नई दिल्ली: पुरानी कहावत है चोर के पास 84 तरीके होते हैं. यह कहावत कितनी सही या गलत है, यह तो वाद-विवाद का विषय हो सकता है. लेकिन जो एक बात हमारे समय में विवाद का विषय नहीं है वह है साइबर क्राइम का बढ़ता दायरा. खास तौर से ग्रामीण इलाकों में जहां लोग अभी तकनीक से ज्यादा वाकीफ नहीं हैं. या कहें कि साइबर ठगी को लेकर ज्यादा एक्सपोज्ड हैं. हाल के दिनों में देखा गया है कि अपराधी साइबर स्पेस जैसे- व्हाट्सप्प और अन्य सोशल मीडिया का इस्तेमाल कर के पहले अपना टारगेट तय करते हैं और फिर उनके घर पहुंच कर उन्हें लूटते हैं.
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एक #YouTube वीडियो में यह दावा किया जा रहा है कि केंद्र सरकार सभी महिलाओं को 'प्रधानमंत्री नारी शक्ति योजना' के तहत 2 लाख 20 हजार रूपए की नकद धनराशि और साथ ही ₹25 लाख तक का लोन दे रही है#PIBFactCheck
— PIB Fact Check (@PIBFactCheck) November 17, 2021 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data="
▶️यह दावा #फर्जी है
▶️केंद्र सरकार द्वारा ऐसी कोई योजना नहीं चलाई जा रही है pic.twitter.com/hMUGSRQz2L
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ऐसे अपराधी पहले खुद को सराकर की योजनाओं से जुड़ा बताते हुए व्हाट्सप्प या अन्य सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर लोगों से संपर्क करते हैं. उन्हें यह भरोसा दिलाते हैं कि वह उनके फायदे के लिए उनसे संपर्क करना चाहते हैं. एक बार जब उन्हें भरोसा हो जाता है कि सामने वाले व्यक्ति को उनकी बात पर यकीन हो गया है तो वे अपने गैंग के साथ उनके घर जाते हैं. घर पहुंच कर पहले तो ये आधार को लिंक करने के नाम पर लोगों के फिंगर प्रिंट और अन्य पहचान साबित करने वाली जानकारियां लेकर बैंक अकाउंट हैक करते हैं.
इसके बाद अकाउंट की राशि चुरा लेते हैं. कई मौकों पर यह भी देखा गया है कि ये लोग अपने टारगेट को शारीरिक चोट पहुंचाते हैं. घर में रखे कीमती गहनों और कैश भी लूट कर ले जाते हैं. कई बार तो ऐसे ठग मनगढंत योजनाओं के नाम पर भी ठगी करते हैं. अर्थात वो अपने टारगेट को ऐसी योजनाओं के बारे में बताते हैं जिसे सरकार चलाती भी नहीं है. इस योजनाओं के बारे में वह अपने टारगेट को ऐसी लुभावनी और फायदे पहुंचाने वाली बातें बताते हैं कि लोग उनके जाल में फंस ही जाते हैं.
साल 2021 के नवबंर महीने में ऐसी ही एक योजना सामने आई थी जिसे ठगों ने नाम दिया था 'प्रधानमंत्री नारी शक्ति योजना' (PM nari shakti yojana). इसके बारे में प्रचारित किया गया कि इस योजना के तहत सरकार 2 लाख 20 हजार रुपये नकद और 25 लाख रुपये तक का लोन दे रही है. 21 नवबंर 2021 को प्रेस सूचना ब्यूरो (पीआईबी) ने एक फैक्ट चेक वीडियो जारी किया. जिसमें पीआईबी ने कहा कि 'प्रधानमंत्री नारी शक्ति योजना' नाम की कोई योजना नहीं चलाई जा रही है.
इसके साथ ही पीआईबी ने यह भी कहा कि प्रधानमंत्री कन्या सम्मान योजना और महिला स्वरोजगार योजना के नाम पर भी कई तरह की अफवाहें फैलाई जा रही है. जबकि इन नामों से सरकार कोई भी योजना नहीं चला रही है. पीआईबी ने अपनी चेतावनी में कहा था कि इन योजनाओं के नाम पर किसी के साथ भी बैंक डिटेल्स और अन्य जरूरी जानकारी शेयर ना करें वरना आप ठगी के शिकार हो सकते हैं. साथ ही पीआईबी ने नागरिकों से अपील की थी कि सोशल मीडिया में मौजूद जानकारी पर आंख मूंदकर भरोसा नहीं करें.
ऐसे ठगों से कैसे बचें
- ठगों से बचने का पहला नुस्खा है जानकारी बढ़ायें : सरकार आमतौर से किसी भी नई योजना की घोषणा हर साल पहली फरवरी को पेश होने वाले बजट में करती है. बजट को ध्यान से सुनें और एक जन कल्याणकारी योजना की सूची बना लें.
- बुनियादी सवाल यानी 5W1H : सवाल करें जब भी कोई आपको किसी योजना के बारे में बताये तो छह सवाल करें. किसने, क्या, क्यों, कब, कहां और कैसे. सवाल करें कि यह योजना किसने लाई. योजना का उद्देश्य क्या है, योजना की घोषणा कब की गई. योजना कहां के लिए (यानी उसका भौगोलिक दायरा क्या है) है. योजना के बारे में अधिक जानकारी कैसे हासिल की जा सकती है. आपको यह आदमी इस योजना के बारे में क्यों बता रहा है.
- समूह में मिलने को कहें : जब भी कोई व्यक्ति आपको किसी योजना के बारे में बताये और आपके घर में प्रवेश करने की कोशिश करे तो आप उससे कहें कि वह छुट्टी के दिन या किसी खास दिन आये ताकि सोसाइटी के और लोग भी योजना के बारे में ज्यादा से ज्यादा जानकारी ले सकें.
- ऑन लाइन या ऑफलाइन किसी से भी बैंक डीटेल्स शेयर नहीं करें : एक बात गांठ बांध लें कि किसी भी योजना या सरकारी सुविधा लेने के लिए आपको अपने बैंक डिटेल्स (खाता संख्या को छोड़ कर) या बायोमेट्रिक्स शेयर करने की जरूरत नहीं है. यहां तक कि अपनी आधार संख्या भी बहुत सावधानी से, बहुत जरूरी होने पर ही सरकारी कार्यालय या स्वयं बैंक जा कर शेयर करें.
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