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महापंचायत में बोलीं प्रियंका- किसानों का बकाया दिया नहीं, खुद के लिए खरीद लिए करोड़ों के हवाई जहाज

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Published : Feb 15, 2021, 1:19 PM IST

Updated : Feb 15, 2021, 10:40 PM IST

किसान आंदोलन
किसान आंदोलन

22:28 February 15

विद्यारानी के वीडियो पर टिकैत बोले, 'यहां दारू का क्या काम? वे अपने आंदोलन में जो चाहे बांटे'

कांग्रेस नेता विद्यारानी दनोदा के वायरल वीडियो पर सुनिए राकेश टिकैत का बयान

नई दिल्ली/चंडीगढ़ : कांग्रेस नेता विद्यारानी दनोदा के वायरल वीडियो को लेकर घमासान शुरू हो गया है. इस बयान के बाद से जहां बीजेपी ने कांग्रेस को घेर लिया है तो वहीं अब भारतीय किसान यूनियन के प्रवक्ता राकेश टिकैत ने भी प्रतिक्रिया दी है. 

राकेश टिकैत ने कहा कि आंदोलन में शराब का क्या इस्तेमाल है. मुझे नहीं पता कि वह ऐसी टिप्पणी क्यों कर रही है. टिकैत ने कहा कि ऐसे लोगों को किसान आंदोलन से कोई लेना देना नहीं है. विद्या रानी को ऐसी टिप्पणी नहीं करनी चाहिए ये गलत है. ऐसे लोग अपने आंदोलन में जो चाहें, वितरित कर सकते हैं.

बता दें कि, जींद के नरवाना में कांग्रेस नेता विद्यारानी दनोदा का वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हुआ है. वीडियो में विद्यारानी किसान आंदोलन का जिक्र करती हुई सुनाई दे रही हैं. वो कांग्रेस कार्यकर्ताओं से आंदोलन में शराब पहुंचाने की अपील कर रही हैं.

महिला कांग्रेस नेता कह रही हैं कि किसान आंदोलन को दोबारा खड़ा करने के लिए धरने पर मौजूद लोगों को पैसा, सब्जी और शराब भी दी जाए. जिसके बाद उनका वीडियो सोशल मीडिया पर खूब वायरल हो रहा है. विद्यारानी दनोदा जींद के नरवाना से विधानसभा चुनाव में कांग्रेस प्रत्याशी रहीं हैं.

21:10 February 15

शराब दान देने वाली टिप्पणी पर राकेश टिकैत की प्रतिक्रिया

कांग्रेस की विद्या रानी की टिप्पणी पर राकेश टिकैत ने प्रतिक्रिया देते हुए कहा, यहां शराब का क्या उपयोग है? मुझे नहीं पता कि वह ऐसी टिप्पणी क्यों कर रही हैं. ऐसे लोगों को आंदोलन से कोई लेना देना नहीं है. यह गलत है और नहीं किया जाना चाहिए. वे अपने आंदोलन में जो चाहें, वितरित कर सकते हैं.

बता दें कि कांग्रेस नेता विद्या रानी ने कहा था कि किसान आंदोलन के लिए चल रहे धरनों पर शराब दान करनी चाहिए. 

19:24 February 15

किसान-मजदूर सम्मेलन का आयोजन

दीपेंद्र हुड्डा का बयान

कृषि कानूनों के खिलाफ और किसान आंदोलन के समर्थन में अब मुख्य विपक्षी पार्टी कांग्रेस ने सड़क पर उतरने का मन बना लिया है. कांग्रेस पार्टी के दिग्गज नेता सरकार के खिलाफ मोर्चा संभालते हुए किसान-मजदूर सम्मेलन का आयोजन कर रहे हैं. 

कलायत अनाज मंडी में कांग्रेस के राज्यसभा सांसद दीपेंद्र हुड्डा पहुंचे और पुंडरी विधानसभा क्षेत्र में आयोजन किसान मजदूर सम्मेलन में कांग्रेस महासचिव रणदीप सिंह सुरजेवाला पहुंचे. दोनों ही नेताओं ने हरियाणा की खट्टर सरकार और केंद्र की मोदी सरकार पर जमकर निशाना साधा.

दीपेंद्र हुड्डा ने कहा कि ये पहला ऐसा आंदोलन है जो जाति, धर्म, क्षेत्र, भाषा के सारे बंधन तोड़कर एकजुट है. ये किसान और किसानी के अस्तित्व की लड़ाई है, इसलिए शांति और अनुशासन के साथ एकजुट होकर संघर्ष करें, तभी कृषक बचेगा और कृषि बचेगी. ऐसा नहीं किया तो आने वाली पीढ़ी का भविष्य अंधकारमय हो जाएगा.  

