नई दिल्ली : कर्नाटक विधानसभा में कांग्रेस विधायक के आर रमेश कुमार की दुष्कर्म को लेकर की गई असंवेदनशील टिप्पणी पर लोकसभा में महिला और बाल विकास मंत्री स्मृति ईरानी का आक्रोश देखने को मिला. उन्होंने कहा, हर सदस्य को उनकी (के आर रमेश कुमार) टिप्पणी की निंदा करनी चाहिए.
लोकसभा में प्रश्नकाल के दौरान महिला और बाल विकास मंत्री स्मृति ईरानी ने लगातार विपक्षी सांसदों की नारेबाजी के बीच सवालों के जवाब देने का प्रयास करते हुए कहा, विरोध करने वाले कुछ दल के सदस्यों को पहले कर्नाटक के अपने ही सदस्य की आपत्तिजनक टिप्पणी के लिए निंदा करनी चाहिए.
बता दें कि, कर्नाटक विधानसभा के पूर्व अध्यक्ष और कांग्रेस के वरिष्ठ विधायक के आर रमेश कुमार ने गुरुवार को विधानसभा में बेहद विवादित टिप्पणी करते हुए कहा कि 'जब दुष्कर्म होना ही है, तो लेटो और मज़े लो.' विधानसभा में बारिश और बाढ़ से संबंधित नुकसान को लेकर चर्चा हो रही थी जिसमें कई विधायक अपने -अपने क्षेत्र के लोगों की दशा को पटल पर रखना चाह रहे थे. विधानसभा अध्यक्ष विश्वेश्वर हेगड़े कागेरी (Speaker Vishweshwar Hegde Kageri) के पास वक्त की कमी थी और उन्हें शाम छह बजे तक चर्चा को पूरा कराना था जबकि विधायक समय बढ़ाने का आग्रह कर रहे थे.
कागेरी ने हंसते हुए कहा, 'मैं उस स्थिति में हूं जहां मुझे मजा लेना है और हां, हां करना है. ठीक है. मुझे तो यही महसूस होता है. मुझे स्थिति को नियंत्रित करना छोड़ देना चाहिए और कार्यवाही व्यवस्थित तरीके से चलानी चाहिए. मुझे सबसे कहना चाहिए कि आप अपनी बात जारी रखें.'
उन्होंने कहा कि उनकी शिकायत केवल इतनी है कि सदन का कामकाज नहीं हो रहा है. पूर्व मंत्री रमेश कुमार ने इस पर हस्तक्षेप करते हुए कहा, 'देखिए, एक कहावत है- जब दुष्कर्म होना ही है, तो लेटो और मज़े लो. आप एकदम इसी हालत में हैं.'
लोकसभा में स्मृति ईरानी ने कहा, जैसा कि मैं आज जवाब देने के लिए खड़ी हूं, मुझे कुछ सांसदों द्वारा अवरुद्ध किया जा रहा है, जिनके पास तख्तियां हैं, ... अगर वे वास्तव में देश में बच्चों की, गरीब महिलाओं की जरूरतों को पूरा करने में विश्वास करते हैं, मेरा उनसे अनुरोध है कि मुझे बोलने दिया जाए.
केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी ने प्रियंका गांधी पर सवाल उठाते हुए कहा कांग्रेस का वो नेतृत्व जो बार-बार उत्तर प्रदेश में ' मैं लड़की हूं, लड़ सकती हूं ' की दुहाई देता है. अगर उनमें इतनी हिम्मत है तो पहले ऐसा ओछा बयान देने वाले नेता को अपनी पार्टी से निष्कासित करें.
ईटीवी भारत से बात करते हुए, अखिल भारतीय महिला कांग्रेस अध्यक्ष नीता डिसूजा ने कहा, हम इस तरह के विचारों के खिलाफ हैं. यह बहुत दुर्भाग्यपूर्ण है कि यह हमारी अपनी पार्टी के विधायक हैं जिन्होंने ऐसा कहा है. लेकिन मैं इससे बहुत हैरान हूं कि स्पीकर ने जिस तरह से हंसते हुए चर्चा जारी रखी. स्पीकर में हिम्मत होनी चाहिए कि वह चर्चा को वहीं रोक दें और विधायक को तुरंत नोटिस दें.
इतना ही नहीं, कर्नाटक कांग्रेस विधायक केआर रमेश कुमार की 'बलात्कार' टिप्पणी पर सपा सांसद जया बच्चन ने भी प्रतिक्रिया दी है. उन्होंने इसे शर्मनाक हरकत बताया. उन्होंने कहा, शर्मनाक हरकत. पार्टी को उनसे निपटना चाहिए और बहुत सख्त कार्रवाई करनी चाहिए ताकि यह दूसरों के लिए एक उदाहरण हो कि वे इस तरह की बातें न सोचें.
जया बच्चन ने कहा, अगर ऐसी मानसिकता वाले लोग विधानसभा या संसद में बैठे हैं, तो चीजें कैसे बदल सकती हैं? हमें उन्हें कड़ी से कड़ी सजा देकर एक मिसाल कायम करनी होगी ताकि कोई कभी इस तरह बोलने की हिम्मत न करे. यह घृणित है, मैं स्तब्ध हूं.
