ETV Bharat / bharat

पंजाब कांग्रेस में कलह सुलझाने की कवायद जारी, कल कमेटी से मिल सकते हैं कैप्टन

कांग्रेस की तीन सदस्यीय कमेटी लगातार तीसरे दिन भी पंजाब के बागी विधायकों को खुश करने के प्रयास करती रही. पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह के भी कल इसमें हिस्सा लेने की उम्मीद है. नियामिका सिंह की रिपोर्ट.

हरीश रावत
हरीश रावत
author img

By

Published : Jun 3, 2021, 1:01 AM IST

नई दिल्ली : कांग्रेस की पंजाब इकाई में विवाद को समाप्त करने के प्रयास तीसरे दिन भी जारी रहे. कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी की ओर से गठित तीन सदस्यीय समिति ने बुधवार को भी विधायकों के साथ अपनी बातचीत जारी रखी.

पंजाब कांग्रेस मामले को लेकर तीन सदस्यीय समिति ने सोमवार को प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष सुनील जाखड़ और 20 से अधिक विधायकों से मुलाकात कर उनकी राय सुनी थी.

पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह भी पंजाब कांग्रेस और उनकी सरकार में चल रहे संकट पर अपने विचार और राय व्यक्त करने के लिए कल दिल्ली आएंगे.

इस समिति के एक सदस्य हरीश रावत ने बताया कि सीएम या तो कल शाम या शुक्रवार सुबह पैनल से मिलेंगे. राष्ट्रीय राजधानी के अपने दौरे की पुष्टि करते हुए, उनकी पत्नी और पंजाब कांग्रेस सांसद प्रीनीत कौर ने कहा, 'हां, सीएम आ रहे हैं कल दिल्ली के लिए, लेकिन मुझे नहीं पता क्यों.'
'सिद्धू अपने निर्वाचन क्षेत्र का ध्यान रखें'

उन्होंने विश्वास व्यक्त करते हुए कहा कि इस मुद्दे को जल्द ही सुलझा लिया जाएगा, उन्होंने कैप्टन पर नवजोत सिंह सिद्धू के आरोपों का जवाब देते हुए कहा, 'नवजोत सिद्धू की जिम्मेदारी है कि वे अपने निर्वाचन क्षेत्र की देखभाल करें, संकट की इस घड़ी में पंजाब के लोगों की मदद करें. वह अपनी शिकायतें भी व्यक्त कर सकते हैं. सीएम को या पार्टी आलाकमान को.'
सिद्धू अपने रुख पर कायम

मंगलवार को सिद्धू ने कांग्रेस के वरिष्ठ नेता मल्लिकार्जुन खड़गे, जेपी अग्रवाल और हरीश रावत की तीन सदस्यीय समिति के साथ बातचीत की. बैठक के बाद मीडिया को संबोधित करते हुए, सिद्धू ने दोहराया कि वह अभी भी अपने रुख पर कायम हैं. उन्होंने यह भी कहा कि वह जमीनी स्तर पर लोगों की चिंताओं को उठाने आए हैं. सिद्धू ने कहा कि 'पंजाब जीतेगा, पंजाबियत जीतेगी.'

बेअदबी मामले में तनातनी

उच्च न्यायालय द्वारा कुंवर विजय प्रताप सिंह की अध्यक्षता वाली एसआईटी की जांच रिपोर्ट को खारिज किए जाने के बाद कैप्टन और सिद्धू में बेअदबी मामले की जांच को लेकर सार्वजनिक रूप से तनातनी हो गई है.

हाल ही में सिद्धू ने पंजाब के मुख्यमंत्री के खिलाफ ट्विटर पर जंग छेड़ दी थी. उन्होंने वादों को पूरा न करने और अकालियों के मुद्दों को उठाया था. यहां तक ​​​​कि बेअदबी मामले की जांच पर भी सवाल उठाया था. विधायक परगट सिंह और प्रदेश कांग्रेस कमेटी के कुछ अन्य नेताओं ने भी मुख्यमंत्री के खिलाफ मोर्चा खोल रखा है.

इसके अलावा कांग्रेस सांसद प्रताप सिंह बाजवा ने भी सरकार की नीतियों और फैसलों पर सवाल उठाते हुए मुख्यमंत्री की आलोचना की है.

पढ़ें- पंजाब कांग्रेस में अंतर्कलह पर नेताओं की दिल्ली दौड़, जानें वजह

हालांकि, पैनल के साथ आज की बैठक के बाद बाजवा ने मीडिया से कहा कि संकट को केवल 'फॉर्मूला 44' से ही हल किया जा सकता है. उन्होंने बेअदबी के मुद्दे पर आगे कहा, 'एक सरकार 5 साल के लिए शासन करती है और अब हमारे पास सिर्फ 6 महीने बचे हैं इसलिए कार्यवाही तेज गति से की जाएगी. वादा निश्चित रूप से पूरा होगा.'

