सूरत: सूरत के मांडवी में वन विभाग ने सराहनीय प्रयास किया. मांडवी वन विभाग की टीम ने बिछड़ गये तीन तेंदुए के बच्चों को उनकी मां से मिला दिया. मांडवी साउथ रेंज के घोघंबा 2 के पाटल बिट गांव निवासी जसवंत दहया गामित सुबह सात बजे अपने खेत में काम करने गए थे. तभी उन्होंने पास स्थित एक गड्ढे में शावकों को देखा. फिर उन्होंने इसकी सूचना सूरत वन विभाग को दी.
मांडवी साउथ रेंज के रेंज वन अधिकारी उपेंद्र सिंह राउलजी को जब घटना की जानकारी हुई तो उन्होंने खोदंबा 2 के वनपाल नेहाबहेन प्रथम को जांच के लिए भेजा. नीलांभें ए चौधरी, बिटगार्ड कालीबेल और पत्रकार घटनास्थल पर पहुंचे. इसकी जांच की और शावकों को अपने कब्जे में ले लिया. तेंदुए के शावक तीन महीने के लग रहे थे. राउलजी की निगरानी में घटनास्थल पर सीसीटीवी कैमरे लगाये गये थे.
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बच्चों का मां से मिलने का दृश्य सीसीटीवी कैमरे में कैद: वन विभाग की टीम ने तेंदुए के शावकों को एक प्लास्टिक की टोकरी में उसी जगह पर रखा जहां पर वे पाये गये थे. शावकों की गतिविधि देखने के लिए वन विभाग की टीम ने कई जगहों पर सीसीटीवी कैमरे लगाए. तेंदुआ देर रात शावकों को ढूंढते हुए उसी जगह पर पहुंचा. इसके बाद वह शावकों के अपने साथ ले गया. यह घटना सीसीटीवी कैमरे में कैद हो गया. वन विभाग की कड़ी मेहनत के बदौलत तेंदुए के बच्चे जो अपनी मां से बिछड़ गए थे उन्हें फिर से अपनी मां से मिलने का मौका मिला. लोगों ने वन विभाग के प्रयासों की सराहना की.