सिलीगुड़ी : भारत-नेपाल सीमा के पास खारीबाड़ी प्रखंड (Kharibari block near Siliguri) में कालाबारी जंगल से हाथियों का झुंड रविवार दोपहर करीब पौने तीन बजे रिहायशी इलाके में घुस गया. ये हाथी भोजन की तलाश में जंगल से भटककर यहां आ पहुंचे थे. कुछ देर बाद हाथियों का झुंड मेची नदी के किनारे पहुंच गया. कालाबारी के पास नेओपनिया गांव (Neopania village near Kalabari) में काफी देर तक भटकने के दौरान हाथी का एक बच्चा (Elephant cub) झुंड से बिछड़ गया.
खबर मिलते ही बागडोगरा रेंज और कुर्सेओंग वन मंडल की सुकना हाथी टास्क फोर्स मौके पर पहुंच गई. अधिकारियों ने शावक को वापस झुंड में लाने की पूरी कोशिश की, लेकिन न सिर्फ उसके माता-पिता बल्कि पूरे झुंड ने उसे वापस शामिल नहीं किया. इसके बाद वह किसी तरह मेची नदी पार कर पड़ोसी देश नेपाल में चला गया.
उधर, नेपाल में प्रवेश करते ही वन विभाग चिंतित हो गया. वन अधिकारी और कर्मचारियों की एक विशेष टीम को रात भर शावक के लिए मेहनत करनी पड़ी. अधिकारियों ने रात में ही नेपाल के वन मंत्रालय के कंकरविता वन प्रभाग से संपर्क किया. वन विभाग के सूत्रों के अनुसार कुर्सेओंग वन प्रमंडल के नेतृत्व में रात में 18 लोगों की विशेष टीम काकरविट्टा भेजी गई.
नेपाल वन विभाग की ओर से कहा गया है कि शावक फिलहाल नेपाल में बामंदांगी जंगल से सटे इलाके में है. कुर्सेओंग के डीएफओ हरे कृष्णन ने कहा, 'यह पता नहीं चला है कि हाथियों के झुंड ने शावक को वापस क्यों नहीं लिया. शावक इंसानों के संपर्क में भी नहीं आया था. शावक नेपाल में प्रवेश कर गया है. शावक को वापस लाने के लिए सभी प्रक्रियाएं शुरू कर दी गई हैं. नेपाल वन विभाग का सहयोग मांगा गया है. शावक की निगरानी की जा रही है.'
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