बेंगलुरु : सांसारिक मामलों को अलविदा कहते हुए कर्नाटक भाजपा के वरिष्ठ नेता और पूर्व मंत्री बीजे पुट्टस्वामी (B.J.Puttaswamy) ने शुक्रवार को 'संन्यासी' यानी तपस्वी जीवन शैली को अपना लिया. इसके साथ ही पुट्टस्वामी का नाम बदलकर पूर्णानंद पुरी स्वामी कर दिया गया है. पुट्टस्वामी जल्द ही थाईलेश्वर गनीगरा महासंस्थान मठ के पहले पुजारी के रूप में पदभार ग्रहण करेंगे.
कैलास आश्रम महासंस्थान मठ के द्रष्टा जयेंद्र पुरी द्वारा पुट्टस्वामी को संन्यास की दीक्षा प्रदान की. पुट्टस्वामी ने संन्यास लेने से पहले गुरुवार को राजराजेश्वरी मंदिर के कैलास आश्रम में ब्रह्मचर्य या ब्रह्मचर्य की शपथ ली थी.
83 वर्षीय राजनेता हाल तक कर्नाटक राज्य नीति और योजना आयोग के उपाध्यक्ष थे. इससे पहले, उन्होंने जगदीश शेट्टार कैबिनेट में मंत्री के रूप में कार्य किया था. पुट्टस्वामी को पूर्व मुख्यमंत्री येदियुरप्पा से नजदीकी के लिए जाना जाता था. पुट्टस्वामी ने ईटीवी भारत को बताया कि समाज सुधार की गतिविधियों में शामिल होने के इरादे से राजनीति छोड़ी है. उन्होंने कहा 30 अप्रैल को राज्य योजना आयोग के उपाध्यक्ष पद से इस्तीफा दे दिया था.
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