भारी जनसैलाब की मौजूदगी में दीपेंद्र हुड्डा ने आगे कहा कि आजादी के बाद देश में ऐसा सुव्यवस्थित आंदोलन नहीं देखा गया, जिसमें शांति और धैर्य से लोग अपनी बात रख रहे हैं. दूसरी ओर, इस व्यापक और शांतिपूर्ण आंदोलन को फेल करने के लिए सरकार हर हथकंडा अपना रही है. लेकिन, उन्हें खुशी है कि सरकारी तंत्र द्वारा तरह-तरह के दुष्प्रचार के बावजूद ये आंदोलन कमजोर पड़ने की बजाय और मजबूत होता चला जा रहा है. उत्तर भारत के बाद पश्चिम और दक्षिण भारत में भी ये आंदोलन तेजी से पैर पसार रहा है.

रणदीप सुरजेवाला ने यहां कहा कि गांधीवादी तरीके से किसी का भी विरोध करना जायज है, लेकिन उसमें हिंसा नहीं होनी चाहिए. अपनी बात कहने का अधिकार सबको है चाहे वो हमारा विरोधी भी हो, पर मैं एक बात कहूंगा किसान और मजदूर का गुस्सा खट्टर साहब ने भी देख लिया. उन्होंने जबरदस्ती किसान और गरीब इच्छा के खिलाफ कैमला में हेलीकॉप्टर उतारना चाहा, लेकिन उनका हेलीकॉप्टर नहीं उतरने दिया गया. इसलिए चुनी हुई सरकारों को सोचना होगा कि अगर उन्होंने जनमत खो दिया है तो उसे दोबारा से हासिल करने के लिए उन्हें काले कानूनों का खात्मा करना होगा.

19:22 February 15

किसानों पर की गई टिप्पणी गलत

किसानों पर की गई टिप्पणी गलत

इनसो अध्यक्ष दिग्विजय चौटाला ने कृषि मंत्री जेपी दलाल द्वारा किसानों को लेकर दिए बयान को गलत ठहराया है. उन्होंने कहा कि वे बड़े नेता हैं और उनको इस तरह की बयानबाजी नहीं करनी चाहिए. बल्कि ऐसे हालातों में मंत्री जी को संवेदनाएं व्यक्त करनी चाहिए.

दिग्विजय चौटाला ने आगे कहा कि किसान आंदोलन लंबा खिंच रहा है, ऐसे में उनका भी दिल पसीजता है. किसान परिवार सहित बॉर्डर पर बैठा है. मेरी तो हाथ जोड़कर सरकार व किसान मोर्चा से अनुरोध है कि वे बातचीत से शीघ्र समाधान निकालें. 

बता दें कि बीते शनिवार को भिवानी में कृषि मंत्री जेपी दलाल ने आंदोलन के दौरान जान गंवाने वाले किसानों को लेकर बड़ा बयान दिया था. कृषि मंत्री ने आंदोलन में मारे गए किसानों को स्वेच्छा से मरने की बात कहकर मजाकिया लहजे में संवेदना दी और कहा कि ये किसान घर पर होते तो भी मरते.

दिग्विजय ने कहा कि किसान करीब 80 दिन से शांतिपूर्ण तरीके से बॉर्डर पर बैठे हैं. ऐसे में सरकार व किसानों के बीच तालमेल क्यों नहीं है, इस बारे में सरकार को भी सोचना चाहिए. क्योंकि अब फसल कटाई का समय आ गया है, ऐसे में सरकार गंभीर हो और जल्द समाधान करें. जजपा अध्यक्ष अजय चौटाला व डिप्टी सीएम भी किसानों आंदोलन को लेकर लगातार केंद्र सरकार के संपर्क में हैं.

पंचायत चुनाव को लेकर दिग्विजय चौटाला ने कहा कि हरियाणा में पंचायत चुनाव को लेकर प्रदेश सरकार तैयारियां कर रही है. इसलिए सरपंचों से चार्ज सौंपने की प्रक्रिया की गई. जल्द ही पंचायत चुनाव होंगे और छोटी सरकार नए सिरे से प्रदेश में विकास को आगे बढ़ाएगी.

19:20 February 15

सरकार हमारे रास्ते में कांटे बो रही है : किसान

सरकार हमारे रास्ते में कांटे बो रही है

सरकार हमारे रास्ते में कांटे बो रही है और हम फूल. यह कहना है गाजीपुर बॉर्डर पर फूलों की खेती कर रहे किसानों का. गाजीपुर बॉर्डर पर किसानों के प्रदर्शन को लगभग 3 महीने पूरे होने को हैं और अपनी मांग को लेकर किसान यहां आंदोलनरत हैं. अब गाजीपुर बॉर्डर पर किसान फूलों की खेती कर रहे हैं और आने वाले दिनों में गाजीपुर बॉर्डर के विभिन्न जगहों पर फूलों की खेती करने की योजना बना रहे हैं.

