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किसान नेता बोले, हमारा नारा था लड़ेंगे-जीतेंगे अब नारा है हम लड़े-हम जीते

किसान आंदोलन स्थगित होने के बाद किसानों की घर वापसी (farmers returns home) शुरू हो गई है. बड़ी संख्या में किसान घरों को रवाना हो चुके हैं. सोमवार को संयुक्त किसान मोर्चा (एसकेएम) के नेता ऐतिहासिक स्वर्ण मंदिर में प्रार्थना करेंगे. गाजीपुर बॉर्डर पर 'ईटीवी भारत' ने कुछ किसान नेताओं से बातचीत की, जानिए उन्होंने क्या कहा.

SKM leader Puran Sharma   (Photo: ETV Bharat)
एसकेएम नेता पूरन शर्मा (फोटो-ईटीवी भारत)
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Published : Dec 12, 2021, 3:27 AM IST

Updated : Dec 12, 2021, 6:50 AM IST

नई दिल्ली : केंद्र सरकार के तीन विवादास्पद कृषि कानूनों को वापस लेने की घोषणा के साथ ही सिंघु, टिकरी और गाजीपुर सहित विभिन्न स्थानों पर डटे लाखों आंदोलनकारी किसान अपने घर वापस जा रहे हैं. आंदोलन कर रहे नेताओं ने कहा कि यह उनकी बड़ी जीत है. किसान संघ ने गुरुवार को अपना आंदोलन वापस ले लिया था.

एसकेएम नेता पूरन शर्मा (SKM leader Puran Sarma) ने कहा, 'हम केंद्र सरकार से तीन विवादास्पद किसान कानून को वापस लेने की मांग कर रहे थे. अब सरकार ने एमएसपी पर एक समिति बनाने के अलावा अधिनियम को वापस ले लिया है ... अगर सरकार अपने फैसले से पीछे हटती है तो हम फिर से आंदोलन पर बैठेंगे.'

सुनिए किसान नेताओं ने क्या कहा

उन्होंने कहा कि कृषि कानून को वापस लेने के संबंध में सरकार के कार्यों की समीक्षा करने के लिए एसकेएम नेता हर 15 दिन पर बैठेंगे. उन्होंने कहा, '40 संगठनों के प्रतिनिधि स्थिति की समीक्षा के लिए 15 दिन बैठेंगे. हम यह सुनिश्चित करेंगे कि सरकार उनके फैसले को लागू करे.'

एक अन्य किसान नेता ने कहा, 'पिछले साल 25 नवंबर से हम आंदोलन कर रहे थे. अब हमने अपने घर वापस जाने का फैसला किया है क्योंकि सरकार ने अधिनियम को वापस लेने की घोषणा की है. हमारा नारा था लड़ेंगे-जीतेंगे अब हमारा नारा है हम लड़े-हम जीते (we fought we win).'

उन्होंने दोहराया कि उनके पास अभी भी 4 लाख ट्रैक्टर और 25 लाख किसान हैं और जब भी आवश्यक होगा फिर से सड़क पर आ जाएंगे. किसान नेताओं ने यह भी घोषणा की कि वे निश्चित रूप से चुनाव प्रक्रिया में भाग लेंगे. आने वाले चुनाव में वोट डालेंगे.

गाजीपुर सीमा पर एक महिला कार्यकर्ता ने कहा, 'आज हमारे लिए विजय दिवस है और हम सभी अपनी जीत के बाद घर वापस जा रहे हैं. पिछले एक साल के दौरान हमें सरकार द्वारा थोपी गई कई समस्याओं का सामना करना पड़ा.'

पढ़ें- Farmers Movement Postponed: सिंघु-कुंडली बॉर्डर से किसान हटाने लगे टेंट, तोड़े अस्थायी मकान

नई दिल्ली : केंद्र सरकार के तीन विवादास्पद कृषि कानूनों को वापस लेने की घोषणा के साथ ही सिंघु, टिकरी और गाजीपुर सहित विभिन्न स्थानों पर डटे लाखों आंदोलनकारी किसान अपने घर वापस जा रहे हैं. आंदोलन कर रहे नेताओं ने कहा कि यह उनकी बड़ी जीत है. किसान संघ ने गुरुवार को अपना आंदोलन वापस ले लिया था.

एसकेएम नेता पूरन शर्मा (SKM leader Puran Sarma) ने कहा, 'हम केंद्र सरकार से तीन विवादास्पद किसान कानून को वापस लेने की मांग कर रहे थे. अब सरकार ने एमएसपी पर एक समिति बनाने के अलावा अधिनियम को वापस ले लिया है ... अगर सरकार अपने फैसले से पीछे हटती है तो हम फिर से आंदोलन पर बैठेंगे.'

सुनिए किसान नेताओं ने क्या कहा

उन्होंने कहा कि कृषि कानून को वापस लेने के संबंध में सरकार के कार्यों की समीक्षा करने के लिए एसकेएम नेता हर 15 दिन पर बैठेंगे. उन्होंने कहा, '40 संगठनों के प्रतिनिधि स्थिति की समीक्षा के लिए 15 दिन बैठेंगे. हम यह सुनिश्चित करेंगे कि सरकार उनके फैसले को लागू करे.'

एक अन्य किसान नेता ने कहा, 'पिछले साल 25 नवंबर से हम आंदोलन कर रहे थे. अब हमने अपने घर वापस जाने का फैसला किया है क्योंकि सरकार ने अधिनियम को वापस लेने की घोषणा की है. हमारा नारा था लड़ेंगे-जीतेंगे अब हमारा नारा है हम लड़े-हम जीते (we fought we win).'

उन्होंने दोहराया कि उनके पास अभी भी 4 लाख ट्रैक्टर और 25 लाख किसान हैं और जब भी आवश्यक होगा फिर से सड़क पर आ जाएंगे. किसान नेताओं ने यह भी घोषणा की कि वे निश्चित रूप से चुनाव प्रक्रिया में भाग लेंगे. आने वाले चुनाव में वोट डालेंगे.

गाजीपुर सीमा पर एक महिला कार्यकर्ता ने कहा, 'आज हमारे लिए विजय दिवस है और हम सभी अपनी जीत के बाद घर वापस जा रहे हैं. पिछले एक साल के दौरान हमें सरकार द्वारा थोपी गई कई समस्याओं का सामना करना पड़ा.'

पढ़ें- Farmers Movement Postponed: सिंघु-कुंडली बॉर्डर से किसान हटाने लगे टेंट, तोड़े अस्थायी मकान

Last Updated : Dec 12, 2021, 6:50 AM IST
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