ETV Bharat / bharat

पन्ना के खदान मजदूरों को तीस लाख की कीमत के दो हीरे मिले

रीवा में पांच मजदूरों को पन्ना के खदान में 7.94 कैरेट और दूसरा 1.93 कैरेट का हीरा मिला है. जिसके बाद मजदूरों की खुशी का ठिकाना ही ना रहा है. वहीं कलेक्टर ने कहा कि जल्द ही हीरा की नीलामी शुरु की जाएगी.

जदूरों को तीस लाख की कीमत के दो हीरे मिले
जदूरों को तीस लाख की कीमत के दो हीरे मिले
author img

By

Published : Feb 22, 2021, 10:32 PM IST

भोपाल : मध्य प्रदेश के पन्ना जिला, जिसे हीरो की नगरी के नाम से जाना जाता है, कहते हैं कि पन्ना की धारा किसी को भी रंक से राजा बना देती है और यहां रातों-रात लोग लखपति बन जाते हैं. कुछ ऐसा ही आज देखने को मिला जहां रातों-रात मजदूरों की किस्मत चमक गई और एक नहीं बल्कि मजदूरों को एक साथ दो हीरे मिले, जिन्हें हीरा कार्यालय में जमा किया गया है, जिनकी कीमत लाखों में आंकी जा रही है.

हीरा मिलने के बाद पांच मजदूरों की खुली किस्मत

मध्यप्रदेश का पन्ना जिला जिसे देश दुनिया में उज्जवल किस्म के बेशकीमती हीरो के लिए जाना जाता है. कहते हैं कि यहां की धरा रातों-रात किसी को भी लखपति बना देती है. पन्ना के किटहा गांव में खेत में खदान लगाये पांच मजदूरों की किस्मत अचानक चमक उठी है. जब उन्हें खदान में चमचमाते हुए एक नहीं बल्कि दो हीरे मिले. बता दें कि मजदूर भगवान दास कुशवाह ने अपने चार अन्य साथियों के साथ मिलकर हीरा कार्यालय से पट्टा बनवा कर खेत में हीरे की खदान लगाई थी और आज उन्हें चाल धोते समय एक साथ दो हीरे मिले है.

जल्द होगी हीरे की नीलामी- कलेक्टर

पहला हीरा 7.94 कैरेट का और दूसरा हीरा 1.93 कैरेट का है, जिन्हें मजदूरों ने हीरा कार्यालय में जमा करवाया है. 7.94 कैरेट का हीरा इस साल का अभी तक का सबसे बड़ा हीरा बताया जा रहा है. मजदूरों का कहना है कि हीरे की नीलामी से मिलने वाले पैसों से वह अपने आर्थिक स्थिति में सुधार करेंगे और जो उनके ऊपर कर्ज है. उसको भी चुकाएंगे. वहीं, पन्ना कलेक्टर संजय कुमार मिश्र का कहना है कि पन्ना की धारा किसी को भी रंग से राजा बना देती है, मजदूरों को मिले हीरे उज्जवल किस्म के हैं, जिन्हें अगले माह होने वाली नीलामी में रखा जाएगा.

ईटीवी भारत की रिपोर्ट

अजयगढ़ के रहने वाले संदीप को मिला था 6.92 कैरेट का हीरा

इन दिनों पन्ना की जमीन लगातार हीरे उगल रही है. पिछले एक माह में पन्ना जिले में चार बड़े उज्जवल किस्म के हीरे, हीरा कार्यालय में जमा किए गए हैं. गुरूवार को भी एक मजदूर को जेम्स क्वालिटी का 6.92 कैरेट का हीरा मिला था, जिसे उसने हीरा कार्यालय में जमा कराया था. जैसे ही यह खबर स्थानीय लोगों को लगी सभी बेहद खुश नजर आए और हीरा मिलने वाले व्यक्ति और उनके परिवार वालों में खुशी का माहौल रहा था.

