वाराणसी : धर्म नगरी काशी में रविवार से जी-20 सम्मेलन की शुरुआत हो गई. सम्मेलन में आए विभिन्न देशों के 200 प्रतिनिधि (डेलीगेट्स) काशी की संस्कृति व आभा देखकर काफी खुश हुए. विदेशी मेहमान दशाश्वमेध घाट पर गंगा आरती में शामिल हुए. विदेश मंत्री एस जयशंकर भी पत्नी समेत इस खास पल के गवाह बने. मेहमानों ने मां गंगा के अद्भुत स्वरूप का दीदार किया. इसके बाद आतिशबाजी का भी लुत्फ उठाया.
वाराणसी में आज से जी-20 सम्मलेन की शुरुआत हो चुकी है. जी-20 देशों का यह सम्मेलन वाराणसी में 11 से 13 जून के बीच होगा. सम्मेलन में 20 सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था वाले देशों के 500 से ज्यादा राजनयिक शामिल हो रहे हैं. इसके साथ ही सीएम योगी आदित्यनाथ भी वाराणसी पहुंचे हैं. विदेश मंत्री भी वाराणसी में ही हैं. विदेश मंत्री ने विदेशी मेहमानों के साथ मिलकर दशाश्वमेध घाट पर गंगा आरती संग क्रैकर शो भी देखा.
विदेश मंत्री के साथ 200 विदेशी मेहमानों ने देखी गंगा आरती : शाम को विदेश मंत्री एस जयशंकर पत्नी के साथ दशाश्वमेध घाट पहुंचे. उनके साथ जी-20 देशों के 200 विदेशी मेहमान भी थे. वे क्रूज के माध्यम से नमो घाट पर पहुंचे. यहां से वे सभी गंगा आरती में शामिल हुए. इस दौरान घाट पर सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए थे. इस बारे में गंगा सेवा निधि के अध्यक्ष सुशांत मिश्रा ने बताया कि गंगा आरती के दौरान 9 अर्चकों ने मां गंगा की आरती की. 27 रिद्धि-सिद्धि भी मौजूद रहीं व चंवर भी डोलाया. दशाश्वमेध घाट पर विदेशी मेहमानों के गंगा आरती देखने के लिए अलग से मंच तैयार किया गया था. घाट पर मनमोहक आरती देखकर सभी के चेहरे खिले हुए दिखाई दिए. उनमें उत्साह नजर आ रहा था.
आरती के बाद हुई ग्रीन आतिशबाजी : घाट पर आरती के बाद ग्रीन आतिशबाजी का कार्यक्रम हुआ. ये अपने आप में अनोखा कार्यक्रम था. ठीक ऐसा ही कार्यक्रम देव दीपावली पर भी किया गया था. इसकी बहुत ही सराहना हुई थी. ऐसा ही क्रैकर्स शो आज डेलीगेट्स के लिए किया गया. यह डेलीगेट्स को एक फेस्टिवल जैसा अनुभव करा रहा था. वहां मौजूद हर शख्स इसे देखकर काफी खुश था. 13 जून की शाम को सारनाथ में म्यूजियम आदि दिखाया जाएगा. सभी डेलीगेट्स को यहां की प्राचीन संस्कृति से परिचित कराया जाएगा.
एयरपोर्ट पर विदेशी मेहमानों का किया गया भव्य स्वागत : बता दें कि इससे पहले वाराणसी एयरपोर्ट पर आए इन मेहमानों का मंत्रोचार के साथ स्वागत किया गया. इस दौरान डमरू भी बजाया गया. इसे देखकर एक विदेशी मेहमान ने खुद डमरू लेकर बजाना शुरू कर दिया. वहीं स्थानीय कलाकारों ने नृत्य प्रस्तुत कर इन विदेशी मेहमानों का स्वागत किया. कुछ समय रुककर जी-20 के डेलीगेट्स ने काशी के सांस्कृतिक रंग को देखा. वहां से सभी मेहमानों को माथे पर तिलक लगाकर कार्यक्रम स्थल के लिए रवाना किया गया.
विदेशी मेहमानों को दिखाया जाएगा यूपी का विकास मॉडल : वाराणसी आए इन डेलीगेट्स को 11 से 13 जून तक उत्तर प्रदेश का विकास मॉडल दिखाया जाएगा. इसके साथ ही उन्हें वाराणसी के इतिहास, यहां की संस्कृति और यहां की कला से परिचय कराया जाएगा. काशी की कला को देखते हुए आज डेलीगेट्स को प्राचीन गुलाबी मीनाकारी से बने राष्ट्रीय पक्षी मोर को देकर स्वागत किया गया. सभी डेलीगेट्स इस दौरान अर्थव्यवस्था पर भी चर्चा करेंगे.
दुल्हन की तरह सजी काशी : बता दें कि भारत जी20 समिट के माध्यम से अपने कूटनीतिक और व्यापारिक रिश्तों को मजबूत बना रहा है. इसी को देखते हुए वाराणसी में विदेशी मेहमानों का भव्य स्वागत सत्कार किया गया है. वहीं इन डेलीगेट्स के स्वागत में काशी को दुल्हन की तरह सजाया गया है. इस समिट का नेतृत्व विदेश मंत्री एस जयशंकर कर रहे हैं. वहीं उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ भी वाराणसी पहुंचे हुए हैं. वहीं 12 जून को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इन डेलीगेट्स के साथ वर्चुअल बैठक करेंगे.
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