ETV Bharat / bharat

UP Elections 2022 : बीजेपी 'फर्क साफ है' से दे रही विपक्षी दलों को मात

भाजपा के प्रदेश प्रवक्ता राकेश त्रिपाठी ने बताया कि सोशल मीडिया आम आदमी तक पहुंचने का एक सशक्त माध्यम है. इसी के माध्यम से 'फर्क साफ है' अभियान चलाकर भाजपा अपनी उपलब्धियों को गिना रही है.

elections
elections
author img

By

Published : Nov 11, 2021, 8:28 PM IST

लखनऊ : भारतीय जनता पार्टी ने सोशल मीडिया के जरिए 2022 के विधानसभा चुनाव को लेकर 'फर्क साफ है' अभियान का आगाज किया है. भाजपा आईटी सेल इस अभियान को कार्टून और वीडियो के माध्यम से आगे बढ़ा रहा है. इसके तहत पार्टी 2017 से पहले सपा-बसपा की सरकारों में आम लोगों की स्थिति की तुलना भाजपा सरकार में जनता की बेहतरी के लिए किए गए कार्यों व उनके प्रभाव से किया जा रहा है.

मुद्दा चाहे गन्ना किसानों के भुगतान का हो या बेसिक स्कूलों के बदलते हाल का. स्वास्थ्य सेवाओं का या माफिया पर की जा रही कार्रवाई का. सभी मुद्दों को उठाते हुए बताया जा रहा है कि 'फर्क साफ है'. भाजपा का कहना है कि यह जरूरी भी है कि लोगों को यह बताया जाए कि हममें और दूसरों के बीच फर्क क्या है.

'फर्क साफ है' अभियान का आगाज

इसके लिए सोशल मीडिया के सशक्त माध्यम का सहारा लिया जा रहा है. इस अभियान को सोशल मीडिया पर काफी प्रतिक्रिया भी मिल रही है. अभियान जोर पकड़ रहा है. भाजपा उत्तर प्रदेश का सोशल मीडिया पेज इस अभियान से भरा पड़ा है. फेसबुक हो या टि्वटर, इंस्टाग्राम हो या कू, हर प्लेटफॉर्म पर इस तरह से भाजपा अपनी 'फर्क साफ है' अभियान को आगे बढ़ा रही है कि बाकी सारे ट्रेंड फीके पड़ जाएं.

उदाहरण के तौर पर गन्ना किसानों के हाल को लेकर बनाए गए कार्टून वीडियो में दिखाया गया है कि एक फटे हाल किसान 2017 से पहले कटे हुए गन्ने के खेत से बाहर आ रहा है. मगर जब वह 2017 को पार करता है तो उसके कपड़े सुधर जाते हैं. उसके हाथ में रुपयों की गड्डी होती है. वह मुस्कुरा रहा होता है.

इसी तरह बेसिक स्कूलों के हाल, सरकारी अस्पतालों की व्यवस्था, कानून व्यवस्था का हाल और माफिया पर की जा रही कार्रवाई को भी भारतीय जनता पार्टी अपने इस अभियान के तहत जनता को दिखा रही हैं. यह समझाने का प्रयास कर रही है कि उनके समय में पिछले समय के मुकाबले काफी फर्क आ गया है. इस फर्क को देखते हुए अगले चुनाव में भाजपा और इसके प्रत्याशियों को ही चुना जाना चाहिए.

इस बारे में भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश प्रवक्ता राकेश त्रिपाठी ने बताया कि सोशल मीडिया आम आदमी तक पहुंचने का एक सशक्त माध्यम है. इसी के माध्यम से 'फर्क साफ है' अभियान चलाकर भाजपा अपनी उपलब्धियों को गिना रही है.

पार्टी का आईटी सेल इसे लेकर बेहतरीन काम कर रहा है. इसके जरिए सपा और बसपा की सरकारों के मुकाबले वर्तमान सरकार के कार्यकाल में आए बदलाव की बात की जा रही है, लोगों को जागरूक किया जा रहा है.