बता दें कि अजयगढ़ के रहने वाले संदीप कुमार साहू जो कि पुलिस की तैयारी कर रहे थे, उनकी घर की आर्थिक स्थिति सही नहीं थी. लॉकडाउन में काम ना लगने की वजह से संदीप हीरा कार्यालय से पट्टा बनवाकर पन्ना जिले की कृष्णा कल्याणपुर उथली हीरा खदान में खुदाई कर रहा था, संदीप को महज 15 दिनों में ही चमचमाता हुआ 6.92 कैरेट का बेशकीमती हीरा मिला, जिसे संदीप ने हीरा कार्यालय में जमा करा दिया था.

पढ़ें- श्यामा प्रसाद मुखर्जी बंदरगाह ने बंगाल में एलएनजी टर्मिनल को दी मंजूरी

दो मजदूरों को मिला था हीरा

पन्ना में दो किसानों को अलग-अलग जगह से हीरे मिले थे. पहला हीरा निजी भूमि पर किसान दिलीप मिस्त्री को मिला था, जो 7.44 कैरेट का था, जो जरुआपुर में निजी भूमि पर हीरा कार्यालय से पट्टा लेकर खदान में लगाए हुए था. से मिला था. वहीं दूसरा हीरा पटी बजरिया के कृष्णकल्यानपुर की उथली हीरा खदान से लखन यादव को मिला था, जिसका वजन करीब 14.95 कैरेट का था. दोनों ही हीरे जेम्स क्वालिटी के है, जो हीरा कार्यालय में जमा कर दिए गए थे.

छह मजदूरों के हाथ लगे तीन हीरे

मध्य प्रदेश के पन्ना की रत्नगर्भा धरती बेशकीमती रत्न उगल रही है. एक मजदूर की किस्मत चमकी थी और उसे एक हीरा मिला था. उस वक्त एक बार फिर छह मजदूरों की किस्मत खुल गई थी. उन्हें खुदाई के दौरान तीन हीरे मिले थे. बता दें, जरुआपुर उथली खदान से छह मजदूरों को एक साथ तीन हीरे मिले थे. जो लगभग साढ़े सात कैरेट के हैं. हीरा अधिकारी आरके पांडेय ने बताया था कि अभी इन हीरों का वेल्यू एडिशन नहीं हुआ है, तो कीमत अभी स्पष्ट नहीं हो पाई.

भोपाल : मध्य प्रदेश के पन्ना जिला, जिसे हीरो की नगरी के नाम से जाना जाता है, कहते हैं कि पन्ना की धारा किसी को भी रंक से राजा बना देती है और यहां रातों-रात लोग लखपति बन जाते हैं. कुछ ऐसा ही आज देखने को मिला जहां रातों-रात मजदूरों की किस्मत चमक गई और एक नहीं बल्कि मजदूरों को एक साथ दो हीरे मिले, जिन्हें हीरा कार्यालय में जमा किया गया है, जिनकी कीमत लाखों में आंकी जा रही है.

हीरा मिलने के बाद पांच मजदूरों की खुली किस्मत

मध्यप्रदेश का पन्ना जिला जिसे देश दुनिया में उज्जवल किस्म के बेशकीमती हीरो के लिए जाना जाता है. कहते हैं कि यहां की धरा रातों-रात किसी को भी लखपति बना देती है. पन्ना के किटहा गांव में खेत में खदान लगाये पांच मजदूरों की किस्मत अचानक चमक उठी है. जब उन्हें खदान में चमचमाते हुए एक नहीं बल्कि दो हीरे मिले. बता दें कि मजदूर भगवान दास कुशवाह ने अपने चार अन्य साथियों के साथ मिलकर हीरा कार्यालय से पट्टा बनवा कर खेत में हीरे की खदान लगाई थी और आज उन्हें चाल धोते समय एक साथ दो हीरे मिले है.

