लंदन: ग्रैंडस्लैम ट्रॉफी जीतने के बाद राडूकानू रातों रात स्टार बन गईं और अमेरिका में उन्हें कई कार्यक्रमों में बुलाया गया. वह अमेरिका में कई कार्यक्रमों में शिरकत कर चुकी हैं.
वह अमेरिकी 'टॉक शो' में जाने के अलावा 'न्यूयॉर्क स्टॉक एक्सचेंज' का दौरा कर चुकी हैं. उन्होंने फार्मूला वन चैम्पियन लुईस हैमिल्टन से बात की. वहीं प्रीमियर लीग की टीम लिवरपूल के शीर्ष फुटबॉल कोच जर्गन क्लोप ने उन्हें शतक की प्रतिभा भी करार दिया.
यह भी पढ़ें: सुरक्षा आश्वासन के बाद भी NZC ने अपनी मर्जी से सीरीज स्थगित की : PCB
अमेरिकी ओपन में बतौर क्वालीफायर पहुंची 18 साल की राडूकानू का जीवन खिताब जीतने के बाद पूरी तरह बदल गया है. ट्रॉफी जीतने के एक हफ्ते बाद भी वह विश्वास नहीं कर पा रही हैं कि उन्होंने अमेरिकी ओपन जीत लिया.
यह भी पढ़ें: पढ़ाई और खेल दोनों में उत्कृष्टता हासिल की जा सकती है : DM सुहास
राडूकानू ने शुक्रवार को कहा, कभी-कभी मुझे लगता है कि 'ओह माई गॉड' मैंने अभी अमेरिकी ओपन जीता है और फिर कुछ ही देर में मैं सामान्य हो जाती हूं, जैसे कुछ हुआ ही नहीं.
वह गुरुवार को ब्रिटेन लौटीं और फिर उन्होंने पहली बार कनाडा की प्रतिद्वंद्वी लेला फर्नांडीज के खिलाफ अमेरिकी ओपन का फाइनल मुकाबला टीवी पर देखा.
यह भी पढ़ें: वर्कलोड की समस्या अब भी बरकरार, क्या कोहली आरसीबी की कप्तानी भी छोड़ेंगे?
उन्होंने बीबीसी से कहा, जब मैं इसे देख रही थी तो मुझे लग रहा था कि वो मैं नहीं हूं जो खेल रही है, जो वो शॉट लगा रही है. हैमिल्टन से बात के बारे में उन्होंने कहा, वह इतने शानदार प्रेरणास्रोत हैं.