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तमिलनाडु की आपत्ति के बाद पेरिस के नीलामी घर ने नटराज की मूर्ति की नीलामी रोकी - Union Finance Minister Nirmala Sitharaman

1972 में तमिलनाडु में कोविलपट्टी के मंदिर से चुराई गई भगवान नटराज की 500 साल पुरानी मूर्ति की नीलामी पुलिस के प्रयास से फ्रांस ने रोक दी है (French auction house cancels sale of Nataraj idol).

French auction house cancels sale of Nataraj idol
नटराज की मूर्ति जिसकी नीलामी रोकी
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Published : Dec 17, 2022, 2:54 PM IST

चेन्नई : फ्रांस के जाने माने नीलामी घर 'क्रिस्टीज' ने 1972 में तमिलनाडु में कोविलपट्टी के मंदिर से चुराई गई भगवान नटराज की 500 साल पुरानी मूर्ति की नीलामी राज्य पुलिस के आपत्ति जताने के बाद रोक दी है (French auction house cancels sale of Nataraj idol). तमिलनाडु पुलिस के इस प्रयास की केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने भी सराहना की.

तमिलनाडु मूर्ति शाखा के पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) के. जयंत मुरली ने कहा कि यह भारत में इस तरह का पहला मामला है और वह एवं अपराध जांच शाखा की पूरी मूर्ति इकाई नीलामी को रोकने के लिए किए गए प्रयासों से बहुत खुश है.

क्रिस्टीज ने हाल ही में तुत्तुक्कुडि जिले में कोविलपट्टी के कायथर स्थित प्राचीन श्री कोठंडा रामेश्वर मंदिर से संबंधित नटराज की मूर्ति को शुक्रवार को दो से तीन लाख यूरो में नीलाम करने को लेकर अपनी वेबसाइट पर एक नोटिस जारी किया था.

मुरली की नजर इस नोटिस पर पड़ी और उन्होंने सांस्कृतिक ठगी के खिलाफ अंतरराष्ट्रीय मुहिम चला रहे 'ऐन्टिक्वटीज कोलिजन' और भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण को टैग करते हुए 13 दिसंबर को ट्वीट किया, 'फ्रांस. नीलामी रोकिए. इसे हमें वापस कीजिए. यह भारत में तमिलनाडु के शिव मंदिर श्री कोठंडारामेश्वर से चुराई गई मूर्ति है. हमारे पास सबूत हैं.'

मूर्ति शाखा के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि डीजीपी ने राज्य एवं केंद्र सरकारों के जरिए दस्तावेजी साक्ष्य भिजवाए. उन्होंने कहा, 'अंतत: क्रिस्टीज डॉट कॉम को पता चल गया कि जिस मूर्ति की नीलामी की जानी थी, वह तमिलनाडु से चुराई गई है और उसने नोटिस वापस ले लिया. अपराध जांच शाखा की मूर्ति इकाई के अनुसार, यह कांस्य मूर्ति विजयनगर साम्राज्य काल के दौरान 15वीं-16वीं शताब्दी की है.

वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि अब मूर्ति को राज्य में वापस लाने के प्रयास किए जा रहे हैं. डीजीपी ने इस बारे में पूछे जाने पर शुक्रवार को कहा, 'मैं और मेरी टीम बहुत खुश हैं, क्योंकि भारत ने पहली बार ऐसा किया है.' उन्होंने मूर्ति की वापसी के बारे में कहा, 'जहां तक मूर्ति को वापस लाए जाने की बात है, तो दूसरे पक्ष की प्रतिक्रिया के अनुसार यह तीन महीने में हो सकता है.'

सीतारमण ने ट्वीट करके नीलामी रोकने के समन्वित प्रयासों के लिए मुरली, संस्कृति मंत्रालय, केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के कार्यालय, विदेश मंत्री एस जयशंकर, और भारत में फ्रांस के राजदूत जावेद अशरफ की सराहना की.

पढ़ें- केम्पेगौड़ा की 108 फुट ऊंची प्रतिमा को 'वर्ल्ड बुक ऑफ रिकॉर्ड्स' में मिली जगह

(पीटीआई-भाषा)

चेन्नई : फ्रांस के जाने माने नीलामी घर 'क्रिस्टीज' ने 1972 में तमिलनाडु में कोविलपट्टी के मंदिर से चुराई गई भगवान नटराज की 500 साल पुरानी मूर्ति की नीलामी राज्य पुलिस के आपत्ति जताने के बाद रोक दी है (French auction house cancels sale of Nataraj idol). तमिलनाडु पुलिस के इस प्रयास की केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने भी सराहना की.

तमिलनाडु मूर्ति शाखा के पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) के. जयंत मुरली ने कहा कि यह भारत में इस तरह का पहला मामला है और वह एवं अपराध जांच शाखा की पूरी मूर्ति इकाई नीलामी को रोकने के लिए किए गए प्रयासों से बहुत खुश है.

क्रिस्टीज ने हाल ही में तुत्तुक्कुडि जिले में कोविलपट्टी के कायथर स्थित प्राचीन श्री कोठंडा रामेश्वर मंदिर से संबंधित नटराज की मूर्ति को शुक्रवार को दो से तीन लाख यूरो में नीलाम करने को लेकर अपनी वेबसाइट पर एक नोटिस जारी किया था.

मुरली की नजर इस नोटिस पर पड़ी और उन्होंने सांस्कृतिक ठगी के खिलाफ अंतरराष्ट्रीय मुहिम चला रहे 'ऐन्टिक्वटीज कोलिजन' और भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण को टैग करते हुए 13 दिसंबर को ट्वीट किया, 'फ्रांस. नीलामी रोकिए. इसे हमें वापस कीजिए. यह भारत में तमिलनाडु के शिव मंदिर श्री कोठंडारामेश्वर से चुराई गई मूर्ति है. हमारे पास सबूत हैं.'

मूर्ति शाखा के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि डीजीपी ने राज्य एवं केंद्र सरकारों के जरिए दस्तावेजी साक्ष्य भिजवाए. उन्होंने कहा, 'अंतत: क्रिस्टीज डॉट कॉम को पता चल गया कि जिस मूर्ति की नीलामी की जानी थी, वह तमिलनाडु से चुराई गई है और उसने नोटिस वापस ले लिया. अपराध जांच शाखा की मूर्ति इकाई के अनुसार, यह कांस्य मूर्ति विजयनगर साम्राज्य काल के दौरान 15वीं-16वीं शताब्दी की है.

वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि अब मूर्ति को राज्य में वापस लाने के प्रयास किए जा रहे हैं. डीजीपी ने इस बारे में पूछे जाने पर शुक्रवार को कहा, 'मैं और मेरी टीम बहुत खुश हैं, क्योंकि भारत ने पहली बार ऐसा किया है.' उन्होंने मूर्ति की वापसी के बारे में कहा, 'जहां तक मूर्ति को वापस लाए जाने की बात है, तो दूसरे पक्ष की प्रतिक्रिया के अनुसार यह तीन महीने में हो सकता है.'

सीतारमण ने ट्वीट करके नीलामी रोकने के समन्वित प्रयासों के लिए मुरली, संस्कृति मंत्रालय, केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के कार्यालय, विदेश मंत्री एस जयशंकर, और भारत में फ्रांस के राजदूत जावेद अशरफ की सराहना की.

पढ़ें- केम्पेगौड़ा की 108 फुट ऊंची प्रतिमा को 'वर्ल्ड बुक ऑफ रिकॉर्ड्स' में मिली जगह

(पीटीआई-भाषा)

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