फूलों के खेत में पानी डाल रहे एक किसान ने बताया कि सरकार हमारे रास्ते में कांटे बो रही है और हम फूल बो रहे हैं. सरकार को हम यह बताना चाहते हैं कि खेती का काम कितना मुश्किल होता है. सरकार हमारी मांगों को अनसुना कर रही है, लेकिन हम शांति के रास्ते पर चलने वाले किसान हैं. इसलिए हम यहां फूलों की खेती कर रहे हैं और अपनी आवाज बुलंद कर रहे हैं.

17:16 February 15

मेरठ में होगी अगली किसान महापंचायत 

आम आदमी पार्टी तीन कृषि कानूनों के खिलाफ लगातार आवाज उठाती रही है और लगातार किसानों के समर्थन में खड़ी है. अब पार्टी किसानों के समर्थन में उत्तर प्रदेश के मेरठ में किसान महापंचायत का आयोजन करने जा रही है. इसमें पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल भी शामिल होंगे.

14:04 February 15

यूपी के बिजनौर महापंचायत में प्रियंका गांधी पहुंचीं

कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा उत्तर प्रदेश के बिजनौर में किसान महापंचायत को संबोधित कर रही हैं.  

प्रियंका गांधी ने कहा पूरे देश के गन्ना किसानों का 15,000 करोड़ बकाया है, ये ऐसे प्रधानमंत्री हैं कि आजतक आपका बकाया पूरा नहीं किया, लेकिन अपने लिए दुनिया घूमने के लिए 16,000 करोड़ के दो हवाई जहाज खरीदे हैं. 

13:16 February 15

अमरोहा पहुंचीं प्रियंका गांधी का स्वागत

प्रियंका गांधी

कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी का जिले में जोरदार स्वागत किया गया. प्रियंका अमरोहा से बिजनौर के चांदपुर में किसान महापंचायत को संबोधित करने जा रहीं थीं. अमरोहा के कांग्रेस जिलाध्यक्ष ओमकार सिंह कटारिया समेत कई कांग्रेसी नेताओं ने उनका जोरदार स्वागत किया. इस दौरान प्रियंका गांधी ने कार्यकर्ताओं का अभिवादन स्वीकार किया.

बिजनौर में किसान महापंचायत को करेंगी संबोधित

कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा एक बार फिर उत्तर प्रदेश के दौरे पर रहेंगी और किसान महापंचायत में हिस्सा लेंगी. प्रियंका सोमवार को बिजनौर में किसान महापंचायत को संबोधित करेंगी. बिजनौर के चांदपुर में होने वाली किसानों की महापंचायत को प्रियंका गांधी वाड्रा संबोधित करेंगी. 

12:26 February 15

टीकरी बॉर्डर पर बड़ी संख्या में सुरक्षा बल तैनात

सुरक्षा बल तैनात
सुरक्षा बल तैनात

कृषि कानूनों के खिलाफ टीकरी बॉर्डर पर चल रहे किसानों के विरोध प्रदर्शन के बीच बॉर्डर पर बड़ी संख्या में सुरक्षा बल तैनात है.

नए कृषि कानूनों को वापसी की मांग को लेकर चल रहे किसान आंदोलन के जरिए सियासी दल अपनी राजनीतिक जमीन मजबूत करने में जुटे है. इसी क्रम में सहारनपुर के बाद आज (सोमवार) कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी बिजनौर में किसान पंचायत कर कांग्रेस को मजबूत करने की कोशिश करेंगी. प्रियंका गांधी ने फेसबुक के माध्यम से लिखा कि 75 साल से इस देश का पेट भरने वाले अन्नदाता किसानों से संवाद ही देश को प्रगति की ओर ले जाएगा. खेतों से जुड़ी नीतियां खेत के रखवाले बनाएंगे. आज बिजनौर में किसाना पंचायत में किसान बहनों और भाईयों के बीच उपस्थित रहूंगी.

बिजनौर कांग्रेस जिलाध्यक्ष शेरबाज पठान ने बताया कि राष्ट्रीय महासचिव प्रियंका गांधी सोमवार को चांदपुर पहुंचेंगी. वह रामलीला मैदान में किसान पंचायत को संबोधित करेंगी. प्रियंका गांधी व कांग्रेस के बाकी नेता किसानों को कृषि कानूनों के खिलाफ जागरूक कर रहे हैं. पार्टी पदाधिकारियों, कार्यकर्ताओं व किसानों को महापंचायत में शामिल होने के लिए संपर्क किया जा रहा है. इससे पहले, 10 फरवरी को प्रियंका गांधी ने सहारनपुर के चिलकाना में किसान महापंचायत को संबोधित किया था. प्रियंका गांधी ने मां शाकंभरी देवी मंदिर में दर्शन भी किए थे. इसके अलावा रायपुर स्थित खानकाह में हजरत रायपुरी की दरगाह में जियारत की थी.

