जम्मू: जम्मू-कश्मीर के पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) दिलबाग सिंह ने रविवार को कहा कि वह पूर्व आतंकवादियों की गतिविधियों पर कड़ी नजर रख रहे हैं, जिन्हें जेल से रिहा किया गया है. सिंह ने यह भी कहा कि सीमा पार से ड्रोन की मदद से हथियारों और नशीले पदार्थों को गिराने का मुकाबला करने के लिए कई उपाय पहले भी किए गए हैं और इस स्थिति से निपटने के लिए अन्य तरीकों की तलाश की जा रही है.
पुलिस प्रमुख ने यहां संवाददाताओं से कहा, 'यह (पूर्व आतंकवादियों का पुनर्चक्रण) अकेले जम्मू प्रांत से संबंधित समस्या नहीं है. ऐसे कई उदाहरण हैं जहां ऐसे आतंकवादी (जेलों से रिहा होने के बाद) दूसरी बार, तीसरी बार या चौथी बार भी घाटी में सक्रिय हुए, लेकिन उनमें से ज्यादातर का सफाया हो गया है.'
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उन्होंने कहा कि पुलिस ऐसे तत्वों पर नजर रख रही है जो किसी समय सक्रिय आतंकवादी थे और अब सजा काटने के बाद जेल से रिहा हो चुके हैं. जम्मू-कश्मीर में आतंकी गतिविधियों को अंजाम देने के लिए पूर्व आतंकवादियों को शामिल करने के पाकिस्तान के प्रयासों के बारे में एक सवाल का जवाब देते हुए, सिंह ने कहा, 'हम उनकी गतिविधियों पर कड़ी नजर रख रहे हैं और अगर वे (आतंकवादी गतिविधियों में फिर से) शामिल पाए जाते हैं तो हम निश्चित रूप से कार्रवाई करेंगे.'