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कोरोना के ज्यादा मामलों वाले राज्यों में 14 दिन का लॉकडाउन लगाना बेहतर : विशेषज्ञ

देश में कोरोना के मामले रिकॉर्ड तोड़ रहे हैं. बीते 24 घंटे में चार लाख से ज्यादा मामले सामने आए हैं. 'ईटीवी भारत' ने इंडियन मेडिकल एसोसिएशन (आईएमए) के वरिष्ठ स्वास्थ्य विशेषज्ञ और वित्त सचिव डॉ. अनिल गोयल से बात की. उन्होंने जिन राज्यों में ज्यादा मामले सामने आ रहे हैं वहां कम से कम 14 दिनों का लॉकडाउन लगाने का सुझाव दिया.

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Published : May 1, 2021, 9:32 PM IST

नई दिल्ली : इंडियन मेडिकल एसोसिएशन (आईएमए) के वरिष्ठ स्वास्थ्य विशेषज्ञ और वित्त सचिव डॉ. अनिल गोयल ने कहा, 'सरकार को उन सभी राज्यों में लॉकडाउन लागू करना चाहिए, जहां कोरोना के ज्यादा मामले आ रहे हैं. बीते 24 घंटे में 4 लाख से अधिक मामले दर्ज किए गए हैं. डॉ. गोयल ने कहा, 'उदाहरण के लिए दिल्ली जहां कोरोना के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं उसे ऐसा करना चाहिए. दो सप्ताह के लिए लॉकडाउन बढ़ा देना चाहिए.

डॉ. गोयल ने कहा कि सभी अस्पतालों में बेड, ऑक्सीजन बेड और यहां तक कि ऑक्सीजन की भी कमी है. स्वास्थ्य विशेषज्ञ ने सुझाव दिया कि अधिकतम सक्रिय मामलों वाले सभी राज्यों को कम से कम दो सप्ताह के लिए लॉकडाउन लागू करना चाहिए. यहां यह उल्लेख किया जा सकता है कि केंद्रीय गृह मंत्रालय ने पहले ही राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों को स्थानीय प्रतिबंध लगाने के लिए कहा है.

डॉ. गोयल ने कहा, 'कोविड 19 की वर्तमान लहर जंगल की आग की तरह फैल रही है. पहले एक सकारात्मक व्यक्ति 3-4 लोगों को संक्रमित कर रहा था और अब महामारी की एक सकारात्मक लहर 30 लोगों को संक्रमित कर रही है.' डॉ. गोयल ने कहा मौजूदा स्थिति को संभालने के लिए विभिन्न सरकारी प्रयासों के साथ लोगों को भी सहयोग करना चाहिए.

जो बाइडेन प्रशासन के मुख्य चिकित्सा सलाहकार डॉ. एंथनी एस फौसी ने भी भारत में संचरण के चक्र को तोड़ने के लिए कुछ हफ्तों के लिए देश (भारत) को बंद करने का भी सुझाव दिया है.

डरा रहे हैं आंकड़े

भारत में पिछले 24 घंटे में कोरोना के 4,01,993 नए मामले आने के बाद कुल पॉजिटिव मामलों की संख्या 1,91,64,969 हुई. 3,523 नई मौतों के बाद कुल मौतों की संख्या 2,11,853 हो गई है. देश में सक्रिय मामलों की कुल संख्या 32,68,710 है और डिस्चार्ज हुए मामलों की कुल संख्या 1,56,84,406 है.

आंकड़ों से पता चला कि इस साल अप्रैल में, भारत ने एक महीने में सबसे अधिक 69,36,034 मामले दर्ज किए.

अक्टूबर से मार्च तक, दर्ज किए गए मामलों की संख्या 59,13,215 थी और अगस्त से अक्टूबर (2020) तक यह आंकड़ा 64,88,147 था. इसी तरह भारत में अप्रैल में कोरोना से 48,768 मौतें दर्ज की गईं.

पिछले 24 घंटों में महाराष्ट्र में सबसे ज्यादा 828 मौतें हुईं, जबकि दिल्ली में 375 और यूपी में 332 लोगों ने संक्रमण से दम तोड़ दिया.

स्वास्थ्य मंत्रालय के आंकड़ों के अनुसार, केरल, महाराष्ट्र, पंजाब, छत्तीसगढ़, उत्तर प्रदेश, तमिलनाडु, कर्नाटक, पश्चिम बंगाल, गुजरात और दिल्ली ने 75 प्रतिशत से अधिक सक्रिय कोविड मामले दर्ज किए हैं.