ज्ञात हो कि किसान आंदोलन के बाद रालोद की ओर से हो रही महापंचायतों में उमड़ रही भीड़ को देखते हुए राजनीतिक दल इस आंदोलन के माध्यम से अपनी जमीन को मजबूत करने की तैयारी में है. मथुरा, बड़ौत के बाद शामली की पंचायतों में उमड़ रही भीड़ अन्य सियासी दलों को बेचैन कर रही है. बेशक बसपा और सपा खामोश हैं, लेकिन कांग्रेस इस सियासी फसल को काटने के लिए बेकरार है. कांग्रेस जहां पर रालोद का प्रभाव जीरो है वहां पर किसानों को अपने पाले में करना चाहती है. वहीं पुराने कांग्रेसी किलों में रालोद की सेंधमारी को रोकने की भी रणनीति बनाई गई है, इसलिए पुराने कांग्रेसी गढ़ सहारनपुर से इसकी शुरूआत की गयी। आगे विधानसभा चुनाव है, इसलिए सहारनपुर से होकर आसपास के अपने प्रभाव वाले पश्चिमी जिलों में कांग्रेस धरातल में उतरकर किसान आंदोलन के माध्यम से अपने वोट बैंक को तैयार करने की फिराक में है.

12:15 February 15

किसान आंदोलन जारी

नई दिल्ली / झज्जर : कृषि कानून को रद्द करवाने की मांग को लेकर किसान दिल्ली से लगती सीमाओं पर डटे हैं. किसानों के आंदोलन को दो महीने से ज्यादा का वक्त बीत चुका है, लेकिन अभी तक कोई समाधान नहीं निकला है. इस बीच किसानों की सरसों की फसल भी तैयार होने को है. जिसको लेकर किसान अब ट्रैक्टर-ट्रॉली को लेकर वापस लौट रहे हैं. 

टिकरी बॉर्डर पर करीब ढाई से तीन हजार ट्रैक्टर-ट्रॉलियां मौजूद थी. लेकिन अब किसानों की फसल पकने लगी है. लिहाजा किसान ट्रैक्टर-ट्रॉलियों को लेकर आंदोलन स्थल से वापस अपने गांव जाना शुरू हो गए हैं. ट्रैक्टर-ट्रॉली के स्थान पर अब किसानों ने पक्के आशियाने बनाने शुरू कर दिए हैं.

पहले किसान ट्रॉलियों में टैंट लगाकर रह रहे थे. अब इन ट्रॉलियों की जगह ईंटों, लोहे के एंगल और पाइप के सहारे तंबू बना रहे हैं. उस पर पराली, ज्वार, बाजरा आदि की पुलियों से छान बनाकर ये पक्के आशियाने बनाए जा रहे हैं. गेहूं और सरसों का सीजन जल्द ही शुरू होने के चलते किसानों ने ट्रैक्टर-ट्रॉलियों को दिल्ली बॉर्डर से अपने गांव भेजना शुरू कर दिया है.

सरसों और गेहूं की फसल पकना शुरू हुई

किसानों का कहना है कि वो आंदोलन के साथ अब खेतों में भी काम करेंगे. कोई सरसों की कटाई करेगा तो कोई कढ़ाई करेगा. गेहूं की कटाई और कढ़ाई का वक्त भी नजदीक आ रहा है. किसानों ने कहा कि हम अपनी फसल के लिए ट्रैक्टर-ट्रॉली लेकर घर जा रहे हैं. इसका मतलब ये नहीं कि आंदोलन कमजोर होगा. किसानों की ओर से आंदोलन को और मजबूती दी जाएगी. अब जितनी संख्या में किसान पंजाब जा रहे हैं, उतनी संख्या में आंदोलन में भी वापस आ रहे हैं.

ये भी पढ़ें- पलवल: किसानों ने कृषि मंत्री जेपी दलाल को मंत्रिमंडल से बर्खास्त करने की मांग की

जिला संगरूर के संगतपुरा गांव से आए किसान नजफगढ़ फ्लाईओवर के ऊपर लोहे के एंगल और पाइप के सहारे पक्का आशियाना बना रहे हैं. इन लोहे के एंगल और पाइपों को सीसी के कंक्रीट में खड़ा किया गया है. सड़क पर 70 से ज्यादा लोगों के रहने के लिए 30 बाई 70 फीट का आशियाना बनाया जा रहा है. इस आशियाने को छत देने के लिए पराली, ज्वार और बाजरे की पुलियों की छान लगाई जा रही है. पिड से विशेष तौर पर बुलाए गए गुरदीप खान मिस्त्री ने वेल्डिंग के अलावा पक्का शौचालय बनाने का काम किया है.

