नई दिल्ली: भारत की अपनी यात्रा से पहले जर्मन वाइस चांसलर डॉ. रॉबर्ट हैबेक ( German Vice Chancellor Dr. Robert Habeck) ने बुधवार को कहा कि दुनिया का सबसे अधिक आबादी वाला देश होने के नाते भारत को एक प्रमुख विकास बाजार माना जाता है. उन्होंने भारत के साथ अपनी रणनीतिक साझेदारी को विस्तारित और गहरा करने में जर्मनी की रुचि की पुष्टि करते हुए कहा कि यह जर्मन अर्थव्यवस्था के लचीलेपन और विविधीकरण को भी मजबूत करेगा. उन्होंने विशेष रूप से नवीकरणीय ऊर्जा और हरित हाइड्रोजन में अप्रयुक्त सहयोग क्षमता की ओर इशारा किया.
जर्मनी के आर्थिक मामलों और जलवायु कार्रवाई मंत्री डॉ. रॉबर्ट हैबेक तीन दिवसीय यात्रा पर गुरुवार को दिल्ली आएंगे. उनके साथ एक उच्च पदस्थ अधिकारी और एक व्यापारिक प्रतिनिधिमंडल भी आएगा जिसमें बड़ी और मध्यम आकार की जर्मन कंपनियों के शीर्ष अधिकारी शामिल होंगे. इस दौरान हेबेक के वाणिज्य और उद्योग मंत्री पीयूष गोयल के साथ-साथ विदेश मंत्री डॉ. जयशंकर और बिजली और नवीन एवं नवीकरणीय ऊर्जा मंत्री आरके सिंह के साथ उच्च स्तरीय बैठकें होने की संभावना है.
इस दौरान वह दिल्ली में इन्वाइटिंग इनोवेशन: ट्रांसफॉर्मिंग द इकोनॉमी फॉर ए शेयर्ड सस्टेनेबल फ्यूचर शीर्षक के तहत इंडो-जर्मन चैंबर ऑफ कॉमर्स द्वारा आयोजित एक इंडो-जर्मन बिजनेस फोरम का भी उद्घाटन करेंगे. हैबेक मुंबई में महाराष्ट्र सरकार के साथ सतत विकास वाली एक गैर-सरकारी परियोजना का दौरा करेंगे. इसके अलावा उनका युवा भारतीय उद्यमियों के साथ बातचीत करने का भी कार्यक्रम है. अपनी यात्रा के अंतिम चरण में हेबेक गोवा में जी20 ऊर्जा मंत्रियों की बैठक में हिस्सा लेंगे.
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