श्रीनगर : जम्मू-कश्मीर पुलिस ने आतंकी गुटों में शामिल होने से पांच युवकों को बचा लिया है. पुलिस ने बताया कि पांचों युवक प्रतिबंधित आतंकी संगठन लश्कर-ए-तैयबा के शिविरों में हथियारों के प्रशिक्षण के लिए पाकिस्तान जाने की योजना बना रहे थे. आरोपियों पर यूएपीए की धारा लगाई गई है. पुलिस ने गिरफ्तार किए गए युवकों की तस्वीर जारी की है जिसमें पांच में से चार युवक नजर आ रहे हैं. पुलिस ने बताया कि थाना क्रालखुद में प्राथमिकी दर्ज की गई है और आगे की जांच की जा रही है.
पुलिस द्वारा जारी बयान के मुताबिक, 08 जुलाई 2022 को श्रीनगर के क्रालखुद पुलिस थाने को एक विश्वसनीय सूत्रों के माध्यम से सूचना मिली कि अपराधियों का एक समूह बाबादेम्ब नकाशपोरा मैदान में इकट्ठा हुआ है और एक बैठक कर रहा है. जिस पर कार्रवाई करते हुए पुलिस ने पांच लोगों को गिरफ्तार कर लिया. गिरफ्तार किए गए युवकों में बिलाल अहमद मल्ला, हसीब फारूक, शाह फहद शब्बीर और रियाज अहमद मुगल के रूप में की गई है.
पुलिस ने आगे की जांच के आधार पर एक अन्य आरोपी को गिरफ्तार किया, जिसकी पहचान मोहम्मद इमरोज़ दारो के रूप में हुई. सभी कश्मीर के रहने वाले हैं. पुलिस के मुताबिक, इनका प्रतिबंधित आतंकवादी संगठन लश्कर-ए-तैयबा की टीआरएफ विंग से जुड़े होने का इतिहास रहा है और ये पीओके में अपने आतंकवादी आकाओं के साथ फोन के जरिए संपर्क में थे. साथ ही, इनपुट के अनुसार यह समूह ईद-अल-अजहा के बाद कभी भी आतंकवादी रैंक में शामिल होने की कोशिश में था.
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इधर एक दूसरे मामले में लोलाब के एसडीएम को जांच का जिम्मा सौंपा गया है. वह सीआरपीसी की धारा 176 के तहत एंटी मिलिटेंसी ऑपरेशन की जांच करेंगे. यह ऑपरेशन चंडीगाम लोलाब में 19 जून को किया गया था. इसमें कथित तौर पर चार आतंकी मारे गए थे. इसको लेकर विवाद उत्पन्न हो गया था.