22:28 February 15

विद्यारानी के वीडियो पर टिकैत बोले, 'यहां दारू का क्या काम? वे अपने आंदोलन में जो चाहे बांटे'

कांग्रेस नेता विद्यारानी दनोदा के वायरल वीडियो पर सुनिए राकेश टिकैत का बयान

नई दिल्ली/चंडीगढ़ : कांग्रेस नेता विद्यारानी दनोदा के वायरल वीडियो को लेकर घमासान शुरू हो गया है. इस बयान के बाद से जहां बीजेपी ने कांग्रेस को घेर लिया है तो वहीं अब भारतीय किसान यूनियन के प्रवक्ता राकेश टिकैत ने भी प्रतिक्रिया दी है. 

राकेश टिकैत ने कहा कि आंदोलन में शराब का क्या इस्तेमाल है. मुझे नहीं पता कि वह ऐसी टिप्पणी क्यों कर रही है. टिकैत ने कहा कि ऐसे लोगों को किसान आंदोलन से कोई लेना देना नहीं है. विद्या रानी को ऐसी टिप्पणी नहीं करनी चाहिए ये गलत है. ऐसे लोग अपने आंदोलन में जो चाहें, वितरित कर सकते हैं.

बता दें कि, जींद के नरवाना में कांग्रेस नेता विद्यारानी दनोदा का वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हुआ है. वीडियो में विद्यारानी किसान आंदोलन का जिक्र करती हुई सुनाई दे रही हैं. वो कांग्रेस कार्यकर्ताओं से आंदोलन में शराब पहुंचाने की अपील कर रही हैं.

महिला कांग्रेस नेता कह रही हैं कि किसान आंदोलन को दोबारा खड़ा करने के लिए धरने पर मौजूद लोगों को पैसा, सब्जी और शराब भी दी जाए. जिसके बाद उनका वीडियो सोशल मीडिया पर खूब वायरल हो रहा है. विद्यारानी दनोदा जींद के नरवाना से विधानसभा चुनाव में कांग्रेस प्रत्याशी रहीं हैं.

21:10 February 15

शराब दान देने वाली टिप्पणी पर राकेश टिकैत की प्रतिक्रिया

कांग्रेस की विद्या रानी की टिप्पणी पर राकेश टिकैत ने प्रतिक्रिया देते हुए कहा, यहां शराब का क्या उपयोग है? मुझे नहीं पता कि वह ऐसी टिप्पणी क्यों कर रही हैं. ऐसे लोगों को आंदोलन से कोई लेना देना नहीं है. यह गलत है और नहीं किया जाना चाहिए. वे अपने आंदोलन में जो चाहें, वितरित कर सकते हैं.

बता दें कि कांग्रेस नेता विद्या रानी ने कहा था कि किसान आंदोलन के लिए चल रहे धरनों पर शराब दान करनी चाहिए. 

19:24 February 15

किसान-मजदूर सम्मेलन का आयोजन

दीपेंद्र हुड्डा का बयान

कृषि कानूनों के खिलाफ और किसान आंदोलन के समर्थन में अब मुख्य विपक्षी पार्टी कांग्रेस ने सड़क पर उतरने का मन बना लिया है. कांग्रेस पार्टी के दिग्गज नेता सरकार के खिलाफ मोर्चा संभालते हुए किसान-मजदूर सम्मेलन का आयोजन कर रहे हैं. 

कलायत अनाज मंडी में कांग्रेस के राज्यसभा सांसद दीपेंद्र हुड्डा पहुंचे और पुंडरी विधानसभा क्षेत्र में आयोजन किसान मजदूर सम्मेलन में कांग्रेस महासचिव रणदीप सिंह सुरजेवाला पहुंचे. दोनों ही नेताओं ने हरियाणा की खट्टर सरकार और केंद्र की मोदी सरकार पर जमकर निशाना साधा.

दीपेंद्र हुड्डा ने कहा कि ये पहला ऐसा आंदोलन है जो जाति, धर्म, क्षेत्र, भाषा के सारे बंधन तोड़कर एकजुट है. ये किसान और किसानी के अस्तित्व की लड़ाई है, इसलिए शांति और अनुशासन के साथ एकजुट होकर संघर्ष करें, तभी कृषक बचेगा और कृषि बचेगी. ऐसा नहीं किया तो आने वाली पीढ़ी का भविष्य अंधकारमय हो जाएगा.  

