श्रीनगर : नेशनल कॉन्फ्रेंस प्रमुख फारूक अब्दुल्ला और उनके बेटे उमर अब्दुल्ला ने बुधवार को उम्मीद जताई कि चंद्रयान-3 चंद्रमा की अपनी यात्रा आज शाम को सफलतापूर्वक पूरी कर लेगा. भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) ने बुधवार को कहा कि वह आज शाम चंद्रमा की सतह पर लैंडिंग के वास्ते अपने महत्वाकांक्षी तीसरे चंद्र मिशन चंद्रयान -3 के लैंडर मॉड्यूल (एलएम) के लिए स्वचालित लैंडिंग अनुक्रम (एएलएस) शुरू करने को पूरी तरह तैयार है.
लैंडर (विक्रम) और रोवर (प्रज्ञान) वाले एलएम को शाम 6.04 बजे चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुवीय क्षेत्र के पास उतारने का कार्यक्रम है. अब तक कोई भी देश चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुव तक नहीं पहुंच सका है. उमर अब्दुल्ला ने यहां पार्टी कार्यालय में संवाददाताओं से कहा, 'हमें उम्मीद है कि चंद्रयान-3 की यात्रा आज पूरी तरह सफल होगी. हमलोग उत्सुकता से चांद के उस हिस्से की तस्वीर और वीडियो की प्रतीक्षा कर रहे हैं, जहां अब तक कोई भी देश नहीं पहुंच पाया है.'
उन्होंने कहा, 'अगर चंद्रयान सफलतापूर्वक चांद पर उतर जाता है, जिसकी हमें पूरी उम्मीद है, तो हम उन गिने-चुने देशों के विशिष्ट सूची में शामिल हो जायेंगे जिन्होंने यह उपलब्धि हासिल की है.' पूर्ववर्ती जम्मू कश्मीर के मुख्यमंत्री रह चुके उमर ने कहा कि यह पहला मौका होगा, जब कोई देश चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुव पर अपना मिशन भेजेगा. उमर के पिता और नेशनल कांफ्रेंस के अध्यक्ष फारूक अब्दुल्ला ने भी भारत को अंतरिक्ष मानचित्र पर स्थापित करने के लिये देश के वैज्ञानिकों की सराहना की.
अब्दुल्ला ने बातचीत में कहा, 'मुझे और हम सभी को अपने वैज्ञानिकों पर गर्व है, जिन्होंने भारत को अंतरिक्ष मानचित्र पर लाने के लिए कड़ी मेहनत की है. सभी को बधाई.' केंद्रीय मंत्री रह चुके अब्दुल्ला ने यह भी उम्मीद जताई कि भारत जल्द ही चंद्रमा और मंगल ग्रह के लिए अंतरिक्ष अभियान शुरू करेगा. इन सभी उपलब्धियों में एक स्तंभ के तौर पर प्रसिद्ध पूर्व राष्ट्रपति एपीजे अब्दुल कलाम को याद करते हुए उन्होंने कहा कि उनके शीर्ष संवैधानिक पद पर चुने जाने के बाद से भारत ने अंतरिक्ष क्षेत्र में जबरदस्त प्रगति की है.
अब्दुल्ला ने कहा, 'मुझे लगता है कि पिछला मिशन इसलिए विफल हो गया क्योंकि कुछ ग़लत हो गया था. इस बार, मुझे यकीन है कि हमने उन कठिनाइयों पर काबू पा लिया है और जल्द ही चंद्रयान-3 चंद्रमा पर होगा. हम जल्द ही एक भारतीय रॉकेट द्वारा चंद्रमा और भविष्य में मंगल ग्रह तक अंतरिक्ष यात्रा की उम्मीद कर रहे हैं.' जम्मू-कश्मीर में उत्साहित छात्र चंद्रमा की सतह पर चंद्रयान-3 की आज होने वाली लैंडिंग को लेकर बेहद खुश दिखे और इसे देश के लिए गर्व का क्षण बताया.
जवाहर नगर के सरकारी स्कूल में 12वीं कक्षा के छात्र राठेर आबिद अशरफ़ ने यहां बताया, 'इन्शा अल्लाह ! यह सफलतापूर्वक चंद्रमा की सतह पर उतरेगा. हमें उम्मीद है और हम इसकी होने वाली लैंडिंग को लेकर बेहद खुश हैं.' अशरफ ने कहा, 'यह केवल इसरो का अभियान नहीं है, बल्कि इससे यह प्रदर्शित होगा कि भारत कैसे आगे बढ़ रहा है. मैं इसरो टीम की सराहना करना चाहता हूं जिसने इस जबरदस्त उपलब्धि को हासिल करने के लिए कड़ी मेहनत की है.'
इस बीच, उच्च्तम न्यायालय में अनुच्छेद 370 संबंधी सुनवाई के बारे में उमर अब्दुल्ला ने कहा 'मैं उन सभी अधिवक्ताओं का धन्यवाद करता हूं जो याचिकाकर्ताओं की ओर से शीर्ष अदालत में पेश हुये हैं.' यह सुनवाई जम्मू कश्मीर को विशेष राज्य का दर्जा देने वाले अनुच्छेद 370 को पूर्ववर्ती राज्य से हटाए जाने के विरोध में दायर याचिकाओं पर हो रही है.
ये भी पढ़ें - Chandrayaan-3 moon landing : इसरो ने कहा- 'ऑटोमैटिक लैंडिंग सीक्वेंस' के लिए पूरी तरह से तैयार
(पीटीआई-भाषा)