हनुमाकोंडा (तेलंगाना): संपत्ति और पैसे के लिए पति और अपने बेटे ने महिला के साथ क्रूर व्यवहार किया. तेलंगाना के हनुमाकोंडा की एक घटना सामने आई है. जिसमें पति और बेटे ने मिलकर एक महिला को मृत घोषित कर उसकी संपत्ति हड़प ली. बताया जा रहा है कि इस महिला की मानसिक स्थिति ठीक नहीं थी. पांच साल पहले 2017 में महिला के पति और बेटे ने उसे इलाज के नाम पर चेन्नई जाने वाली ट्रेन में बिठा दिया और किसी तरह से हेरा-फेरी कर के उसका मृत्यू प्रमाण पत्र बनावा लिया. जिसके बाद महिला के नाम की सारी संपत्ति पति और पुत्र ने अपने नाम कर ली.
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इधर मानसिक रूप से लाचार महिला ट्रेन से वह कुछ दिनों बाद चेन्नई पहुंची. वहां रेलवे पुलिस की मदद से चैरिटी संस्था अनबगम रिहैबिलिटेशन सेंटर में भर्ती करा दी गई. उसे कुछ भी याद नहीं था. संस्था ने उसे आश्रय दिया. महिला का इलाज कराया. लेकिन वह अतीत को याद नहीं कर सकी. संयोग से संस्था की मैनेजर एक दिन महिला का आधार कार्ड बनवाने के लिए उसे चेन्नई के सेंटर ले गये. जहां फिंगरप्रिंट लेने के दौरान सॉफ्टवेयर ने पाया कि उसके पास पहले से ही कार्ड था.
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कार्ड से विवरण एकत्र करने के बाद उसके घर के बारे में संस्था के लोगों को पता चला. हनुमाकोंडा जिले में जब उसके पते पर घर के सदस्यों से संपर्क करने की कोशिश की गई तो उनसे संपर्क नहीं हो पाया. इसके बाद संस्था ने हनुमाकोंडा पुलिस से संपर्क किया. पुलिस ने जब तस्वीर दिखा कर महिला के बेटे से पूछताछ की तो बेटे ने पहले तो इंकार करते हुए कहा कि उसकी मां की मौत हो चुकी है और उसके पास मृत्यु प्रमाण पत्र है. गहन पड़ताल करने पर उनकी साजिश का खुलासा हुआ.