भारी जनसैलाब की मौजूदगी में दीपेंद्र हुड्डा ने आगे कहा कि आजादी के बाद देश में ऐसा सुव्यवस्थित आंदोलन नहीं देखा गया, जिसमें शांति और धैर्य से लोग अपनी बात रख रहे हैं. दूसरी ओर, इस व्यापक और शांतिपूर्ण आंदोलन को फेल करने के लिए सरकार हर हथकंडा अपना रही है. लेकिन, उन्हें खुशी है कि सरकारी तंत्र द्वारा तरह-तरह के दुष्प्रचार के बावजूद ये आंदोलन कमजोर पड़ने की बजाय और मजबूत होता चला जा रहा है. उत्तर भारत के बाद पश्चिम और दक्षिण भारत में भी ये आंदोलन तेजी से पैर पसार रहा है.

रणदीप सुरजेवाला ने यहां कहा कि गांधीवादी तरीके से किसी का भी विरोध करना जायज है, लेकिन उसमें हिंसा नहीं होनी चाहिए. अपनी बात कहने का अधिकार सबको है चाहे वो हमारा विरोधी भी हो, पर मैं एक बात कहूंगा किसान और मजदूर का गुस्सा खट्टर साहब ने भी देख लिया. उन्होंने जबरदस्ती किसान और गरीब इच्छा के खिलाफ कैमला में हेलीकॉप्टर उतारना चाहा, लेकिन उनका हेलीकॉप्टर नहीं उतरने दिया गया. इसलिए चुनी हुई सरकारों को सोचना होगा कि अगर उन्होंने जनमत खो दिया है तो उसे दोबारा से हासिल करने के लिए उन्हें काले कानूनों का खात्मा करना होगा.

19:22 February 15

किसानों पर की गई टिप्पणी गलत

किसानों पर की गई टिप्पणी गलत

इनसो अध्यक्ष दिग्विजय चौटाला ने कृषि मंत्री जेपी दलाल द्वारा किसानों को लेकर दिए बयान को गलत ठहराया है. उन्होंने कहा कि वे बड़े नेता हैं और उनको इस तरह की बयानबाजी नहीं करनी चाहिए. बल्कि ऐसे हालातों में मंत्री जी को संवेदनाएं व्यक्त करनी चाहिए.

दिग्विजय चौटाला ने आगे कहा कि किसान आंदोलन लंबा खिंच रहा है, ऐसे में उनका भी दिल पसीजता है. किसान परिवार सहित बॉर्डर पर बैठा है. मेरी तो हाथ जोड़कर सरकार व किसान मोर्चा से अनुरोध है कि वे बातचीत से शीघ्र समाधान निकालें. 

बता दें कि बीते शनिवार को भिवानी में कृषि मंत्री जेपी दलाल ने आंदोलन के दौरान जान गंवाने वाले किसानों को लेकर बड़ा बयान दिया था. कृषि मंत्री ने आंदोलन में मारे गए किसानों को स्वेच्छा से मरने की बात कहकर मजाकिया लहजे में संवेदना दी और कहा कि ये किसान घर पर होते तो भी मरते.

दिग्विजय ने कहा कि किसान करीब 80 दिन से शांतिपूर्ण तरीके से बॉर्डर पर बैठे हैं. ऐसे में सरकार व किसानों के बीच तालमेल क्यों नहीं है, इस बारे में सरकार को भी सोचना चाहिए. क्योंकि अब फसल कटाई का समय आ गया है, ऐसे में सरकार गंभीर हो और जल्द समाधान करें. जजपा अध्यक्ष अजय चौटाला व डिप्टी सीएम भी किसानों आंदोलन को लेकर लगातार केंद्र सरकार के संपर्क में हैं.

पंचायत चुनाव को लेकर दिग्विजय चौटाला ने कहा कि हरियाणा में पंचायत चुनाव को लेकर प्रदेश सरकार तैयारियां कर रही है. इसलिए सरपंचों से चार्ज सौंपने की प्रक्रिया की गई. जल्द ही पंचायत चुनाव होंगे और छोटी सरकार नए सिरे से प्रदेश में विकास को आगे बढ़ाएगी.

19:20 February 15

सरकार हमारे रास्ते में कांटे बो रही है : किसान

सरकार हमारे रास्ते में कांटे बो रही है

सरकार हमारे रास्ते में कांटे बो रही है और हम फूल. यह कहना है गाजीपुर बॉर्डर पर फूलों की खेती कर रहे किसानों का. गाजीपुर बॉर्डर पर किसानों के प्रदर्शन को लगभग 3 महीने पूरे होने को हैं और अपनी मांग को लेकर किसान यहां आंदोलनरत हैं. अब गाजीपुर बॉर्डर पर किसान फूलों की खेती कर रहे हैं और आने वाले दिनों में गाजीपुर बॉर्डर के विभिन्न जगहों पर फूलों की खेती करने की योजना बना रहे हैं.