कल पैनल कांग्रेस की वरिष्ठ नेता अंबिका सोनी से भी फोन पर बात करेगा. कांग्रेस सांसद मनीष तिवारी भी गुरुवार को बैठक में शामिल होंगे.

नई दिल्ली : कांग्रेस की पंजाब इकाई में विवाद को समाप्त करने के प्रयास तीसरे दिन भी जारी रहे. कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी की ओर से गठित तीन सदस्यीय समिति ने बुधवार को भी विधायकों के साथ अपनी बातचीत जारी रखी.

पंजाब कांग्रेस मामले को लेकर तीन सदस्यीय समिति ने सोमवार को प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष सुनील जाखड़ और 20 से अधिक विधायकों से मुलाकात कर उनकी राय सुनी थी.

पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह भी पंजाब कांग्रेस और उनकी सरकार में चल रहे संकट पर अपने विचार और राय व्यक्त करने के लिए कल दिल्ली आएंगे.

इस समिति के एक सदस्य हरीश रावत ने बताया कि सीएम या तो कल शाम या शुक्रवार सुबह पैनल से मिलेंगे. राष्ट्रीय राजधानी के अपने दौरे की पुष्टि करते हुए, उनकी पत्नी और पंजाब कांग्रेस सांसद प्रीनीत कौर ने कहा, 'हां, सीएम आ रहे हैं कल दिल्ली के लिए, लेकिन मुझे नहीं पता क्यों.'
'सिद्धू अपने निर्वाचन क्षेत्र का ध्यान रखें'

उन्होंने विश्वास व्यक्त करते हुए कहा कि इस मुद्दे को जल्द ही सुलझा लिया जाएगा, उन्होंने कैप्टन पर नवजोत सिंह सिद्धू के आरोपों का जवाब देते हुए कहा, 'नवजोत सिद्धू की जिम्मेदारी है कि वे अपने निर्वाचन क्षेत्र की देखभाल करें, संकट की इस घड़ी में पंजाब के लोगों की मदद करें. वह अपनी शिकायतें भी व्यक्त कर सकते हैं. सीएम को या पार्टी आलाकमान को.'
सिद्धू अपने रुख पर कायम

मंगलवार को सिद्धू ने कांग्रेस के वरिष्ठ नेता मल्लिकार्जुन खड़गे, जेपी अग्रवाल और हरीश रावत की तीन सदस्यीय समिति के साथ बातचीत की. बैठक के बाद मीडिया को संबोधित करते हुए, सिद्धू ने दोहराया कि वह अभी भी अपने रुख पर कायम हैं. उन्होंने यह भी कहा कि वह जमीनी स्तर पर लोगों की चिंताओं को उठाने आए हैं. सिद्धू ने कहा कि 'पंजाब जीतेगा, पंजाबियत जीतेगी.'

बेअदबी मामले में तनातनी

उच्च न्यायालय द्वारा कुंवर विजय प्रताप सिंह की अध्यक्षता वाली एसआईटी की जांच रिपोर्ट को खारिज किए जाने के बाद कैप्टन और सिद्धू में बेअदबी मामले की जांच को लेकर सार्वजनिक रूप से तनातनी हो गई है.

हाल ही में सिद्धू ने पंजाब के मुख्यमंत्री के खिलाफ ट्विटर पर जंग छेड़ दी थी. उन्होंने वादों को पूरा न करने और अकालियों के मुद्दों को उठाया था. यहां तक ​​​​कि बेअदबी मामले की जांच पर भी सवाल उठाया था. विधायक परगट सिंह और प्रदेश कांग्रेस कमेटी के कुछ अन्य नेताओं ने भी मुख्यमंत्री के खिलाफ मोर्चा खोल रखा है.

इसके अलावा कांग्रेस सांसद प्रताप सिंह बाजवा ने भी सरकार की नीतियों और फैसलों पर सवाल उठाते हुए मुख्यमंत्री की आलोचना की है.

पढ़ें- पंजाब कांग्रेस में अंतर्कलह पर नेताओं की दिल्ली दौड़, जानें वजह

हालांकि, पैनल के साथ आज की बैठक के बाद बाजवा ने मीडिया से कहा कि संकट को केवल 'फॉर्मूला 44' से ही हल किया जा सकता है. उन्होंने बेअदबी के मुद्दे पर आगे कहा, 'एक सरकार 5 साल के लिए शासन करती है और अब हमारे पास सिर्फ 6 महीने बचे हैं इसलिए कार्यवाही तेज गति से की जाएगी. वादा निश्चित रूप से पूरा होगा.'

कल पैनल कांग्रेस की वरिष्ठ नेता अंबिका सोनी से भी फोन पर बात करेगा. कांग्रेस सांसद मनीष तिवारी भी गुरुवार को बैठक में शामिल होंगे.

ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.