लखनऊ : नाम बदलकर प्रेम जाल में फंसाकर युवती को अगवा कर बेचे जाने का मामला सामने आया है. लखनऊ पुलिस ने तत्परता दिखाते हुए पांच घंटे के भीतर युवती को रेलवे स्टेशन से बरामद कर चार आरोपियों को गिरफ्तार किया है. पुलिस धर्मांतरण के मामले को लेकर पड़ताल कर रही है. पूछताछ में आरोपियों ने बताया कि वह लोग ग्रामीण क्षेत्र की युवतियों को प्रेमज़ाल में फंसाकर उनको बाहर ले जाकर बेचने का गिरोह चलाते थे. युवती की तहरीर पर मुक़दमा दर्ज कर चारों आरोपियों आमिर, जाबिर, नाजिर व वहाब को गिरफ्तार कर लिया है.
पुलिस के मुताबिक लखनऊ ठाकुरगंज के रहने वाले युवक आमिर का दो साल पहले लखनऊ रहीमाबाद की रहने वाली एक युवती से जान पहचान हुई. इस दौरान आमिर ने अपना नाम बदलकर युवती को अपने प्रेमजाल में फंसाया और उसके साथ अवैध संबंध बनाए. युवती पर धर्म परिवर्तन का दबाव भी बनाया, लेकिन युवती उसकी बातों को अनसुना कर रही थी. दो दिन पहले युवती को मिलने के बहाने बुलाकर आमिर ने अपने साथियों के साथ अगवा कर लिया और ट्रेन से बैठाकर बेचने के लिए लिए जा रहा था. इसके बाद युवती ने किसी तरह आरोपियों के चंगुल से निकलकर पुलिस कंट्रोल रूम में सूचना दी. इसके बाद पुलिस की कई टीमें युवती की तलाश मे लग गईं. लोकेशन के आधार पर पुलिस की टीमें हरौनी रेलवे स्टेशन पर पहुंचकर अवध असम एक्सप्रेस ट्रेन को खंगाला. करीब एक घंटे की जांच के दौरान युवती को बरामद कर लिया गया.
पुलिस के अनुसार पूछताछ में पकड़े गए मुख्य आरोपी आमिर ने कबूला कि आमिर अपने पिता के साथ मिलकर युवतियों को बेचने का गिरोह चलाता था. वह ग्रामीण क्षेत्र की युवतियों को प्रेमज़ाल में फंसाकर घुमाने के बहाने मुम्बई लेकर जाता था. कुछ दिनों के बाद युवतियों को रखकर खरीदने वालों को बेच दिया जाता था. डीसीपी पश्चिम राहुल राज ने बताया कि पकड़े गए आरोपियों में आमिर, जाबिर, नाजिर व वहाब हैं. नादिर व वहाब उन्नाव के रहने वाले हैं. पिता जाबिर व आमिर ठाकुरगंज के रहने वाले हैं. जबकि एक आरोपी जीशान अभी फरार है, जिसकी तलाश की जा रही है.