गुवाहाटी : असम में गुरुवार को बाढ़ की स्थिति में आंशिक सुधार आया लेकिन एक बच्चे की मौत हो गयी है. जबकि 12 जिलों में अब भी नौ लाख से अधिक लोग इस विभीषिका से बेहाल हैं. एक सरकारी बुलेटिन में यह जानकारी दी गयी. असम राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण की दैनिक बाढ़ रिपोर्ट के अनुसार कछार जिले में एक बच्चा पानी में डूब गया. इस साल राज्य में बाढ़ एवं भूस्खलन से अबतक 187 लोगों ने जान गंवाई है. प्राधिकरण के अनुसार बजली, कछार, चिरांग, डर्रांग, डिब्रूगढ, हैलकांडी, कामरूप, करीमगंज, मोरीगांव, नगांव, शिवसागर एवं तामुलपुर जिलों में करीब 9,06,000 लोग बाढ़ से प्रभावित हैं.
बुधवार को ऐसे लोगों की संख्या 15 जिलों में 9.68 लाख थी. प्राधिकरण के अनुसार फिलहाल 707 गांव जलमग्न हैं तथा 17,068.73 हेक्टेयर क्षेत्र में फसल नष्ट हो गयी है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बुधवार को असम के लोगों को आश्वासन दिया कि केंद्र और राज्य सरकारें राज्य में जारी मानसूनी बाढ़ में उनकी कठिनाइयों को कम करने के लिए मिलकर काम कर रही हैं.
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प्रधानमंत्री ने सहानुभूति व्यक्त की कि पिछले कुछ दिनों से असम भी बाढ़ के रूप में बड़ी चुनौतियों और कठिनाइयों का सामना कर रहा है. असम के कई जिलों में सामान्य जनजीवन बुरी तरह प्रभावित हुआ है. मोदी ने बुधवार को दिल्ली में अग्रदूत समूह के समाचार पत्रों के स्वर्ण जयंती समारोह का उद्घाटन करने के बाद कहा कि मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा और उनकी टीम बाढ़ प्रभावित लोगों के राहत और बचाव के लिए दिन-रात बहुत मेहनत कर रही है. प्रधानमंत्री ने भारतीय परंपरा, संस्कृति, स्वतंत्रता संग्राम और विकास यात्रा में भारतीय भाषा पत्रकारिता के उत्कृष्ट योगदान को रेखांकित किया.