ETV Bharat / bharat

कन्या भ्रूण हत्या करने वाले गिरोह का पर्दाफाश, तीन महीने में किए 242 महिलाओं के गर्भपात - कन्या भ्रूण हत्या

कर्नाटक पुलिस ने गर्भवती महिलाओं का गर्भपात कराने वाले रैकेट का भंडाफोड़ करते हुए 9 लोगों को गिरफ्तार किया है. जानकारी के अनुसार ये सभी आरोपी गर्भवती महिलाओं के कन्या भ्रूण का पता लगाते थे और फिर पैसे लेकर कन्या भ्रूण हत्या करते थे. karnataka police, abortion of pregnant women, female foeticide

Bengaluru City Police Commissioner B Dayanand
बेंगलुरु सिटी पुलिस कमिश्नर बी दयानंद
author img

By ETV Bharat Hindi Team

Published : Nov 28, 2023, 4:05 PM IST

बेंगलुरु: कर्नाटक पुलिस ने मंगलवार को जानकारी दी कि पूरे राज्य में लिंग जांच कर डेढ़ हजार से ज्यादा भ्रूणों की हत्या की जा चुकी है. इस बात की जानकारी अवैध गर्भपात का व्यापार चला रहे आरोपियों ने गिरफ्तारी के बाद पुलिस को दी. आरोपियों ने बताया कि उनकी एक टीम भ्रूण के लिंग निर्धारण का काम करती थी और फिर दूसरी टीम गर्भपात का काम करती थी.

पुलिस ने जब इन आरोपियों की कॉल डिटेल निकाली तो पता चला कि वे डॉक्टरों सहित कई लोगों से जुड़े हुए थे. अब पुलिस उन लोगों की तलाश कर रही है, जो इन आरोपियों के साथ काम कर रहे थे. पुलिस के मुताबिक, आरोपियों ने योजनाबद्ध तरीके से एक नेटवर्क बनाया और अपराध को अंजाम दिया. मामले में अब तक 9 आरोपियों को गिरफ्तार किया जा चुका है और गिरफ्तार किए गए सभी लोग मूल रूप से मैसूर और मांड्या के रहने वाले हैं.

बेंगलुरु सिटी पुलिस कमिश्नर बी दयानंद ने जानकारी दी है कि आरोपी मांड्या के अलेमाने (गुड़ उत्पादन शेड), मैसूर के अस्पतालों और बेंगलुरु के बैयप्पनहल्ली में भ्रूण की पहचान करते थे और उन्हें मार देते थे. बिचौलियों के माध्यम से महिलाओं को लाया जाता था. एक भ्रूण की हत्या के लिए इन्हें 20 हजार रुपये मिलते थे. पिछले 3 महीनों में आरोपियों ने करीब 242 भ्रूणों की हत्या की और अब तक अरबों रुपये का गबन किया.

बैयप्पनहल्ली पुलिस ने गर्भपात कराने और कन्या भ्रूण ढूंढने वाले नेटवर्क के बारे में जानकारी मिलने के बाद पिछले अक्टूबर में शिवा नंजेगौड़ा, वीरेश, नवीन कुमार और नयन कुमार को गिरफ्तार किया था. गिरफ्तार आरोपी मांड्या के एक अलेमाने (गुड़ उत्पादन शेड) में गर्भवती महिलाओं की पहचान कर उनकी स्कैनिंग कर रहे थे. बाद में पुलिस जांच में खुलासा हुआ कि कन्या भ्रूण होने पर वे उसका गर्भपात करा देते थे.

आगे की जांच के बाद, चेन्नई के एक डॉक्टर तुलसीराम, मैसूर के एक निजी अस्पताल के डॉक्टर डॉ. चंदन बल्लाल, उनकी पत्नी मीना, मैसूर के एक निजी अस्पताल की रिसेप्शनिस्ट रिज़मा और एक लैब तकनीशियन निसार को गिरफ्तार कर लिया गया. साथ ही इस मामले में पुलिस ने बताया था कि मैसूर के उदयगिरि में एक निजी अस्पताल राजकुमार रोड स्थित आयुर्वेदिक डे केयर सेंटर को जब्त कर लिया गया.

बेंगलुरु: कर्नाटक पुलिस ने मंगलवार को जानकारी दी कि पूरे राज्य में लिंग जांच कर डेढ़ हजार से ज्यादा भ्रूणों की हत्या की जा चुकी है. इस बात की जानकारी अवैध गर्भपात का व्यापार चला रहे आरोपियों ने गिरफ्तारी के बाद पुलिस को दी. आरोपियों ने बताया कि उनकी एक टीम भ्रूण के लिंग निर्धारण का काम करती थी और फिर दूसरी टीम गर्भपात का काम करती थी.

पुलिस ने जब इन आरोपियों की कॉल डिटेल निकाली तो पता चला कि वे डॉक्टरों सहित कई लोगों से जुड़े हुए थे. अब पुलिस उन लोगों की तलाश कर रही है, जो इन आरोपियों के साथ काम कर रहे थे. पुलिस के मुताबिक, आरोपियों ने योजनाबद्ध तरीके से एक नेटवर्क बनाया और अपराध को अंजाम दिया. मामले में अब तक 9 आरोपियों को गिरफ्तार किया जा चुका है और गिरफ्तार किए गए सभी लोग मूल रूप से मैसूर और मांड्या के रहने वाले हैं.

बेंगलुरु सिटी पुलिस कमिश्नर बी दयानंद ने जानकारी दी है कि आरोपी मांड्या के अलेमाने (गुड़ उत्पादन शेड), मैसूर के अस्पतालों और बेंगलुरु के बैयप्पनहल्ली में भ्रूण की पहचान करते थे और उन्हें मार देते थे. बिचौलियों के माध्यम से महिलाओं को लाया जाता था. एक भ्रूण की हत्या के लिए इन्हें 20 हजार रुपये मिलते थे. पिछले 3 महीनों में आरोपियों ने करीब 242 भ्रूणों की हत्या की और अब तक अरबों रुपये का गबन किया.

बैयप्पनहल्ली पुलिस ने गर्भपात कराने और कन्या भ्रूण ढूंढने वाले नेटवर्क के बारे में जानकारी मिलने के बाद पिछले अक्टूबर में शिवा नंजेगौड़ा, वीरेश, नवीन कुमार और नयन कुमार को गिरफ्तार किया था. गिरफ्तार आरोपी मांड्या के एक अलेमाने (गुड़ उत्पादन शेड) में गर्भवती महिलाओं की पहचान कर उनकी स्कैनिंग कर रहे थे. बाद में पुलिस जांच में खुलासा हुआ कि कन्या भ्रूण होने पर वे उसका गर्भपात करा देते थे.

आगे की जांच के बाद, चेन्नई के एक डॉक्टर तुलसीराम, मैसूर के एक निजी अस्पताल के डॉक्टर डॉ. चंदन बल्लाल, उनकी पत्नी मीना, मैसूर के एक निजी अस्पताल की रिसेप्शनिस्ट रिज़मा और एक लैब तकनीशियन निसार को गिरफ्तार कर लिया गया. साथ ही इस मामले में पुलिस ने बताया था कि मैसूर के उदयगिरि में एक निजी अस्पताल राजकुमार रोड स्थित आयुर्वेदिक डे केयर सेंटर को जब्त कर लिया गया.

ETV Bharat Logo

Copyright © 2025 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.