नई दिल्ली : एअर इंडिया एयरलाइन ने एक आदेश में कहा कि अगर विमान के किसी कलपुर्जे की मरम्मत में 10 लाख रुपये से ज्यादा का खर्च आना है तो इसके लिए भी पहले कार्यकारी निदेशक, अभियांत्रिकी से मंजूरी लेनी होगी.
यह आदेश एअर इंडिया के निदेशक (वित्त) विनोद हेजमादी द्वारा तब जारी किया गया जब नागरिक उड्डयन सचिव राजीव बंसल ने कहा कि एयरलाइन के विनिवेश की कवायद अगले 10 सप्ताह के भीतर पूरी होने की संभावना है और तब तक केवल आवश्यक राजस्व और पूंजीगत व्यय ही किया जाना चाहिए.
बंसल एअर इंडिया के अध्यक्ष और प्रबंध निदेशक का प्रभार भी संभाल रहे हैं. एयरलाइन की ओर से जारी आदेश में कहा गया कि विमान के नए कलपुर्जों और गैर विमान कलपुर्जों जिनकी खरीद लागत दस लाख रुपये से अधिक है, उन्हें खरीदने से पहले निदेशक वित्त अथवा कार्यकारी निदेशक वित्त से मंजूरी लेनी होगी.
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एजेंसी ने आदेश की प्रति देखी है, जिसमें कहा गया है कि अन्य सभी अनुबंध जिनका मूल्य दस लाख रुपये से कम है, उन्हें क्षेत्रीय एमएम (मैटीरियल्स मैनेजमेंट) की मंजूरी से जारी किया जाएगा. गौरतलब है कि आठ अक्टूबर को सरकार ने घोषणा की कि टाटा संस की पूर्ण स्वामित्व वाली सहायक कंपनी टैलेस प्राइवेट लिमिटेड ने 18000 करोड़ रुपये की पेशकश करके कर्ज में डूबी एअर इंडिया का अधिग्रहण किया है.
(पीटीआई-भाषा)