चामराजनगर : कर्नाटक के बेगुर स्थित गवर्नमेंट प्री-यूनिवर्सिटी कॉलेज राज्य का पहला ऐसा कॉलेज बन गया है जहां रोबोटिक्स प्रयोगशाला है. 12 लाख रुपये की लागत से स्थापित दो ह्यूमनॉइड रोबोटों वाली अत्याधुनिक रोबोटिक और विज्ञान प्रयोगशाला का उद्घाटन मंत्री वी. सोमन्ना ने मंगलवार को किया. मंत्री वी. सोमन्ना के फैन ग्रुप ने रोबोट और विज्ञान प्रयोगशाला दान की है. यहां जापान से आयात किया गया विद्युत नाम का रोबोट है जो किसी भी भाषा में जानकारी देगा. इस प्रयोगशाला का नाम सिद्धगंगा शिवकुमार स्वामी के नाम पर रखा गया है.
रोबोट लैब में शिक्षक का काम रोबोट करेगा. यहां रोबोट के साथ-साथ 2,000 मॉडल बनाने की किट भी है. रोबोट छात्रों को उस मॉडल में मार्गदर्शन करेगा जो वे बनाना चाहते हैं. स्ट्रीट लैंप कैसे बनाते हैं? पवन ऊर्जा, सौर पैनल, मोबाइल ऑपरेशन, माइक्रोस्कोप कैसे बनाते हैं? छात्र यह सब व्यावहारिक रूप से सीखेंगे. विज्ञान के विभिन्न क्षेत्रों में ओलंपियाड रोबोटों को इस तरह से प्रोग्राम किया जाता है कि छात्र अपनी इच्छानुसार विषयों को सीख सकें.
शिक्षा विशेषज्ञ गिरीश बागा इस प्रोजेक्ट को अंजाम देने वाली टीम का हिस्सा हैं. उनका कहना है कि यह रोबोट छात्रों को उनकी मनोवैज्ञानिक समस्याओं का समाधान खोजने में मदद करेगा. प्रयोगशाला छात्रों को एसटीईएम (विज्ञान, प्रौद्योगिकी, इंजीनियरिंग और गणित) अवधारणाओं को पढ़ाने के लिए एक आदर्श मंच के रूप में कार्य करेगी.
पवन ऊर्जा उत्पादन इकाई का एक कार्यशील मॉडल बनाने वाले कक्षा 12 के छात्र बसवा सिरी ने कहा कि रोबोट प्रयोगशाला विषयों को सीखने और अवधारणाओं को बेहतर तरीके से सीखने में मदद करेगी. उन्होंने कहा कि 'हमें खुशी है कि यह रोबोट हमारे कॉलेज में आया है. यह ऐसी चीज है जिस पर हमें गर्व है. यह हमारे लिए बहुत उपयोगी है. मैं इससे बहुत कुछ सीखता हूं.'