जिसके लिए उन्होंने मुंबई के कारीगर को सोने का मास्क बनाने का ऑर्डर दिया जो अब बनकर आ चुका है.
कई बार मिल चुकी हैं धमकियां
सोने के प्रेम ने कई बार बाबा को मुसीबत में भी डाल दिया है. उन्हें कई बार धमकियां भी मिली हैं, लेकिन उनका सोना प्रेम कम नहीं हुआ. सुरक्षा के लिए बाबा अपने साथ दो गनर लेकर चलते हैं.
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