एनसीडब्ल्यू अध्यक्ष रेखा शर्मा ने कहा, ये वे लोग हैं जिन्हें लोगों के लिए बेहतर कानून बनाने चाहिए, लेकिन वे उस असंवेदनशील टिप्पणी पर हंस रहे थे. मुझे आश्चर्य है कि वे लोगों की भलाई के लिए कैसे काम करेंगे. एक तरफ वे कानून बना रहे हैं, कानून मजबूत कर रहे हैं तो दूसरी तरफ रेप को बढ़ावा दे रहे हैं. पार्टी को ऐसे लोगों को टिकट नहीं देना चाहिए और जनता को भी ऐसे लोगों को वोट नहीं देना चाहिए.
कांग्रेस ने बलात्कार संबंधी टिप्पणी को बताया आपत्तिजनक, असंवेदनशील
कांग्रेस ने कर्नाटक के एक पार्टी विधायक द्वारा बलात्कार से संदर्भ में की गई टिप्पणी को आपत्तिजनक और असंवेदनशील करार देते शुक्रवार को इसे खारिज किया और कहा कि विधानसभा अध्यक्ष तथा वरिष्ठ विधायकों से इस तरह के अस्वीकार्य व्यवहार की उम्मीद नहीं की जा सकती.
पार्टी महासचिव और कर्नाटक प्रभारी रणदीप सुरजेवाला ने ट्वीट किया, कांग्रेस पार्टी कर्नाटक विधानसभा के अध्यक्ष और वरिष्ठ कांग्रेस विधायक के बीच सदन के भीतर हुई बेहद आपत्तिजनक और असंवेदनशील वार्तालाप को खारिज करती है. विधानसभा के संरक्षक के तौर पर विधानसभा अध्यक्ष और वरिष्ठ विधायकों से उम्मीद की जाती है कि वे आदर्श बनेंगे और इस तरह के अस्वीकार्य व्यवहार से बचेंगे.
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कर्नाटक विधानसभा के पूर्व अध्यक्ष और कांग्रेस के वरिष्ठ विधायक के आर रमेश कुमार ने बृहस्पतिवार को विधानसभा में बेहद विवादित टिप्पणी करते हुए कहा था कि जब बलात्कार होना ही है, तो लेटो और आनंद लो.
विधानसभा में बारिश और बाढ़ से संबंधित नुकसान को लेकर चर्चा हो रही थी जिसमें कई विधायक अपने -अपने क्षेत्र के लोगों की दशा को पटल पर रखना चाह रहे थे और इस दौरान विधानसभा अध्यक्ष विश्वेश्वर हेगड़े कागेरी के साथ बातचीत करते हुए यह टिप्पणी की.
विवाद बढ़ने के बाद रमेश कुमार ने अपनी टिप्पणी के लिए शुक्रवार को माफी मांगी और कहा कि वह आगे से अपने शब्दों को लेकर सावधानी बरतेंगे.
भाजपा ने कांग्रेस की आलोचना की
भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने कर्नाटक के एक विधायक द्वारा राज्य विधानसभा में बलात्कार संबंधी आपत्तिजनक टिप्पणी करने के लिए कांग्रेस की कड़ी आलोचना की और सवाल किया कि इस मुद्दे पर पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी और पार्टी महासचिव प्रियंका गांधी चुप क्यों हैं?
भाजपा ने आरोप लगाया कि महिलाओं के बारे में इस प्रकार के आपत्तिजनक बयान देने का कांग्रेस में एक इतिहास रहा है.
हालाकि उस वक्त पार्टी को अजीबो-गरीब स्थिति का सामना करना पड़ा जब उसकी प्रवक्ता अपराजिता सारंगी ने कांग्रेस विधायक के आर रमेश कुमार की टिप्पणी पर आपत्ति ना जताने के लिए विधानसभा अध्यक्ष विश्वेश्वर हेगड़े कागेरी को भी आड़े हाथों लिया.
उन्होंने कहा, दुखद यह है कि विधानसभा अध्यक्ष ने भी इस पर आपत्ति नहीं जताई ओर वह हंसने लगे.
सारंगी के साथ संवाददाता सम्मेलन में मौजूद भाजपा प्रवक्ता राज्यवर्धन सिंह राठौड़ और केंद्रीय मंत्री राजीव चंद्रशेखर ने हालांकि विधानसभा अध्यक्ष का बचाव किया.
राठौर ने कहा कि कागेरी ने कोई बयान नहीं दिया और इसके निहितार्थ नहीं निकाले जाने चाहिए.
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चंद्रशेखर ने आरोप लगाया कि कांग्रेसी विधायक ने महिलाओं के खिलाफ अपराध का महिमामंडन किया.
सारंगी ने बाद में अपने बयान पर स्पष्टता व्यक्त करते कहा कि उनका मतलब कुमार (कांग्रेसी विधायक) से था, जो विधानसभा अध्यक्ष रह चुके हैं.
उन्होंने कहा कि बतौर विधानसभा अध्यक्ष विभिन्न मामलों में अपने खिलाफ अदालती कार्रवाई होता देख वह अपनी तुलना बलात्कार पीड़ित से कर चुके हैं.
सारंगी ने आरोप लगाया कि महिलाओं के खिलाफ आपत्तिजनक टिप्पणाी करने का कांग्रेस का पुराना इतिहास रहा है और इस कड़ी में उन्होंने मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह की पूर्व सांसद मीनाक्षी नटराजन के लिए इस्तेमाल की गई टिप्पणी का उल्लेख किया.
उन्होंने प्रश्न किया कि हाथरस की घटना जब हुई थी तब राहुल गांधी और प्रियंका गांधी वहां के लिए दौड़ गए थे लेकिन आज वे कहां हैं.