गया: बिहार के गया ऑफिसर ट्रेनिंग एकेडमी ( Gaya OTA) में शनिवार को 23वें पासिंग आउट परेड में देश को 82 जाबांज कैडेट्स मिले हैं. इनमें देश के 72 और मित्र देशों के 10 जेंटलमैन कैडेट्स शामिल हैं. इस दौरान बिहार के सात बेटों ने देश के नाम अपना जीवन कर दिया. नजारा भावुक और गौरवान्वित करनेवाला था.
कटिहार के ट्रक चालक का बेटा बना अधिकारी: किसी ने ट्रक चालक होकर भी बेटे को सेना का अधिकारी बनाया तो किसी की 5वीं पीढ़ी ने फिर से शान बढ़ाई. इस तरह गया ओटीए के गौरवशाली इतिहास में एक और अध्याय जुड़ गया है. पासिंग आउट परेड होने के बाद बिहार के कटिहार के लक्ष्मीपुर सरदार के रहने वाले सुखविंदर सिंह भारतीय सेना में अधिकारी बने हैं.
बेटे ने कहा- 'पापा के कारण यहां तक पहुंचा हूं': सुखविंदर सिंह के पिता अमरिंदर सिंह बंटी ट्रक चालक हैं. ट्रक चला कर भी अपने बेटे को पिता ने सेना का अधिकारी बनाया. सुखविंदर बताते हैं कि उसे भारतीय सेना का अधिकारी बनाने के लिए पिता को काफी मुश्किलों का सामना करना पड़ा.
"मैं कटिहार से हूं. बहुत अच्छा लग रहा है, चार साल की ट्रेनिंग के बाद इस मुकाम पर पहुंचा हूं. मेरे और मेरी फैमिली के लिए गर्व का दिन है."- लेफ्टिनेंट सुखविंदर सिंह, कटिहार निवासी
"मैं ड्राइवर हूं. गाड़ी चलाने का काम करता हूं. कठोर मेहनत करके यहां तक अपने बेटे को पहुंचाया है. मेरा बेटा देश की सेवा करेगा सोचकर गर्व महसूस हो रहा है."- अमरिंदर सिंह बंटी,लेफ्टिनेंट सुखविंदर सिंह के पिता
वहीं बेगूसराय के रहने वाले लेफ्टिनेंट मो. अमानुल्लाह ने भी अधिकारी बन जाने पर अपनी खुशी का इजहार किया है. बक्सर के मंगलम मिश्रा के परिवार की भी खुशी का ठिकाना नहीं है. वहीं राजस्थान के जयपुर के रहने वाले वीवीएस राठौर भी भारतीय सेना में अधिकारी बने हैं. उन्होंने बताया कि वह पांचवीं पीढ़ी में है, जब वह अधिकारी बने हैं.
"आज का दिन हमारे लिए खुशी का दिन है. चार साल की कड़ी मेहनत के बाद ये दिन आया है. मेरे पिता एयरफोर्स में हैं."- लेफ्टिनेंट मो. अमानुल्लाह, बेगूसराय निवासी
मेरे पापा एयरफोर्स में थे. मैं देश के कई जगहों पर रह चुका हूं. आज मेरे और मेरे परिवार के लिए गर्व का दिन है.- लेफ्टिनेंट मंगलम मिश्रा, बक्सर निवासी
"प्रथम विश्व युद्ध में, दूसरे विश्व युद्ध में, 1971 के युद्ध में समेत विभिन्न युद्ध में भाग लेने वाले पीढ़ी से हूं और यह पांचवीं पीढ़ी है. मेरे पापा,भाई और बहन नेवी में हैं. मैं आर्मी में हूं."- लेफ्टिनेंट वीवीएस राठौर, जयपुर निवासी
बिहार के 7 जीसी भी भारतीय सेना में कमीशन हुए: ऑफिसर्स ट्रेनिंग अकेडमी गया से इस बार एससीओ कोर्स सीरियल 50 के 16 जेंटलमैन कैडेट्स और टीईएस कोर्स 41 के 66 जीसी पास आउट हुए हैं. इसमें देश के 72 जीसी पास आउट हुए. वहीं मित्र देश भूटान के पांच, श्रीलंका के तीन और म्यांमार के 2 जीसी भी शामिल हैं.
वहीं, बिहार राज्य से सात जीसी भारतीय सेना में कमीशन हुए. खास बात यह है कि गया स्थित ओटीए से मित्र देशों के 117 जैंटलमैन कैडेट पास आउट हो चुके हैं. इस तरह गया ओटीए मित्र देशों को हर वर्ष बेहतर ऑफिसर दे रहा. जनरल ऑफिसर कमांडिंग इन चीफ दक्षिणी कमान लेफ्टिनेंट जनरल अजय कुमार सिंह पासिंग आउट परेड के मुख्य अतिथि रहे.
"आज बहुत अच्छा दिन है. सिविल से आने वालों को हम तराशते हैं और ऑफिसर बनाते हैं. गौरव पदक समारोह भी हमने शुरू करके माता-पिता को नवाजने का काम किया है."- अजय कुमार सिंह, लेफ्टिनेंट जनरल, कमांडिंग इन चीफ दक्षिणी कमान