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चेक करें आपने सही फाइनेंशियल प्लानिंग की है या कुछ गड़बड़ है?

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Published : Jan 31, 2022, 10:16 AM IST

कई लोग जीवन में लक्ष्य निर्धारित करते हैं, लेकिन कुछ ही उन्हें हासिल कर पाते हैं. लेकिन, कोविड ने लोगों को बहुत कुछ सिखाया है. अब अधिकतर लोगों ने स्वास्थ्य और धन के महत्व को करीब से महसूस किया है. कोविड की लहर के दौरान कई लोगों ने अपनी मेहनत की कमाई को कोविड के इलाज पर खर्च कर दिया. इस हालात के कारण वे तंगहाल हो गए. कोविड ने सबक दिया है कि हमें इन्वेस्टमेंट, हेल्थ इंश्योरेंस और अन्य जरूरतों के हिसाब से समान रूप से पैसा बांटना चाहिए. साथ ही अपने हर काम के लिए प्लानिंग करना चाहिए ताकि जीवन के हर मोड़ पर बिना किसी हिचकिचाहट के आगे बढ़ सकें. अब तो कोविड के कारण भविष्य अनिश्चित हो गया है. एक तनाव मुक्त जीवन जीने के जरूरी है कि बुद्धिमानी से निवेश करके और उसका भरपूर लाभ उठाकर अपनी आवश्यकताओं के अनुसार फ्यूचर प्लानिंग करें.

Financial planning
Financial planning

हैदराबाद: जीवन एक चैलेंज है, इसका सामना करें. प्रॉपर प्लानिंग आपको टेंशन फ्री जीवन जीने में मदद करेगी, लेकिन अगर आपके पास योजना नहीं है, तो आप फंसे रह जाएंगे. उदाहरण के लिए, हमने पिछले कुछ वर्षों में कोविड के कारण कई ऐसी घटनाएं हुईं, जिसके कारण देश भर के कई परिवार हेल्थ इमरजेंसी और वित्तीय बोझ का सामना कर रहे हैं. महामारी ने लोगों के जीवन को फिर से पीछे की ओर धकेल दिया. कोविड फिर से अपना रूप बदल रहा है और लोगों के लिए मुश्किलें खड़ी कर रहा है. इस हालात में हमें अपने शारीरिक, मानसिक और फाइनैंशियल हेल्थ की रक्षा करने के बारे में सोचना चाहिए.

फाइनेंशियल प्लानिंग ( Financial planning) : जब जीवन में अनिश्चितता होती है तो हमारी फाइनेंशियल प्लानिंग चरमरा जाती हैं. हालांकि, थोड़ी सी सावधानी से आप उसे वापस पटरी पर ला सकते हैं और नए सिरे से शुरुआत कर सकते हैं. इसके के लिए हमें यह पता लगाने की जरूरत है कि हमारा फाइनेंशियल हेल्थ कैसा है? इसके बाद हम खुद से सवाल करेंगे कि आपकी प्लानिंग में प्रॉब्लम कहां है, तो इसका जवाब आपकी दिक्कतों को दूर करने में मदद करेगा. हम जान लें कि फाइनेंशियल प्लानिंग के तहत हमने अपनी आय को किस तरह बांटा है.

रिटायरमेंट प्लान (Retirement plan) : जैसे ही हम कमाई करना शुरू करते हैं वैसे ही रिटायरमेंट प्लान (Retirement plan) में निवेश भी शुरू करनी चाहिए. हमें पीपीएफ, राष्ट्रीय पेंशन योजनाओं और वार्षिकी योजनाओं में निवेश करना चाहिए. इसके अलावा, आप गोल्ड, जमीन या अचल संपत्ति और अन्य निवेश योजनाओं में निवेश करने की प्लानिंग करनी चाहिए. इन निवेश का लाभ रिटायरमेंट के दौरान मिलेगा.

A) रिटायरमेंट प्लानिंग अभी तक शुरू नहीं हुई हैं.

B) एक रिटायरमेंट प्लान है, लेकिन उसमें पर्याप्त निवेश नहीं कर रहे हैं.

C) रिटायरमेंट के लिए उम्मीद के मुताबिक इन्वेस्टमेंट कर रहे हैं.