जल्द होगी हीरे की नीलामी- कलेक्टर

पहला हीरा 7.94 कैरेट का और दूसरा हीरा 1.93 कैरेट का है, जिन्हें मजदूरों ने हीरा कार्यालय में जमा करवाया है. 7.94 कैरेट का हीरा इस साल का अभी तक का सबसे बड़ा हीरा बताया जा रहा है. मजदूरों का कहना है कि हीरे की नीलामी से मिलने वाले पैसों से वह अपने आर्थिक स्थिति में सुधार करेंगे और जो उनके ऊपर कर्ज है. उसको भी चुकाएंगे. वहीं, पन्ना कलेक्टर संजय कुमार मिश्र का कहना है कि पन्ना की धारा किसी को भी रंग से राजा बना देती है, मजदूरों को मिले हीरे उज्जवल किस्म के हैं, जिन्हें अगले माह होने वाली नीलामी में रखा जाएगा.

ईटीवी भारत की रिपोर्ट

अजयगढ़ के रहने वाले संदीप को मिला था 6.92 कैरेट का हीरा

इन दिनों पन्ना की जमीन लगातार हीरे उगल रही है. पिछले एक माह में पन्ना जिले में चार बड़े उज्जवल किस्म के हीरे, हीरा कार्यालय में जमा किए गए हैं. गुरूवार को भी एक मजदूर को जेम्स क्वालिटी का 6.92 कैरेट का हीरा मिला था, जिसे उसने हीरा कार्यालय में जमा कराया था. जैसे ही यह खबर स्थानीय लोगों को लगी सभी बेहद खुश नजर आए और हीरा मिलने वाले व्यक्ति और उनके परिवार वालों में खुशी का माहौल रहा था.

बता दें कि अजयगढ़ के रहने वाले संदीप कुमार साहू जो कि पुलिस की तैयारी कर रहे थे, उनकी घर की आर्थिक स्थिति सही नहीं थी. लॉकडाउन में काम ना लगने की वजह से संदीप हीरा कार्यालय से पट्टा बनवाकर पन्ना जिले की कृष्णा कल्याणपुर उथली हीरा खदान में खुदाई कर रहा था, संदीप को महज 15 दिनों में ही चमचमाता हुआ 6.92 कैरेट का बेशकीमती हीरा मिला, जिसे संदीप ने हीरा कार्यालय में जमा करा दिया था.

पढ़ें- श्यामा प्रसाद मुखर्जी बंदरगाह ने बंगाल में एलएनजी टर्मिनल को दी मंजूरी

दो मजदूरों को मिला था हीरा

पन्ना में दो किसानों को अलग-अलग जगह से हीरे मिले थे. पहला हीरा निजी भूमि पर किसान दिलीप मिस्त्री को मिला था, जो 7.44 कैरेट का था, जो जरुआपुर में निजी भूमि पर हीरा कार्यालय से पट्टा लेकर खदान में लगाए हुए था. से मिला था. वहीं दूसरा हीरा पटी बजरिया के कृष्णकल्यानपुर की उथली हीरा खदान से लखन यादव को मिला था, जिसका वजन करीब 14.95 कैरेट का था. दोनों ही हीरे जेम्स क्वालिटी के है, जो हीरा कार्यालय में जमा कर दिए गए थे.

छह मजदूरों के हाथ लगे तीन हीरे

मध्य प्रदेश के पन्ना की रत्नगर्भा धरती बेशकीमती रत्न उगल रही है. एक मजदूर की किस्मत चमकी थी और उसे एक हीरा मिला था. उस वक्त एक बार फिर छह मजदूरों की किस्मत खुल गई थी. उन्हें खुदाई के दौरान तीन हीरे मिले थे. बता दें, जरुआपुर उथली खदान से छह मजदूरों को एक साथ तीन हीरे मिले थे. जो लगभग साढ़े सात कैरेट के हैं. हीरा अधिकारी आरके पांडेय ने बताया था कि अभी इन हीरों का वेल्यू एडिशन नहीं हुआ है, तो कीमत अभी स्पष्ट नहीं हो पाई.

ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.