मुंबई : मशहूर कोरियोग्राफर और निर्देशक फराह खान ने स्पाइनल मस्कुलर एट्रोफी (एसएमए) नामक दुर्लभ आनुवंशिक विकार से पीड़ित 16 महीने के बच्चे अयांश मदान की मदद करने की 16 करोड़ रुपए एकत्र कर लिए हैं. बीमारी ने हरियाणा के रहने वाले प्रवीन मदान के बेटे अयांश के गले और फेफड़ों की मांसपेशियों को इतना कमजोर कर दिया है कि वह बात नहीं कर सकता, खांस या कुछ भी निगल नहीं सकता है.
गुरुग्राम के मासूम अयांश के लिए एकमात्र इलाज जोलगेन्स्मा दवा थी, जो दुनिया की सबसे महंगी दवा है. फराह खान ने अयांश के इलाज में योगदान दिया है. 10 सितंबर को दीपिका पादुकोण के साथ केबीसी के एपिसोड में नजर आईं फराह ने 25 लाख रुपए जीते थे, जिसके बाद उन्होंने सोशल मीडिया हैंडल पर एक पोस्ट डाली जिसमें फरहा ने कहा कि 'केबीसी' प्रकरण को जबरदस्त प्रतिक्रिया मिलने के बाद, हर कोई दान करना चाहता था. कोई राशि छोटी नहीं होती आप जितना चाहे उतना दान दे सकते हैं.
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सितंबर के अंत में फराह ने पोस्ट कर केबीसी को धन्यवाद दिया था, क्योंकि शो के बाद दान में तेजी से वृद्धि हुई थी. फराह खान ने पोस्ट किया, 'मैं बहुत खुश हूं कि अयांश के इलाज के लिए आवश्यक राशि, 16 करोड़ रुपये एकत्र किए गए हैं. मैं वास्तव में 'कौन बनेगा करोड़पति' को इस बारे में बात करने और दूर दूर तक इस बात को लोगों तक पहुंचने के लिए एक मंच देने के लिए धन्यवाद देना चाहूंगी.'
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क्या है यह बीमारी
यह पाया गया कि जिस बच्चे में बीमारी विकसित होती उसमें वह जीन नहीं होता जो प्रोटीन बना सके. नतीजतन तंत्रिका और मांसपेशियों को मजबूत करने की प्रक्रिया धीमी हो जाती है. इससे भोजन को निगलने, सांस लेने में कठिनाई होती है. बता दें कि इस बीमारी के लक्षण के साथ जन्म लेने वाले बच्चे अधिक से अधिक 2 साल तक जिंदा रह पाते हैं. फिर भी इसका अगर ठीक ढंग से ट्रीटमेंट हो जाए, तो बच्चे को नया जीवन मिल सकता है.
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(आईएएनएस इनपुट के साथ)