आपातकालीन निधि (Emergency fund)) : बहुत से लोग नहीं जानते कि अचानक होने वाले खर्चों का सामना कैसे किया जाए और कुछ के लिए यह लगभग असंभव है. इसी तरह की स्थिति पिछले दो साल से कई लोगों को परेशान कर रही है, इसलिए हर फैमिली को अपने लिए इमरजेंसी फंड प्राथमिकता से बनाना चाहिए. अगर इमरजेंसी फंड का साथ है तो आप कर्ज में डूबने से बच सकते हैं. साथ ही मौजूदा बचत और निवेश को भी बचा सकते हैं. सुनिश्चित करें कि आपके पास एक इमरजेंसी फंड हो, जिसका उपयोग कम से कम छह महीने तक किया जा सके.

A) कोई इमरजेंसी फंड नहीं है.

B) एक इमरजेंसी फंड है, लेकिन रकम अचानक आए खर्चों में खत्म हो गई.

C) आज तक किसी भी इमरजेंसी फंड का उपयोग नहीं किया गया है.

इंश्योरेंस या बीमा (Insurance) : इंश्योरेंस पॉलिसियां आपको अचानक होने वाली बेतहाशा खर्च की स्थितियों के वित्तीय बोझ को सहन करने की ताकत देती हैं. 2020 और 2021 में कई लोगों ने हेल्थ इंश्योरेंस का इस्तेमाल किया. इसके अलावा जब परिवार के मुखिया को कुछ होता है तो जीवन बीमा पॉलिसियां हमारी मदद करती हैं. इमरजेंसी फंड के बाद इंश्योरेंस ऐसी चीज है, जिसका हमारे जीवन में होना जरूरी है.

A) कोई इंश्योरेंस पॉलिसी नहीं है.

B) हेल्थ इंश्योरेंस पॉलिसी है और पहले भी दावा किया है.

C) हेल्थ इंश्योरेंस पॉलिसी की आवश्यकता अभी तक नहीं आई है.

जब आपको पैसों की तत्काल आवश्यकता हो तो लोन लेना कोई बड़ी बात नहीं है. लेकिन, लोन के कारण वित्तीय बोझ तो पड़ता ही है. पर्सनल लोन 10% से 20% ब्याज के साथ आते हैं. क्रेडिट कार्ड पर सालाना 40% की ब्याज दर होती है. जब हम ऊंची ब्याज दरों पर लोन लेते हैं तो हमारी आर्थिक स्थिति खराब होने का खतरा रहता है.

A) पहले एक लोन लिया था और ईएमआई चुकाने में परेशानी हुई.

B) लोन लिया, लेकिन ईएमआई चुकाने में कोई समस्या नहीं हुई.

C) अभी तक कोई लोन नहीं लिया ही नहीं है.

निवेश (Investments) : लॉन्ग टर्म गोल को हासिल करने के लिए इनवेस्टमेंट सबसे अच्छा विकल्प है. आप 500 रुपये तक का निवेश शुरू कर सकते हैं. पिछले दो वर्षों में ऐसे कई उदाहरण सामने आए हैं, जहां लोगों ने अपना निवेश बंद कर दिया है. अब यह फिर से सोचने का समय है कि महामारी की तीसरी लहर के दौरान निवेश कैसे शुरू किया जाए. एक्सपर्ट हमेशा छोटी मात्रा में निवेश जारी रखने की सलाह देते हैं.

A) पहले से ही एसआईपी और अन्य निवेश बंद हैं.

B) कुछ समय के लिए कोई नया निवेश नहीं किया गया है लेकिन पुराने को नहीं रोका.

C) नए निवेश शुरू किए हैं.

ऊपर फाइनेंशियल प्लानिंग से जुड़े कई सवाल और उसके जवाब दिए गए हैं. आप चुने की उनमें से कौन आप पर क्या लागू होता है.

यदि आप दिए गए सवालों के जवाब में 'A' अधिक है तो आपको आर्थिक रूप से सावधान रहने की जरूरत है. आपको तुरंत एक इमरजेंसी फंड बनाना चाहिए. साथ ही मोटे ब्याज वाले लोन का भुगतान करें और बचे हुए पैसे को निवेश करें.