फूलों के खेत में पानी डाल रहे एक किसान ने बताया कि सरकार हमारे रास्ते में कांटे बो रही है और हम फूल बो रहे हैं. सरकार को हम यह बताना चाहते हैं कि खेती का काम कितना मुश्किल होता है. सरकार हमारी मांगों को अनसुना कर रही है, लेकिन हम शांति के रास्ते पर चलने वाले किसान हैं. इसलिए हम यहां फूलों की खेती कर रहे हैं और अपनी आवाज बुलंद कर रहे हैं.

17:16 February 15

मेरठ में होगी अगली किसान महापंचायत 

आम आदमी पार्टी तीन कृषि कानूनों के खिलाफ लगातार आवाज उठाती रही है और लगातार किसानों के समर्थन में खड़ी है. अब पार्टी किसानों के समर्थन में उत्तर प्रदेश के मेरठ में किसान महापंचायत का आयोजन करने जा रही है. इसमें पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल भी शामिल होंगे.

14:04 February 15

यूपी के बिजनौर महापंचायत में प्रियंका गांधी पहुंचीं

कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा उत्तर प्रदेश के बिजनौर में किसान महापंचायत को संबोधित कर रही हैं.  

प्रियंका गांधी ने कहा पूरे देश के गन्ना किसानों का 15,000 करोड़ बकाया है, ये ऐसे प्रधानमंत्री हैं कि आजतक आपका बकाया पूरा नहीं किया, लेकिन अपने लिए दुनिया घूमने के लिए 16,000 करोड़ के दो हवाई जहाज खरीदे हैं. 

13:16 February 15

अमरोहा पहुंचीं प्रियंका गांधी का स्वागत

प्रियंका गांधी

कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी का जिले में जोरदार स्वागत किया गया. प्रियंका अमरोहा से बिजनौर के चांदपुर में किसान महापंचायत को संबोधित करने जा रहीं थीं. अमरोहा के कांग्रेस जिलाध्यक्ष ओमकार सिंह कटारिया समेत कई कांग्रेसी नेताओं ने उनका जोरदार स्वागत किया. इस दौरान प्रियंका गांधी ने कार्यकर्ताओं का अभिवादन स्वीकार किया.

बिजनौर में किसान महापंचायत को करेंगी संबोधित

कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा एक बार फिर उत्तर प्रदेश के दौरे पर रहेंगी और किसान महापंचायत में हिस्सा लेंगी. प्रियंका सोमवार को बिजनौर में किसान महापंचायत को संबोधित करेंगी. बिजनौर के चांदपुर में होने वाली किसानों की महापंचायत को प्रियंका गांधी वाड्रा संबोधित करेंगी. 

12:26 February 15

टीकरी बॉर्डर पर बड़ी संख्या में सुरक्षा बल तैनात

सुरक्षा बल तैनात
सुरक्षा बल तैनात

कृषि कानूनों के खिलाफ टीकरी बॉर्डर पर चल रहे किसानों के विरोध प्रदर्शन के बीच बॉर्डर पर बड़ी संख्या में सुरक्षा बल तैनात है.

नए कृषि कानूनों को वापसी की मांग को लेकर चल रहे किसान आंदोलन के जरिए सियासी दल अपनी राजनीतिक जमीन मजबूत करने में जुटे है. इसी क्रम में सहारनपुर के बाद आज (सोमवार) कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी बिजनौर में किसान पंचायत कर कांग्रेस को मजबूत करने की कोशिश करेंगी. प्रियंका गांधी ने फेसबुक के माध्यम से लिखा कि 75 साल से इस देश का पेट भरने वाले अन्नदाता किसानों से संवाद ही देश को प्रगति की ओर ले जाएगा. खेतों से जुड़ी नीतियां खेत के रखवाले बनाएंगे. आज बिजनौर में किसाना पंचायत में किसान बहनों और भाईयों के बीच उपस्थित रहूंगी.

बिजनौर कांग्रेस जिलाध्यक्ष शेरबाज पठान ने बताया कि राष्ट्रीय महासचिव प्रियंका गांधी सोमवार को चांदपुर पहुंचेंगी. वह रामलीला मैदान में किसान पंचायत को संबोधित करेंगी. प्रियंका गांधी व कांग्रेस के बाकी नेता किसानों को कृषि कानूनों के खिलाफ जागरूक कर रहे हैं. पार्टी पदाधिकारियों, कार्यकर्ताओं व किसानों को महापंचायत में शामिल होने के लिए संपर्क किया जा रहा है. इससे पहले, 10 फरवरी को प्रियंका गांधी ने सहारनपुर के चिलकाना में किसान महापंचायत को संबोधित किया था. प्रियंका गांधी ने मां शाकंभरी देवी मंदिर में दर्शन भी किए थे. इसके अलावा रायपुर स्थित खानकाह में हजरत रायपुरी की दरगाह में जियारत की थी.