पढ़ें- कोरोना ने फिर तोड़ा रिकॉर्ड, 24 घंटे में 4 लाख से अधिक मामले

इस बीच, केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव राजेश भूषण ने कुछ राज्य जहां कोरोना के मामले तेजी से बढ़े हैं, वहां के अधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक की. सूत्रों ने बताया कि भूषण ने वर्तमान स्थिति का जायजा लिया और अधिकारियों से कड़े कदम उठाने के लिए कहा. भूषण ने अपनी बैठक के दौरान वैक्सीन रोलआउट प्रक्रिया के तीसरे चरण की भी समीक्षा की, जो शनिवार को समाप्त हो गया.

नई दिल्ली : इंडियन मेडिकल एसोसिएशन (आईएमए) के वरिष्ठ स्वास्थ्य विशेषज्ञ और वित्त सचिव डॉ. अनिल गोयल ने कहा, 'सरकार को उन सभी राज्यों में लॉकडाउन लागू करना चाहिए, जहां कोरोना के ज्यादा मामले आ रहे हैं. बीते 24 घंटे में 4 लाख से अधिक मामले दर्ज किए गए हैं. डॉ. गोयल ने कहा, 'उदाहरण के लिए दिल्ली जहां कोरोना के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं उसे ऐसा करना चाहिए. दो सप्ताह के लिए लॉकडाउन बढ़ा देना चाहिए.

डॉ. गोयल ने कहा कि सभी अस्पतालों में बेड, ऑक्सीजन बेड और यहां तक कि ऑक्सीजन की भी कमी है. स्वास्थ्य विशेषज्ञ ने सुझाव दिया कि अधिकतम सक्रिय मामलों वाले सभी राज्यों को कम से कम दो सप्ताह के लिए लॉकडाउन लागू करना चाहिए. यहां यह उल्लेख किया जा सकता है कि केंद्रीय गृह मंत्रालय ने पहले ही राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों को स्थानीय प्रतिबंध लगाने के लिए कहा है.

डॉ. गोयल ने कहा, 'कोविड 19 की वर्तमान लहर जंगल की आग की तरह फैल रही है. पहले एक सकारात्मक व्यक्ति 3-4 लोगों को संक्रमित कर रहा था और अब महामारी की एक सकारात्मक लहर 30 लोगों को संक्रमित कर रही है.' डॉ. गोयल ने कहा मौजूदा स्थिति को संभालने के लिए विभिन्न सरकारी प्रयासों के साथ लोगों को भी सहयोग करना चाहिए.

जो बाइडेन प्रशासन के मुख्य चिकित्सा सलाहकार डॉ. एंथनी एस फौसी ने भी भारत में संचरण के चक्र को तोड़ने के लिए कुछ हफ्तों के लिए देश (भारत) को बंद करने का भी सुझाव दिया है.

डरा रहे हैं आंकड़े

भारत में पिछले 24 घंटे में कोरोना के 4,01,993 नए मामले आने के बाद कुल पॉजिटिव मामलों की संख्या 1,91,64,969 हुई. 3,523 नई मौतों के बाद कुल मौतों की संख्या 2,11,853 हो गई है. देश में सक्रिय मामलों की कुल संख्या 32,68,710 है और डिस्चार्ज हुए मामलों की कुल संख्या 1,56,84,406 है.

आंकड़ों से पता चला कि इस साल अप्रैल में, भारत ने एक महीने में सबसे अधिक 69,36,034 मामले दर्ज किए.

अक्टूबर से मार्च तक, दर्ज किए गए मामलों की संख्या 59,13,215 थी और अगस्त से अक्टूबर (2020) तक यह आंकड़ा 64,88,147 था. इसी तरह भारत में अप्रैल में कोरोना से 48,768 मौतें दर्ज की गईं.

पिछले 24 घंटों में महाराष्ट्र में सबसे ज्यादा 828 मौतें हुईं, जबकि दिल्ली में 375 और यूपी में 332 लोगों ने संक्रमण से दम तोड़ दिया.

स्वास्थ्य मंत्रालय के आंकड़ों के अनुसार, केरल, महाराष्ट्र, पंजाब, छत्तीसगढ़, उत्तर प्रदेश, तमिलनाडु, कर्नाटक, पश्चिम बंगाल, गुजरात और दिल्ली ने 75 प्रतिशत से अधिक सक्रिय कोविड मामले दर्ज किए हैं.

पढ़ें- कोरोना ने फिर तोड़ा रिकॉर्ड, 24 घंटे में 4 लाख से अधिक मामले

इस बीच, केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव राजेश भूषण ने कुछ राज्य जहां कोरोना के मामले तेजी से बढ़े हैं, वहां के अधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक की. सूत्रों ने बताया कि भूषण ने वर्तमान स्थिति का जायजा लिया और अधिकारियों से कड़े कदम उठाने के लिए कहा. भूषण ने अपनी बैठक के दौरान वैक्सीन रोलआउट प्रक्रिया के तीसरे चरण की भी समीक्षा की, जो शनिवार को समाप्त हो गया.

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