नई दिल्ली : विदेश मंत्री एस जयशंकर ने अपनी पुस्तक 'व्हाई भारत मैटर्स' के विमोचन पर बुधवार को कहा कि रामायण में महान कूटनीतिज्ञ हैं. उन्होंने कहा कि चाहे वह हनुमान हो या अंगद. हर राम को एक लक्ष्मण की आवश्यकता होती है. हर मित्र को सहयोगियों की आवश्यकता होती है इसलिए सहयोगियों का एक महत्व है.
रामायण और इसके द्वारा प्रदान किए जाने वाले राज्य शिल्प पाठों के बारे में बात करते हुए, डॉ. जयशंकर ने नई दिल्ली के एक होटल में कहा कि रामायण हमें राज्य शिल्प के बारे में बहुत कुछ सिखाता है. चाहे वह कूटनीति हो, दबाव से निपटना हो या सहयोगियों का महत्व. जयशंकर ने कहा कि पिछले 10 वर्षों में हमने भारत की विदेश नीति में परिवर्तन देख है. उन्होंने कहा जम्मू कश्मीर से अनुच्छेद 370 हटाया जाने के अलावा एलएसी पर चीन के साथ निपटने के तरीके के अलावा दुनिया को लेकर नई तरह की विदेश नीति ने आकार लिया.
उन्होंने कहा कि दुनिया यूक्रेन और गाजा में युद्ध के कारण लाखों लोगों के जीवन को नष्ट करने के साथ कई भू-राजनीतिक विवर्तनिक बदलावों का सामना कर रही है. उन्होंने कहा कि पिछले पांच वर्षों में हमें कई तरह के झटके लगे हैं, जिनमें कोविड, अफगानिस्तान, यूक्रेन, पश्चिम एशिया, मध्य पूर्व में हाल की घटनाएं और जलवायु प्रभाव शामिल हैं. लेकिन इन वर्षों में भारत ने जबरदस्त विकास देखा है.
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