यदि आप 'B' अधिक प्राप्त करते हैं .. आपको भी इमरजेंसी फंड बनाना चाहिए. इंश्योरेंस से जुड़ी आवश्यकताओं की समीक्षा करें और कोविड के पहले फाइनेंशियल प्लान को फिर से शुरू करने के लिए तैयार रहें.

यदि आपका उत्तर में 'C' अधिक है तो इसका मतलब है कि आप आर्थिक रूप से स्थिर हैं और उस संतुलन को बनाए रखते हैं. एक्सिस सिक्योरिटीज के एमडी-सीईओ बी गोपकुमार का कहना है कि आपको सभी लक्ष्यों तक पहुंचने में कोई कठिनाई नहीं होगी.

पढ़ें : Home Loan EMI: होम लोन की ईएमआई का बोझ कम करने के टिप्स

हैदराबाद: जीवन एक चैलेंज है, इसका सामना करें. प्रॉपर प्लानिंग आपको टेंशन फ्री जीवन जीने में मदद करेगी, लेकिन अगर आपके पास योजना नहीं है, तो आप फंसे रह जाएंगे. उदाहरण के लिए, हमने पिछले कुछ वर्षों में कोविड के कारण कई ऐसी घटनाएं हुईं, जिसके कारण देश भर के कई परिवार हेल्थ इमरजेंसी और वित्तीय बोझ का सामना कर रहे हैं. महामारी ने लोगों के जीवन को फिर से पीछे की ओर धकेल दिया. कोविड फिर से अपना रूप बदल रहा है और लोगों के लिए मुश्किलें खड़ी कर रहा है. इस हालात में हमें अपने शारीरिक, मानसिक और फाइनैंशियल हेल्थ की रक्षा करने के बारे में सोचना चाहिए.

फाइनेंशियल प्लानिंग ( Financial planning) : जब जीवन में अनिश्चितता होती है तो हमारी फाइनेंशियल प्लानिंग चरमरा जाती हैं. हालांकि, थोड़ी सी सावधानी से आप उसे वापस पटरी पर ला सकते हैं और नए सिरे से शुरुआत कर सकते हैं. इसके के लिए हमें यह पता लगाने की जरूरत है कि हमारा फाइनेंशियल हेल्थ कैसा है? इसके बाद हम खुद से सवाल करेंगे कि आपकी प्लानिंग में प्रॉब्लम कहां है, तो इसका जवाब आपकी दिक्कतों को दूर करने में मदद करेगा. हम जान लें कि फाइनेंशियल प्लानिंग के तहत हमने अपनी आय को किस तरह बांटा है.

रिटायरमेंट प्लान (Retirement plan) : जैसे ही हम कमाई करना शुरू करते हैं वैसे ही रिटायरमेंट प्लान (Retirement plan) में निवेश भी शुरू करनी चाहिए. हमें पीपीएफ, राष्ट्रीय पेंशन योजनाओं और वार्षिकी योजनाओं में निवेश करना चाहिए. इसके अलावा, आप गोल्ड, जमीन या अचल संपत्ति और अन्य निवेश योजनाओं में निवेश करने की प्लानिंग करनी चाहिए. इन निवेश का लाभ रिटायरमेंट के दौरान मिलेगा.

A) रिटायरमेंट प्लानिंग अभी तक शुरू नहीं हुई हैं.

B) एक रिटायरमेंट प्लान है, लेकिन उसमें पर्याप्त निवेश नहीं कर रहे हैं.

C) रिटायरमेंट के लिए उम्मीद के मुताबिक इन्वेस्टमेंट कर रहे हैं.

आपातकालीन निधि (Emergency fund)) : बहुत से लोग नहीं जानते कि अचानक होने वाले खर्चों का सामना कैसे किया जाए और कुछ के लिए यह लगभग असंभव है. इसी तरह की स्थिति पिछले दो साल से कई लोगों को परेशान कर रही है, इसलिए हर फैमिली को अपने लिए इमरजेंसी फंड प्राथमिकता से बनाना चाहिए. अगर इमरजेंसी फंड का साथ है तो आप कर्ज में डूबने से बच सकते हैं. साथ ही मौजूदा बचत और निवेश को भी बचा सकते हैं. सुनिश्चित करें कि आपके पास एक इमरजेंसी फंड हो, जिसका उपयोग कम से कम छह महीने तक किया जा सके.

