चेन्नई: तमिलानाडु पुलिस ने एक प्राचीन पन्ने (कीमती पत्थर) से बना शिवलिंग (emerald lingam)बरामद किया है. लगभग 1000 साल पुराने इस शिवलिंग की कीमत 500 करोड़ रुपये बताई जा रही है. पुलिस ने तंजावुर (Thanjavur emerald lingam) से एक शख्स के घर से छापेमारी के दौरान इसे बरामद किया.
गौरतलब है कि तंजावुर प्राचीन चोल साम्राज्य की राजधानी थी. मूल्यवान पन्ना लिंगम शहर के चारों ओर थिरुवरुर, वेदारण्यम, थिरुकुवलाई, थिरुक्करवासल, थिरुनल्लर, नागपट्टिनम और थिरुवईमुर में सात शिव मंदिरों में पाए जाते हैं. इन पन्ना लिंगम का बहुत महत्व है. तंजावुर जिले से ही पुलिस ने ये प्राचीन पन्ना लिंगम (emerald lingam worth rs. 500 crore recovered in thanjavur) बरामद किया है.
पुलिस ने गुप्त सूचना मिली थी कि तंजावुर जिले के अरुलानंद क्षेत्र में साम्यपन के घर में प्राचीन मूर्तियां रखी हुई हैं. 30 दिसंबर को साम्यपन के घर पर छापेमारी के दौरान ये पन्ना लिंगम मिला. इससे जुड़े दस्तावेज ना मिलने पर पुलिस ने इस बहुमूल्य पन्ना लिंगम को जब्त कर लिया.
एडीजीपी जयंत मुरली के मुताबिक विशेषज्ञों ने इस शिवलिंग की कीमत 500 करोड़ रुपये से अधिक बताई है. पुलिस फिलहाल मामले की जांच कर रही है. सवाल है कि आखिर इतना प्राचीन और बहुमूल्य लिंगम किस मंदिर का है ? ये तंजावुर के साम्यपन के घर में कैसे पहुंच गया ? क्या इसे ब्लैक मार्केट में बेचन की योजना थी ? क्या इसके पीछे कोई गिरोह काम कर रहा है ? ऐसे ही सवालों के बीच पुलिस इस मामले की जांच कर रही है.
साल 2016 में नागापट्टिनम जिले के तिरुकुवलाई में धर्मपुरम अदीनम के स्वामित्व वाले ब्रह्मपुरीश्वरर मंदिर से एक पन्ना लिंगम पहले ही गायब हो चुका है. पुलिस इसकी भी जांच कर रही है कि क्या ये वही लिंगम तो नहीं. फिलहाल इसकी जांच के लिए और भी एक्सपर्ट की सलाह ली जा रही है.
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