नई दिल्ली: देश के 13 राज्यों और केन्द्र शासित प्रदेशों को रविवार को नये राज्यपाल एवं उपराज्यपाल मिले हैं. उच्चतम न्यायालय के पूर्व न्यायाधीश एस अब्दुल नजीर को आंध्र प्रदेश का राज्यपाल नियुक्त किया गया है. न्यायमूर्ति नजीर अयोध्या मामले पर फैसला सुनाने वाली उच्चतम न्यायालय की पीठ के सदस्य थे.
इससे पहले सुप्रीम कोर्ट के मुख्य न्यायाधीश रहे रंजन गोगोई (सेवानिवृत) को राज्यसभा का सांसद बनाया जा चुका है. पूर्व न्यायाधीश एस अब्दुल नजीर हाल ही में सुप्रीम कोर्ट के जज के रूप में सेवानिवृत हुए हैं. वह बहुचर्चित अयोध्या राम जन्मभूमि बाबरी मस्जिद विवाद मामले की सुनवाई करने वाले पांच जजों की पीठ का हिस्सा रह चुके हैं.
पूर्व न्यायाधीश एस अब्दुल नजीर के बारें जानें:
पूर्व न्यायाधीश एस अब्दुल नजीर कर्नाटक में दक्षिण कन्नड़ जिले के रहने वाले हैं. जस्टिस नज़ीर का जन्म 5 जनवरी, 1958 को हुआ था और उन्होंने 18 फरवरी, 1983 को एक वकील के रूप में नामांकन कराया था. उन्होंने कर्नाटक उच्च न्यायालय में प्रैक्टिस किया और 12 मई, 2003 को उच्च न्यायालय के अतिरिक्त न्यायाधीश के रूप में नियुक्त हुए. जस्टिस नज़ीर 4 जनवरी को सेवानिवृत्त हुए.
शीर्ष अदालत से विदाई के दौरान सीजेआई डीवाई चंद्रचूड़ ने जस्टिस नज़ीर की सादगी का जिक्र करते हुए कहा था कि जज के पास 2019 तक पासपोर्ट भी नहीं था और कुछ हफ्ते पहले ही देश से बाहर पहली बार मॉस्को गए थे. डीवाई चंद्रचूड़ ने कहा,'वह मूल रूप से सरल हैं. हाल तक उनकी एकमात्र आईडी ड्राइविंग लाइसेंस और जज आईडी थी. उनका पासपोर्ट 2019 में बनाया गया था और उन्होंने कहा कि उस पासपोर्ट पर पहली मुहर तब लगी थी जब उन्होंने कुछ हफ्ते पहले मास्को की यात्रा की थी.'