कानपुर: परेड बवाल के मास्टरमाइंड और मुख्य आरोपी हयात जफर हाशमी (Hayat Zafar Hashmi) से अब प्रवर्तन निदेशालय के अफसर पूछताछ करेंगे. प्रवर्तन निदेशालय का पत्र कानपुर में पुलिस आयुक्त को मिल है. पुलिस आयुक्त विजय सिंह मीना ने बताया की प्रवर्तन निदेशालय (Enforcement Directorate) के अफसर जल्द शहर आयेंगे. उन्हें एसआईटी टीम के सदस्यों की रिपोर्ट भी सौंपी जाएगी. इसके अलावा ईडी के अफसर अपने तरीके से जानकारी जुटाएंगे. उन्हें पूरे मामले की जानकारी दे दी गयी है.
जिस शख्श ने भेजे लाखों रुपए, उसका रिकॉर्ड गायब: पुलिस ने जब हयात के खातों की जांच कराई, तो जो हकीकत सामने आयी उससे सभी हैरान रह गए. हयात जफर के स्टेट बैंक के एक खाते में एक शख्स ने 20 लाख रुपए से अधिक की रकम भेजी थी. उस शख्स को जब पुलिस ने ढूंढा, तो उसका कोई रिकॉर्ड बैंक में नहीं मिला. अब पुलिस मान रही है कि हयात ने जो रकम अपने खातों में मंगवाई वो सभी फर्ज़ी खातों से ट्रांसफर की गयी थी.
काकाकदेव का एक हॉस्टल मिला: पुलिस ने जब हयात को रिमांड पर लिया, तो उसके बाद ये बात सामने आयी की हयात ने काकदेव में एक चार मंजिला हॉस्टल बनवा रखा था. इसमें अच्छी संख्या में लडके रहते थे. पुलिस को यह जानकारी मिली है कि जिस दिन परेड में बवाल हुआ था, उस दिन इस हॉस्टल के लड़के हयात के कहने पर परेड पहुंचे थे. उन्होंने पथराव भी किया था.
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KDA ने परिसर किये थे सील, बिल्डरों ने सील तोड़ी, आठ के खिलाफ FIR: कानपुर विकास प्राधिकरण (KDA) ने कुछ दिनों पहले आठ इमारतों को सील किया था. अफसरों का कहना था, सभी में अवैध निर्माण हुआ है. इनमें से तीन इमारतों में हयात को फंड देने वाले बिल्डर हाजी वशी का पैसा लगा था. केडीए के विशेष कार्यधिकारी की तहरीर पर पुलिस आयुक्त विजय सिंह मीना ने सभी के खिलाफ FIR दर्ज कराने के आदेश दिए थे. पुलिस आयुक्त ने बताया की सभी बिल्डरों ने सील इमारतों को तोड़ दिया था.
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