नई दिल्ली: भारतीय सेना ने पहली बार अपनी तोपखाना (आर्टिलरी) रेजीमेंट में पांच महिला अधिकारियों को शामिल किया है. तोपखाना रेजीमेंट में शामिल होने वाली महिला अधिकारियों ने शनिवार को चेन्नई में ऑफिसर्स ट्रेनिंग एकेडमी (ओटीए) में अपना प्रशिक्षण सफलतापूर्वक पूरा किया.
सैन्य सूत्रों ने बताया कि तोपखाना रेजीमेंट में लेफ्टिनेंट महक सैनी, लेफ्टिनेंट साक्षी दुबे, लेफ्टिनेंट अदिति यादव और लेफ्टिनेंट पायस मुद्गिल समेत पांच महिला अधिकारियों को शामिल किया गया है. सूत्रों ने बताया कि पांच महिला अधिकारियों में से तीन को चीन के साथ लगती सीमाओं पर तैनात टुकड़ियों में नियुक्त किया गया तथा दो अन्य महिला अधिकारियों को पाकिस्तान के साथ अग्रिम सीमा के समीप 'चुनौतीपूर्ण स्थानों' पर तैनात किया गया है.
एक सूत्र ने बताया कि तोपखाना रेजीमेंट में महिला अधिकारियों की तैनाती भारतीय सेना में चल रहे परिवर्तन का प्रमाण है. जनवरी में सेना प्रमुख जनरल मनोज पांडे ने तोपखाना इकाइयों में महिला अधिकारियों को शामिल करने की घोषणा की थी. बाद में सरकार ने भी इस प्रस्ताव को स्वीकृति दे दी थी.
ये भी पढ़ें- Operation Kaveri: भारतीय सेना ने सूडान से और 754 भारतीय नागरिक स्वदेश पहुंचा
बता दें कि रक्षा क्षेत्र में महिलाओं की भागीदारी बढ़ रही है. केंद्र सरकार की ओर से से इस दिशा में लगातार प्रयास किए जा रहे हैं. हाल के वर्षों में भारत की सशस्त्र बलों में महिलाओं की भागादीरी बढ़ी है. सरकार सेना में महिलाओं के लिए खाली पड़े सभी पदों पर भर्ती के लिए तेजी से कोशिश कर रही है. इससे पहले केंद्र सरकार ने राष्ट्रीय रक्षा अकादमी में महिलाओं के प्रवेश को मंजूरी दी थी. इससे महिलाओं को स्थायी कमीशन देने के साथ ही एनडीए का रास्ता खुल गया था. वहीं, 2015 में महिलाओं को लड़ाकू पायलट के रूप में शामिल करने का निर्णय लिया गया था.
(पीटीआई-भाषा)