ज्ञात हो कि किसान आंदोलन के बाद रालोद की ओर से हो रही महापंचायतों में उमड़ रही भीड़ को देखते हुए राजनीतिक दल इस आंदोलन के माध्यम से अपनी जमीन को मजबूत करने की तैयारी में है. मथुरा, बड़ौत के बाद शामली की पंचायतों में उमड़ रही भीड़ अन्य सियासी दलों को बेचैन कर रही है. बेशक बसपा और सपा खामोश हैं, लेकिन कांग्रेस इस सियासी फसल को काटने के लिए बेकरार है. कांग्रेस जहां पर रालोद का प्रभाव जीरो है वहां पर किसानों को अपने पाले में करना चाहती है. वहीं पुराने कांग्रेसी किलों में रालोद की सेंधमारी को रोकने की भी रणनीति बनाई गई है, इसलिए पुराने कांग्रेसी गढ़ सहारनपुर से इसकी शुरूआत की गयी। आगे विधानसभा चुनाव है, इसलिए सहारनपुर से होकर आसपास के अपने प्रभाव वाले पश्चिमी जिलों में कांग्रेस धरातल में उतरकर किसान आंदोलन के माध्यम से अपने वोट बैंक को तैयार करने की फिराक में है.

12:15 February 15

किसान आंदोलन जारी

नई दिल्ली / झज्जर : कृषि कानून को रद्द करवाने की मांग को लेकर किसान दिल्ली से लगती सीमाओं पर डटे हैं. किसानों के आंदोलन को दो महीने से ज्यादा का वक्त बीत चुका है, लेकिन अभी तक कोई समाधान नहीं निकला है. इस बीच किसानों की सरसों की फसल भी तैयार होने को है. जिसको लेकर किसान अब ट्रैक्टर-ट्रॉली को लेकर वापस लौट रहे हैं. 

टिकरी बॉर्डर पर करीब ढाई से तीन हजार ट्रैक्टर-ट्रॉलियां मौजूद थी. लेकिन अब किसानों की फसल पकने लगी है. लिहाजा किसान ट्रैक्टर-ट्रॉलियों को लेकर आंदोलन स्थल से वापस अपने गांव जाना शुरू हो गए हैं. ट्रैक्टर-ट्रॉली के स्थान पर अब किसानों ने पक्के आशियाने बनाने शुरू कर दिए हैं.

पहले किसान ट्रॉलियों में टैंट लगाकर रह रहे थे. अब इन ट्रॉलियों की जगह ईंटों, लोहे के एंगल और पाइप के सहारे तंबू बना रहे हैं. उस पर पराली, ज्वार, बाजरा आदि की पुलियों से छान बनाकर ये पक्के आशियाने बनाए जा रहे हैं. गेहूं और सरसों का सीजन जल्द ही शुरू होने के चलते किसानों ने ट्रैक्टर-ट्रॉलियों को दिल्ली बॉर्डर से अपने गांव भेजना शुरू कर दिया है.

सरसों और गेहूं की फसल पकना शुरू हुई

किसानों का कहना है कि वो आंदोलन के साथ अब खेतों में भी काम करेंगे. कोई सरसों की कटाई करेगा तो कोई कढ़ाई करेगा. गेहूं की कटाई और कढ़ाई का वक्त भी नजदीक आ रहा है. किसानों ने कहा कि हम अपनी फसल के लिए ट्रैक्टर-ट्रॉली लेकर घर जा रहे हैं. इसका मतलब ये नहीं कि आंदोलन कमजोर होगा. किसानों की ओर से आंदोलन को और मजबूती दी जाएगी. अब जितनी संख्या में किसान पंजाब जा रहे हैं, उतनी संख्या में आंदोलन में भी वापस आ रहे हैं.

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जिला संगरूर के संगतपुरा गांव से आए किसान नजफगढ़ फ्लाईओवर के ऊपर लोहे के एंगल और पाइप के सहारे पक्का आशियाना बना रहे हैं. इन लोहे के एंगल और पाइपों को सीसी के कंक्रीट में खड़ा किया गया है. सड़क पर 70 से ज्यादा लोगों के रहने के लिए 30 बाई 70 फीट का आशियाना बनाया जा रहा है. इस आशियाने को छत देने के लिए पराली, ज्वार और बाजरे की पुलियों की छान लगाई जा रही है. पिड से विशेष तौर पर बुलाए गए गुरदीप खान मिस्त्री ने वेल्डिंग के अलावा पक्का शौचालय बनाने का काम किया है.

Last Updated : Feb 15, 2021, 10:40 PM IST
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