कोलकाता : पश्चिम बंगाल के कूच बिहार जिले में स्थित एक मतदान केंद्र के पास सीआईएसएफ कर्मियों द्वारा की गई फायरिंग में चार व्यक्तियों की मौत मामले में चुनाव आयोग का बयान सामने आया है.
चुनाव आयोग का कहना है कि मतदान केंद्र पर लाइन में खड़े मतदाताओं की जान बचाने के लिए फायरिंग करना उचित था. चुनाव आयोग ने कहा कि भीड़ ने जवानों से हथियार छीनने का प्रयास किया था, जिसके बाद ये घटना हुई.
वहीं, निर्वाचन आयोग ने कूच बिहार जिले में कानून व्यवस्था की स्थिति बिगड़ने की आशंका के मद्देनजर अगले 72 घंटे (तीन दिन) तक वहां नेताओं के जाने पर रोक लगा दी है.
चुनाव आयोग ने कहा कि तत्काल प्रभाव से अगले 72 घंटों के लिए कूच बिहार में किसी भी राष्ट्रीय, राज्य या अन्य पार्टी के नेता को प्रवेश करने की अनुमति नहीं दी जानी चाहिए. गौरतलब है कि पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी रविवार को कूचबिहार का दौरा करने की घोषणा की थी.
गौरतलब है कि शनिवार को कूचबिहार जिले की सीतलकुची विधानसभा क्षेत्र के अंतर्गत माथाभांगा ब्लॉक में उपद्रवियों के एक समूह को काबू में लाने के लिए केंद्रीय बलों ने फायरिंग की थी. इसमें चार लोगों की मौत हो गई थी.
रिपोर्ट के मुताबिक, सीतलकुची के जोर पाटकी गांव के आमतली में 126 नंबर के मतदान केंद्र में सुबह से तनाव का माहौल था, क्योंकि यहां मतदान केंद्र के सामने 400 से अधिक लोगों की भीड़ जमा हुई थी.
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केंद्रीय बलों ने जब भीड़ को वहां से हटाने की कोशिश की तो और भी लोगों ने भीड़ लगाना शुरू कर दिया था. भीड़ के उग्र होने के चलते सुरक्षा बलों को गोलीबारी करनी पड़ी, जिसमें चार लोगों की मौत हो गई.