पटना: 27 अप्रैल को जिस ढाई महीने की बच्ची की गुमशुदगी की शिकायत उसके पिता ने पुलिस से की थी, तफ्तीश में वही पिता अपनी बच्ची का कातिल निकला. पुलिस ने उसके किचन में रखे डालडा के डिब्बे से बच्ची की लाश बरामद (Girl Body Recovered From Box) करते हुए मामले का खुलासा कर लिया है. 28 अप्रैल को सख्ती से पूछताछ के बाद आरोपी पिता ने अपना जुर्म कबूल कर लिया है. उसने माना कि उसी ने अपनी बेटी के गले में फंदा लगाकर मारा था. आरोपी पिता भरत ने अपनी पुत्री के गायब होने की शिकायत कराई थी. जिसके बाद पुलिस खोजबीन में लगी हुई थी. उसी दौरान बच्ची का शव घर के किचन में ही डालडा के डब्बे से पुलिस ने बरामद किया. हर कोई यह जानना चाहता था कि आखिर ढाई महीने की बच्ची का कत्ल किसने किया होगा और क्यों किया होगा. यह सवाल सभी के जहन में गूंज रहा था. पुलिस ने इसकी पड़ताल शुरू की और पता चला कि बच्ची का कातिल कोई और नहीं उसका पिता भरत ही है.
क्यों ली पिता ने मासूम की जान?: कदमकुआं थाने की पुलिस के द्वारा काफी पूछताछ के बाद आरोपी पिता भरत ने बताया कि वह काजीपुर मोहल्ले में अंडे बेचता है, जिसे पहले से ही एक बेटा था. ढाई महीने पहले एक बेटी हुई जो कि बचपन से ही बीमार रहती थी और उसके दिल में छेद था. भरत ने पुलिस को बताया कि वह बच्ची के इलाज से काफी परेशान था और घर के जेवर तक बेच चुका था लेकिन तबीयत में कोई सुधार नहीं हो रहा था. वहीं वह अंडे के ठेले से इतना नहीं कमा पाता था जिससे कि भरण-पोषण हो सके, साथ-साथ बच्ची का इलाज भी करवाया जा सके. जिससे परेशान होकर उसने 26 अप्रैल की रात में ही अपनी बच्ची का मुंह दबाकर मार डाला. इसके बाद उसने शव को डालडे के डब्बे में रखकर किचन में छुपा दिया.
"मैं काजीपुर मोहल्ले में अंडे बेचता हूं, मेरा पहले से ही एक बेटा था. ढाई महीने पहले एक बेटी हुई जो कि बचपन से ही बीमार रहती थी और उसके दिल में छेद था. बच्ची के इलाज से काफी परेशान था और घर के जेवर तक बेच चुका था, लेकिन बच्ची की तबीयत में कोई सुधार नहीं हो रहा था. मैं अंडे के ठेले से इतना नहीं कमा पाता था जिससे कि भरण-पोषण हो सके, साथ-साथ बच्ची का इलाज भी करवाया जा सके. इससे परेशान होकर मैंने 26 अप्रैल की रात में अपनी बच्ची का मुंह दबाकर मार डाला और शव को डालडे के डब्बे में रखकर किचन में छुपा दिया" - भरत, आरोपी पिता
पहले भी की थी मारने की कोशिश: पिता ने बच्ची की हत्या के बाद उसे ढूंढने का नाटक शुरू कर दिया. थोड़ी देर बाद पत्नी बच्ची के विषय में पूछने लगी जिसके कारण उसे पुलिस के पास शिकायत के लिए जाना पड़ा. वहीं इस हत्या के बारे में बच्ची की मां को कोई भी जानकारी नहीं थी. बता दें कि भारत ने अपनी बच्ची को 7 दिन पहले भी मारने की कोशिश की थी, उसने बच्ची के नाक में फेविक्विक डाल दिया था. जिससे कि उसका नाक जाम हो जाए और सांस बंद हो जाए लेकिन ऐसा नहीं हुआ और बच्ची बच गई. तब जाकर उसने अपनी बच्ची के गर्दन में फंदा लगाकर मार डाला. वहीं कदमकुंआ थाना प्रभारी विमलेंदु ने बताया कि बच्ची की हत्या उसके पिता के द्वारा ही की गई है और पुलिस मामले में आगे की कार्रवाई कर रही है.
"बच्ची की हत्या उसके पिता के द्वारा ही की गई है. 7 दिन पहले भी पिता ने बच्ची के नाक में फेविक्विक डालकर उसे मारने की कोशिश की थी तब वो बच गई थी. इसके बाद पिता ने बच्ची के गर्दन में फंदा लगाकर उसे मार डाला और उसके शव को घर में ही एक डब्बे में रखकर किचन में छुपा दिया."-विमलेंदु, थाना प्रभारी, कदमकुंआ थाना