A) कोई इमरजेंसी फंड नहीं है.

B) एक इमरजेंसी फंड है, लेकिन रकम अचानक आए खर्चों में खत्म हो गई.

C) आज तक किसी भी इमरजेंसी फंड का उपयोग नहीं किया गया है.

इंश्योरेंस या बीमा (Insurance) : इंश्योरेंस पॉलिसियां आपको अचानक होने वाली बेतहाशा खर्च की स्थितियों के वित्तीय बोझ को सहन करने की ताकत देती हैं. 2020 और 2021 में कई लोगों ने हेल्थ इंश्योरेंस का इस्तेमाल किया. इसके अलावा जब परिवार के मुखिया को कुछ होता है तो जीवन बीमा पॉलिसियां हमारी मदद करती हैं. इमरजेंसी फंड के बाद इंश्योरेंस ऐसी चीज है, जिसका हमारे जीवन में होना जरूरी है.

A) कोई इंश्योरेंस पॉलिसी नहीं है.

B) हेल्थ इंश्योरेंस पॉलिसी है और पहले भी दावा किया है.

C) हेल्थ इंश्योरेंस पॉलिसी की आवश्यकता अभी तक नहीं आई है.

जब आपको पैसों की तत्काल आवश्यकता हो तो लोन लेना कोई बड़ी बात नहीं है. लेकिन, लोन के कारण वित्तीय बोझ तो पड़ता ही है. पर्सनल लोन 10% से 20% ब्याज के साथ आते हैं. क्रेडिट कार्ड पर सालाना 40% की ब्याज दर होती है. जब हम ऊंची ब्याज दरों पर लोन लेते हैं तो हमारी आर्थिक स्थिति खराब होने का खतरा रहता है.

A) पहले एक लोन लिया था और ईएमआई चुकाने में परेशानी हुई.

B) लोन लिया, लेकिन ईएमआई चुकाने में कोई समस्या नहीं हुई.

C) अभी तक कोई लोन नहीं लिया ही नहीं है.

निवेश (Investments) : लॉन्ग टर्म गोल को हासिल करने के लिए इनवेस्टमेंट सबसे अच्छा विकल्प है. आप 500 रुपये तक का निवेश शुरू कर सकते हैं. पिछले दो वर्षों में ऐसे कई उदाहरण सामने आए हैं, जहां लोगों ने अपना निवेश बंद कर दिया है. अब यह फिर से सोचने का समय है कि महामारी की तीसरी लहर के दौरान निवेश कैसे शुरू किया जाए. एक्सपर्ट हमेशा छोटी मात्रा में निवेश जारी रखने की सलाह देते हैं.

A) पहले से ही एसआईपी और अन्य निवेश बंद हैं.

B) कुछ समय के लिए कोई नया निवेश नहीं किया गया है लेकिन पुराने को नहीं रोका.

C) नए निवेश शुरू किए हैं.

ऊपर फाइनेंशियल प्लानिंग से जुड़े कई सवाल और उसके जवाब दिए गए हैं. आप चुने की उनमें से कौन आप पर क्या लागू होता है.

यदि आप दिए गए सवालों के जवाब में 'A' अधिक है तो आपको आर्थिक रूप से सावधान रहने की जरूरत है. आपको तुरंत एक इमरजेंसी फंड बनाना चाहिए. साथ ही मोटे ब्याज वाले लोन का भुगतान करें और बचे हुए पैसे को निवेश करें.

यदि आप 'B' अधिक प्राप्त करते हैं .. आपको भी इमरजेंसी फंड बनाना चाहिए. इंश्योरेंस से जुड़ी आवश्यकताओं की समीक्षा करें और कोविड के पहले फाइनेंशियल प्लान को फिर से शुरू करने के लिए तैयार रहें.

यदि आपका उत्तर में 'C' अधिक है तो इसका मतलब है कि आप आर्थिक रूप से स्थिर हैं और उस संतुलन को बनाए रखते हैं. एक्सिस सिक्योरिटीज के एमडी-सीईओ बी गोपकुमार का कहना है कि आपको सभी लक्ष्यों तक पहुंचने में कोई कठिनाई नहीं होगी.

पढ़ें : Home Loan EMI: होम लोन की ईएमआई का बोझ कम करने के टिप्स

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