कांकेर: छत्तीसगढ़ के कांकेर जिले में मोबाइल के लिए 41 लाख लीटर पानी बर्बादी के मामले में कार्रवाई का सिलसिला जारी है. फूड इंस्पेक्टर, जल संसाधन विभाग के एसडीओ के निलंबन के बाद मामले में अब बड़ी कार्रवाई की गई है. फूड इंस्पेक्टर राजेश बिश्वास, जल संसाधन विभाग के एसडीओ रामलाल धीवर और सब इंजीनियर छोटेलाल ध्रुव के खिलाफ FIR दर्ज की गई है. नायब तहसीलदार सुनील कुमार ध्रुव की रिपोर्ट पर पखांजूर थाने में धारा 430, 34 के तहत कार्रवाई की गई है.
अब तक क्या क्या हुआ: मोबाइल को निकालने के लिए परलकोट जलाशय का 41 लाख लीटर पानी बहाने के मामले में फूड इंस्पेक्टर राजेश विश्वास को निलंबित किया गया. उन्हें 53092 हजार रुपए की रिकवरी का नोटिस भी जारी किया गया है. जिसे 10 दिन के अंदर जमा करने को कहा गया है.
फूड इंस्पेक्टर को परलकोट जलाशय से पानी निकालने की मौखिक अनुमति देने के मामले में उपसंभाग कापसी के एसडीओ आरएल धीवर को बुधवार को निलंबित किया गया. शोकॉज नोटिस का जवाब संतोषजनक न होने पर कांकेर कलेक्टर ने आगे की कार्रवाई के लिए शासन को प्रस्ताव भेजा था.
क्या है पूरा मामला: कोयलीबेड़ा ब्लॉक के फूड ऑफिसर राजेश विश्वास रविवार 21 मई को छुट्टी मनाने खेरकट्टा परलकोट जलाशय पहुंचे थे. मौज मस्ती और सेल्फी के दौरान उनका सैमसंग कंपनी का S सीरीज का लगभग 96 हजार रुपये का फोन जलाशय में गिर गया. फूड इंस्पेक्टर ने तुरंत जल संसाधन के एसडीओ साहब से बात की. सिंचाई विभाग के एसडीओ आरएल धीवर ने पानी खाली करने फूड इंस्पेक्टर को मौखिक स्वीकृति दे दी. स्थानीय लोगों की मदद से 30 एचपी के दो पंप मंगाए गए और तीन दिन तक 24 घंटे पंप चलाकर लाखों लीटर पानी जलाशय से बाहर निकालकर व्यर्थ बहाया गया.