पढ़ेंः Kasganj suicide case : 'सच की तलाश' में कासगंज जाएगा कांग्रेस का प्रतिनिधिमंडल

लखनऊ : भारतीय जनता पार्टी ने सोशल मीडिया के जरिए 2022 के विधानसभा चुनाव को लेकर 'फर्क साफ है' अभियान का आगाज किया है. भाजपा आईटी सेल इस अभियान को कार्टून और वीडियो के माध्यम से आगे बढ़ा रहा है. इसके तहत पार्टी 2017 से पहले सपा-बसपा की सरकारों में आम लोगों की स्थिति की तुलना भाजपा सरकार में जनता की बेहतरी के लिए किए गए कार्यों व उनके प्रभाव से किया जा रहा है.

मुद्दा चाहे गन्ना किसानों के भुगतान का हो या बेसिक स्कूलों के बदलते हाल का. स्वास्थ्य सेवाओं का या माफिया पर की जा रही कार्रवाई का. सभी मुद्दों को उठाते हुए बताया जा रहा है कि 'फर्क साफ है'. भाजपा का कहना है कि यह जरूरी भी है कि लोगों को यह बताया जाए कि हममें और दूसरों के बीच फर्क क्या है.

'फर्क साफ है' अभियान का आगाज

इसके लिए सोशल मीडिया के सशक्त माध्यम का सहारा लिया जा रहा है. इस अभियान को सोशल मीडिया पर काफी प्रतिक्रिया भी मिल रही है. अभियान जोर पकड़ रहा है. भाजपा उत्तर प्रदेश का सोशल मीडिया पेज इस अभियान से भरा पड़ा है. फेसबुक हो या टि्वटर, इंस्टाग्राम हो या कू, हर प्लेटफॉर्म पर इस तरह से भाजपा अपनी 'फर्क साफ है' अभियान को आगे बढ़ा रही है कि बाकी सारे ट्रेंड फीके पड़ जाएं.

उदाहरण के तौर पर गन्ना किसानों के हाल को लेकर बनाए गए कार्टून वीडियो में दिखाया गया है कि एक फटे हाल किसान 2017 से पहले कटे हुए गन्ने के खेत से बाहर आ रहा है. मगर जब वह 2017 को पार करता है तो उसके कपड़े सुधर जाते हैं. उसके हाथ में रुपयों की गड्डी होती है. वह मुस्कुरा रहा होता है.

इसी तरह बेसिक स्कूलों के हाल, सरकारी अस्पतालों की व्यवस्था, कानून व्यवस्था का हाल और माफिया पर की जा रही कार्रवाई को भी भारतीय जनता पार्टी अपने इस अभियान के तहत जनता को दिखा रही हैं. यह समझाने का प्रयास कर रही है कि उनके समय में पिछले समय के मुकाबले काफी फर्क आ गया है. इस फर्क को देखते हुए अगले चुनाव में भाजपा और इसके प्रत्याशियों को ही चुना जाना चाहिए.

इस बारे में भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश प्रवक्ता राकेश त्रिपाठी ने बताया कि सोशल मीडिया आम आदमी तक पहुंचने का एक सशक्त माध्यम है. इसी के माध्यम से 'फर्क साफ है' अभियान चलाकर भाजपा अपनी उपलब्धियों को गिना रही है.

पार्टी का आईटी सेल इसे लेकर बेहतरीन काम कर रहा है. इसके जरिए सपा और बसपा की सरकारों के मुकाबले वर्तमान सरकार के कार्यकाल में आए बदलाव की बात की जा रही है, लोगों को जागरूक किया जा रहा है.

पढ़ेंः Kasganj suicide case : 'सच की तलाश' में कासगंज जाएगा कांग्रेस का प्रतिनिधिमंडल

ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.